काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने बुधवार की शाम से दोबारा उड़ानें शुरू करने का ऐलान किया। इससे नेपाल में फंसे सैकड़ों भारतीय नागरिकों की शीघ्र वापसी की संभावना बढ़ गई है। पिछले 24 घंटों में आंध्र प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे कई राज्यों ने केंद्र सरकार और काठमांडू में भारतीय दूतावास से अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें वापस भेजने का आग्रह किया है। कई राज्यों ने हिंसाग्रस्त देश में फंसे अपने निवासियों की मदद के लिए विशेष विभाग और हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किए।
काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हिंसक प्रदर्शनों के कारण मंगलवार और बुधवार को हवाई सेवाएं रोक दी गई थीं। लेकिन हवाई अड्डा प्रबंधन ने उड़ानें बुधवार शाम 6 बजे से दोबारा शुरू करने की बात कही। नेपाल की सेना ने बुधवार को सख्ती बरती और कर्फ्यू समेत कई प्रतिबंध लागू कर दिए। प्रतिबंधों में ढील के बाद ही आवाजाही हो सकेगी।
आंध्र प्रदेश सरकार ने दिल्ली में इंडिगो का एक विमान तैयार रखा है। सरकारी अधिकारियों ने बताया कि यह विमान गुरुवार दोपहर तक नेपाल में फंसे राज्य के 217 लोगों को वापस लाएगा। अधिकारियों ने यह भी बताया कि काठमांडू में सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगा है। उसके बाद आवाजाही शुरू होने पर नेपाली सेना की सुरक्षा में भारतीय नागरिक हवाईअड्डे तक पहुंच सकेंगे। काठमांडू से बाहर फंसे लोगों को निकालने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार ने हेलिकॉप्टर का इंतजाम भी किया है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि उन्होंने भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर से मदद मांगी है। इसी तरह दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार शहर के निवासियों की सुरक्षित वापसी के लिए नेपाल और भारतीय दूतावास के साथ लगातार संपर्क में है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नेपाल से सटे क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए। उत्तराखंड के तीन जिले- पिथौरागढ़, चंपावत और उधम सिंह नगर की सीमा नेपाल से सटी है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि सरकार ने पर्यटकों और छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए केंद्र से संपर्क किया है।
विदेश मंत्रालय ने तिब्बत क्षेत्र में फंसे भारतीय नागरिकों से भी संपर्क किया है। ये लोग नेपाल के रास्ते कैलास मानसरोवर यात्रा पर गए थे। इसके अलावा, नेपाल के कृषि मंत्रालय के अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल भारत में है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के एक फेसबुक पोस्ट के अनुसार, नेपाल के कृषि और पशुधन विकास मंत्रालय के सचिव गोविंदा प्रसाद शर्मा और नेपाल कृषि अनुसंधान परिषद के कार्यकारी निदेशक कृष्णा तिम्सिना के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल दिल्ली आया था। यहां उन्होंने पिछले दो दिनों में आईसीएआर के वैज्ञानिकों के साथ बैठकें कीं। उड़ान सेवाएं बहाल होने से यह दल भी वापस जा सकेगा।
(साथ में एजेंसियां)