वाहन व वाहन कलपुर्जा फर्मों के शेयरों की रफ्तार वित्त वर्ष 2023-24 में अब तक तेज रही है और NSE का निफ्टी ऑटो इंडेक्स (Nifty Auto Index) करीब 27 फीसदी चढ़ा है जबकि इस अवधि में Nifty50 में मोटे तौर पर 11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
आईडीबीआई कैपिटल (IDBI Capital) के शोध प्रमुख ए के प्रभाकर के मुताबिक, एक्सचेंजों पर वाहन कंपनियों के शेयरों का उम्दा प्रदर्शन की वजह विभिन्न वाहन मैन्युफैक्चरर की तरफ से प्रीमियम उत्पादों पर जोर दिया जाना है, जिससे वाहनों की बिक्री अपेक्षाकृत स्थिर रही है।
प्रभाकर ने कहा, मामला अब बिक्री के ज्यादा आंकड़ों का नहीं है बल्कि प्रीमियम उत्पादों का है। ज्यादातर विनिर्माताओं के यहां अब ज्यादातर बिक्री प्रीमियम या उच्च कीमत वाली श्रेणी में हो रही है, जिसे बाजार पसंद कर रहा है।
इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में टाटा मोटर्स अग्रणी है और स्पोर्ट्स व्हीकल (SUV) सेगमेंट में महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) अग्रणी प्रदर्शन करने वालों में से एक है।
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मारुति सुजूकी (Maruti Suzuki India) ने भी इनविक्टो (Invicto) पेश किया है, जो अब तक का उसका सबसे महंगा SUV है। दोपहिया श्रेणी में भी हीरो मोटोकॉर्प और बजाज ऑटो महंगे उत्पाद उतार रही है, जिसे बाजार ने सकारात्मक माना है।
हाल में ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (FADA) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, जून में वाहनों की खुदरा बिक्री (विभिन्न श्रेणियों में) सालाना आधार पर 10 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 18,63,868 वाहन रही। मासिक आधार पर बिक्री हालांकि 8 फीसदी कम र ही।
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FADA की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, जुलाई 2023 में वाहनों का खुदरा परिदृश्य मिश्रित रुख का संकेत दे रहा है।