Srivari Spices IPO : मसाला और आटा बेचने वाली कंपनी श्रीवारी स्पाइसेज एंड फूड्स (Srivari Spices and Foods) ने अपने नाम एक रिकॉर्ड दर्ज करवा लिया है। बता दें कि कंपनी का आईपीओ साल 2023 का सबसे अधिक सब्सक्राइब होने वाला आईपीओ बन गया है।
कंपनी 9 करोड़ रुपये जुटाने के लिए अपना आईपीओ लेकर आई थी, लेकिन इसको निवेशकों से 2,700 करोड़ की बोलियां हासिल हुईं।
निवेशकों से मिली इस बेहतरीन प्रतिक्रिया से मार्केट से जुड़े लोगों को हैरानी में डाल दिया है। बता दें कि इश्यू को सब्सक्रिप्शन के अंतिम दिन 418.5 गुना सब्सक्राइब किया गया।
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Srivari Spices IPO प्राइस बैंड
ऑफर के लिए प्राइस बैंड 40-42 रुपये प्रति शेयर था।
एनएसई के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, निवेशकों ने 15.36 लाख इक्विटी शेयरों की पेशकश के आकार के मुकाबले 64.27 करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगाई है, जिसके परिणामस्वरूप 418.46 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। इससे 9 करोड़ रुपये के इश्यू को लगभग 2,700 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुईं।
इस ऑफर में खुदरा निवेशकों से अधिकतम 36.98 करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुई हैं, इसके बाद हाई नेटवर्थ वाले व्यक्तियों (non-institutional investors) से 24.06 करोड़ शेयरों के लिए और योग्य संस्थागत खरीदारों (qualified institutional buyers) से 3.22 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुई हैं।
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आंकड़ों के अनुसार, चालू कैलेंडर वर्ष में लॉन्च किए गए एसएमई आईपीओ के बीच यह सबसे अधिक सब्सक्रिप्शन प्राप्त करने वाला आईपीओ बन गया है।
NSE पर इस दिन होगा लिस्ट
श्रीवारी फूड्स के शेयर 18 अगस्त को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) के EMERGE प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होंगे।
फंड का क्या होगी इस्तेमाल?
Srivari Spices आईपीओ के जरिए जुटाए गए फंड का इस्तेमाल कंपनी की वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी। कंपनी ने अपने ड्राफ्ट पेपर में बताया कि FY21-23 के दौरान कंपनी के ऑपरेशन से उसका राजस्व 77.25 फीसदी सीएजीआर की दर से बढ़ा है। इसका नेट प्रॉफिट 198 फीसदी सीएजीआर (CAGR) की स्पीड से बढ़ा है।
Srivari मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, गरम मसाला, सांभर मसाला, चक्की आटा सहित कई तरह के मसाले बेचती है। ये सभी सामान श्रीवारी ब्रांड के अंदर ही है। कंपनी के अनुसार, यह सारे प्रोडक्ट्स को कंपनी देश भर के किसानों से सीधे प्राप्त करती है और बिना किसी मिडियेटर का सहारा लिए सीधे कस्टमर्स को सेल करती है। इस तरह कंपनी कस्टमर्स को कॉस्ट कंपीटीटिव और किफायती प्रोडक्ट्स बेचती है।
कंपनी के पास दो यूनिट हैं। एक मसाले की और दूसरी आटा की। Srivari को FY23 में मसालों ने राजस्व में दो-तिहाई योगदान दिया। वहीं बाकी का योगदान गेहूं के आटे से आया।
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