Know Everything about Bajaj Housing Finance IPO: बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के आईपीओ को लेकर इंतजार की घड़ी खत्म हो गई है। भारत की दूसरी सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी का आईपीओ आज यानी 9 सितंबर 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन होने जा रहा है। करीब 3 दशक बाद ऐसा मौका फिर से आया है, जब बजाज ग्रुप की कोई कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होने जा रही है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस की पैरेंट कंपनी बजाज फाइनेंस लिमिटेड का IPO साल 1994 में आया था। बजाज फाइनेंस भारत की एक ऐसी गैर बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है, जिसने निवेशकों को जमकर रिटर्न दिया है।
जुलाई 2002 को बजाज फाइनेंस का शेयर 5.75 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। तब से कंपनी ने निवेशकों को 127,114.78% का रिटर्न दे दिया है। अंतिम कारोबारी दिन बजाज फाइनेंस का शेयर 7,314.85 रुपये (Bajaj Finance Share Price) पर क्लोज हुआ था। अभी तक बजाज हाउसिंग फाइनेंस बजाज फाइनेंस की होल्डिंग कंपनी रही है। लेकिन, RBI के निर्देश के बाद से अब बजाज फाइनेंस अपनी 100% हिस्सेदारी में से 11.25% हिस्सेदारी पब्लिक करने जा रही है। यानी बजाज हाउसिंग फाइनेंस की लिस्टिंग हो जाने के बाद प्रमोटर की इसमें 88.75% शेयरहोल्डिंग होगी और 11.25% हिस्सेदारी अन्य निवेशकों की होगी।
ऐसे में अगर आप कंपनी में निवेश का मन बना रहे हैं तो बोली लगाने से पहले जान लें बजाज हाउसिंग फाइनेंस की फंडामेंटल एनालिसिस के बारे में। मगर उसके पहले देखते हैं इसके बारे में सारी डिटेल
बजाज हाउसिंग फाइनेंस को सितंबर 2015 में एक गैर बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) के रूप में नेशनल हाउसिंग बैंक के साथ रजिस्टर किया गया था। जबकि 2008 में इस कंपनी की स्थापना की गई थी। RBI ने सितंबर 2023 में इसे ‘अपर लेयर’ NBFC (NBFC-UL) का दर्जा दिया।
अपर लेयर का मतलब आसान भाषा में समझें तो ये है कि कंपनी एसेट साइज और स्कोर के लिहाज से इतनी बड़ी हैं कि उनके डूबने का चांस बहुत कम है। इसलिए RBI चाहता है कि इन कंपनियों के साथ कुछ ऐसा न हो कि उनकी फाइनेंशियल हेल्थ खराब हो। RBI ने इसके लिए कड़े प्रावधान भी किए हैं। RBI के मुताबिक, एक बार जब किसी NBFC को अपर लेयर का दर्जा दे दिया जाता है, तो यह उस तारीख से कम से कम पांच साल की अवधि के लिए अपर लेयर की रेगुलेटरी जरूरतों के अधीन होगा, भले ही यह पैरामीट्रिक मानदंडों को पूरा न करता हो।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (BHFL) को क्रिसिल और इंडिया रेटिंग्स से अपने लॉन्ग टर्म लोन के लिए AAA/स्टेबल की उच्चतम क्रेडिट रेटिंग प्राप्त है और क्रिसिल और इंडिया रेटिंग्स से शॉर्ट टर्म लोन के लिए A1+ प्राप्त है। ये किसी भी NBFC के लिए सबसे अच्छी रेटिंग (Highest possible credit rating) होती है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस एक ऐसी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है, जो पब्लिक से डिपॉजिट लेने के बजाय बॉन्ड, डिबेंचर, बैंक से उधार लेने जैसे माध्यमों से पैसा जुटाती हैं। और उस पैसे को उधार में देती है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस लोगों को या कॉरपोरेट्स को घरों और कमर्शियल प्रॉपर्टी की खरीद और मेंटिनेंस के लिए उधार देती है। इस उधारी के तहत होम लोन, प्रॉपर्टी पर लोन, लीज रेंट डिस्काउंटिंग और डेवलपर फाइनेंसिंग का काम करती है।
प्रॉपर्टी पर लोन का मतलब यह है कि जैसे आप अपने घर के मेंटिनेंस के लिए लोन लेते हैं। तो उसके बदले में कंपनी आपसे कुछ संपत्ति या कोई वैल्यूएबल चीज उधार चुकाने तक के लिए सिक्योरिटी के तौर पर रख लेती है। लीज रेंटल डिस्काउंटिंग (LRD) एक टर्म लोन है जो प्रॉपर्टी के मालिक अपनी प्रॉपर्टी से कमाए किराये की इनकम के आधार पर बैंकों या NBFC से प्राप्त कर सकते हैं।
कंपनी के पास 20 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों (UTs) में 174 स्थानों पर 215 ब्रांचेज हैं। इनका मैनेजमेंट 6 सेंट्रलाइज्ड लोन प्रोसेसिंग सेंटर और सात सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग सेंटर करते हैं।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस के पास प्रबंधनाधीन परिसंपत्तिया (Bajaj Housing Finance AUM Q1FY25) में 97,071 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि (Q1FY24) में 74,124 करोड़ रुपये था। यानी Q1FY25 में Bajaj Housing Finance के YoY AUM में 31% की बढ़ोतरी हुई।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस की नेट इंट्रेस्ट इनकम (NII) Q1FY25 में 10% बढ़कर 665 करोड़ रुपये हो गई। BHFL को Q1FY25 में लोन से घाटा और प्रोविजन बढ़कर 10 करोड़ रुपये हो गया। जो Q1FY24 में 7 करोड़ रुपये था। बजाज हाउसिंग फाइनेंस का वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में नेट मुनाफा (Bajaj Housing Finance net profit Q1FY25) 5% बढ़कर 483 करोड़ रुपये हो गया था, जो Q1FY24 में 462 करोड़ रुपये था। FY24 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 1,731.22 करोड़ रुपये, FY23 में 1,257.8 करोड़ रुपये और FY22 में 709.62 करोड़ रुपये था।
FY24 में BHFL (Bajaj Housing Finance Limited) का NII 2509.7 करोड़ रुपये, FY23 में 2057.9 करोड़ रुपये और FY22 में 1326.44 करोड़ रुपये रहा। इसी तरह, इसकी NIM की बात करें तो बजाज हाउसिंग फाइनेंस का NIM FY24 में 4.10% रहा, जो FY23 में 4.40% और FY22 में 4% रहा था।
एसेट क्वालिटी की बात की जाए तो बजाज हाउसिंग फाइनेंस की एसेट क्वालिटी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में सबसे अच्छी है। 30 जून 2024 तक बजाज हाउसिंग फाइनेंस का ग्रॉस NPA (GNPA) 0.28% और नेट NPA 0.11% रहा। जबकि, एक साल पहले यानी 30 जून 2023 तक GNPA 0.23% और Net NPA 0.08% था। हालांकि, कंपनी का एसेट पर रिटर्न (RoA) 2.3% पर मजबूत बना हुआ है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस की IPO के लिए दी गई DRHP के मुताबिक, वित्त वर्ष 24 (FY24) में Bajaj Housing Finance का टोटल AUM 91370.4 करोड़ रुपये था। बजाज हाउसिंग फाइनेंस के कुल AUM में 57.8% (5,28,19.6 करोड़ रुपये) हिस्सेदारी होम लोन कैटेगरी की है। RBI की गाइडलाइन के मुताबिक भी किसी भी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी की 50% एसेट हाउस लोन के लिए ही खर्च की जाती है।
इसके अलावा, 10.5% (9567.93 करोड़ रुपये) प्रॉपर्टी पर लोन की, 19.3% (17636.8 करोड़ रुपये) लीज रेंटल डिस्काउंटिंग की और 10.5% (9599.33 करोड़ रुपये) डेवलपर फाइनेंस की हिस्सेदारी में है। बाकी बचे 1.9% में अन्य तरह के लोन शामिल हैं। बता दें कि FY23 में बजाज हाउसिंग फाइनेंस का AUM 69227.9 करोड़ रुपये और FY22 में 53321.72 करोड़ रुपये थी।
दिलचस्प बात यह है कि बजाज फाइनेंस से होम लोन लेने वाले कुल कस्टमर्स में से 87.5% कस्टमर सैलरीड क्लास से हैं। जबकि, 4.3% सेल्फ एंप्लॉयड प्रोफेशनल कस्टमर हैं। ऐसे में कंपनी के होम लोन के डूबने के चांस काफी कम रहती हैं। यही वजह है कि इसकी NPA, GNPA और प्रोविजंस में काफी शानदार रिजल्ट्स देखने को मिले हैं। बैड लोन्स के मामले में बजाज हाउसिंग फाइनेंस की स्थिति काफी बेहतर है।
मौजूदा समय में बैंक रीपो रेट (Repo Rate) 6.5% है। अगर RBI अगली MPC बैठक में इसे कम करता है तो लोन पर इंट्रेस्ट रेट में भी कमी देखने को मिलेगी और लोग होम लोन ज्यादा संख्या में लेंगे। यानी इसका सीधा फायदा बैंक और NBFC को होगा। बजाज फाइनेंस भी उनमें से एक हो सकती है। बजाज फाइनेंस के मुताबिक, 75.8% होम लोन लेने वाले कस्टमर्स का सिबिल स्कोर (Bajaj Housing Finance Home loan borrowers CIBIL Score) 750 के ऊपर है। साधारण तौर पर 750 से ऊपर वाले सिबिल स्कोर को एक्सलेंट कैटेगरी में रखा जाता है।
दूसरी बात, होम लोन सिक्योर्ड लोन होता है। कर्ज देने वाले के पास आपकी कुछ न कुछ संपत्ति मोर्टगेज के तौर पर रखी रहती है, जो डिफॉल्ट के केस में सीज की जा सकती है। ऐसे में बजाज हाउसिंग फाइनेंस को काफी शानदार फायदा मिल सकता है।
इसके अलावा, रेटिंग एजेंसी क्रिसिल रेटिंग्स का अनुमान है कि अगले वित्त वर्ष 24 से 27 के बीच (FY24-FY27) भारत में हाउसिंग सेगमेंट की ग्रोथ 13-15% रहेगी। एनालिस्ट्स का मानना है कि अगले कुछ वर्षों में 25-30% AUM/इनकम ग्रोथ और 14-15% RoE की संभावना है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस भारत की दूसरी सबसे बड़ी फाइनेंस कंपनी है। पहले नंबर पर LIC Housing Finance Limited है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की टोटल एसेट 291,204.63 करोड़ रुपये आंकी गई। जबकि, इस दौरान बजाज फाइनेंस की AUM 91370.4 करोड़ रुपये है। बजाज फाइनेंस की टोटल इनकम 7617.7 करोड़ रुपये रही, जबकि LIC हाउसिंग फाइनेंस की टोटल इनकम FY24 में 272,77 करोड़ रुपये रही।
FY24 में बजाज हाउसिंग फाइनेंस का नेटवर्थ पर रिटर्न (RoNW) 15.2% रहा, जबकि LIC हाउसिंग फाइनेंस का 16.2% रहा। जबकि, सभी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों का RoNW देखा जाए तो यह 15.9 के करीब बैठता है। इस लिहाज से बजाज फाइनेंस के आईपीओ में बोली लगाना निवेशकों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस की FY24 में अर्ऩिंग पर शेयर (EPS) 2.6 रही थी, जबकि FY23 में यह 1.9 थी।
ऐसे में बजाज हाउसिंग फाइनेंस सिर्फ एक ऐसी कंपनी नहीं है जो हाउसिंग फाइनेंस से जुड़ी है। Can Fin Homes Limited, PNB Housing Finance, Aadhar Housing Finance Limited जैसी कंपनियां भी उससे प्रतिस्पर्धा करेंगी।
IPO यानी पब्लिक इश्यू से जुटाई गई फंड का उपयोग बजाज हाउसिंग फाइनेंस भविष्य में आने वाली पूंजी आवश्यकताओं (capital requirements) को पूरा करने के लिए करेगी। यानी बजाज हाउसिंग फाइनेंस IPO के जरिये जुटाई गई रकम से कैपिटल बेस मजबूत करेगी। IPO के अपर प्राइस बैंड पर, बजाज हाउसिंग का प्राइस पोस्ट-मनी बेसिस पर 3.2 गुना के प्राइस-टु-बुक रेशियो पर है।
Bajaj Housing Finance IPO Shareholder quota: बजाज हाउसिंग फाइनेंस आईपीओ शेयरहोल्डर कोटा की बात करें तो इश्यू का लगभग 50% योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB) के लिए, 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) के लिए और बाकी 35% खुदरा निवेशकों (retail investors) के लिए रिजर्व है।
कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया लिमिटेड (Bofa Securities India Limited), एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड (Goldman Sachs (India) Security Limited), SBI कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड, JM फाइनेंशियल लिमिटेड और IIFL सिक्योरिटीज लिमिटेड बजाज हाउसिंग फाइनेंस IPO के बुक रनिंग लीड मैनेजर (BRLM) हैं, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (Kfin Technologies Limited) इस इश्यू का रजिस्ट्रार है। सिरिल अमरचंद मंगलदास हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के लिए लीगल एडवाइजर है।