देश में कोविड-19 संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को सतर्कता बरतने और लोगों में अनावश्यक डर फैलने से रोकने के लिए कहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में आज हुई समीक्षा बैठक में सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों को तैयारियों का जायजा लेने के लिए सभी स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों पर 10 और 11 अप्रैल को मॉक ड्रिल करने के लिए कहा गया है। देश में आज कोविड के 6.000 नए मामले दर्ज किए गए। ये पिछले 203 दिनों मे कोविड संक्रमण के सबसे अधिक एकदिनी मामले हैं।
8 राज्यों में कोविड-19 के मामले सबसे अधिक दिख रहे हैं। केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली के 10 से अधिक जिलों में संक्रमण दर 10 फीसदी से ज्यादा हो गई है। भारत में कोविड-19 के मामले धीरे-धीरे बढ़ते जा रहे हैं और रोजाना औसत मामलों की संख्या 7 अप्रैल 2010 को समाप्त हफ्ते में बढ़कर 4,188 हो गई, जो 17 मार्च 2023 को 571 ही थी।
आज पूरे देश में कोविड-19 के 6,050 नए मामले आए और 14 लोगों की मौत भी हो गई। 7 अप्रैल को खत्म हफ्ते में 29,318 नए मामले आए थे और 31 मार्च को खत्म हफ्ते में आंकड़ा केवल 15,119 था। देश में साप्ताहिक संक्रमण दर बढ़कर 3.02 प्रतिशत हो गई है। मार्च के अंत में कोविड के रोजाना औसतन 3,000 मामले आ रहे थे, जो 7 अप्रैल को बढ़कर 6,050 हो गए। इस तरह पिछले एक सप्ताह में नए मामलों में 93.3 प्रतिशत तेजी आई है।
इससे पहले 16 सितंबर को देश में कोविड को 6,298 मामले दर्ज हुए थे। 16 सितंबर 2022 को समाप्त हुए हफ्ते में देश में 38,000 मामले सामने आए थे मगर पिछले हफ्ते नए मामलों की संख्या 42,000 हो गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की समीक्षा बैठक में विभिन्न राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने हिस्सा लिया। बैठक में राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों को शनिवार और रविवार को अपने-अपने राज्यों में जिला प्रशासन और सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों की तैयारी की समीक्षा करने का निर्देश दिया गया। मांडविया ने कहा, ‘केंद्र एवं राज्य सरकारों को पिछली बार की तरह कोविड-19 से निपटने के लिए पूरे उत्साह के साथ मिलकर काम करना चाहिए।’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ओमीक्रोन एवं इससे मिलते-जुलते स्वरूप संक्रमण के नए मामलों में तेजी की प्रमुख वजह हैं। मंत्रालय ने कहा कि इनमें से ज्यादातर स्वरूप लोगों को तेजी से संक्रमित नहीं कर पाते हैं और उन्हें गंभीर रूप से बीमार भी नहीं करते हैं। मंत्रालय ने कहा ये स्वरूप लोगों की प्रतिरोधक क्षमता को पूरी तरह नहीं भेद पाते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘देश में एक्सबीबी.1.16 स्वरूप का प्रसार फरवरी के 21.6 फीसदी से बढ़कर मार्च 2023 में 35.8 फीसदी हो गया। मगर देश के अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने की संख्या बढ़ने या इस बीमारी से मौत के मामले बढ़ने की कोई खबर नहीं आई है।’
देश में कोविड-19 से पूरी तरह बचाव के लिए अतिरिक्त खुराक कम लोगों को दी गई है। इस बात को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने और राज्यों को अधिक से अधिक लोगों खासकर बुजुर्ग और बीमार व्यक्तियों को एहतियाती खुराक देने के लिए कहा। मांडविया ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों को स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों पर व्यक्तिगत रूप से नजर रखने के लिए और चिकित्सा ढांचा चाक-चौबंद रखने के लिए कहा। उन्होंने राज्यों को अस्पतालों में पर्याप्त बेड और आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने राज्यों को नियमित अंतराल पर कोविड-19 पोर्टल पर संक्रमण के मामले उपलब्ध कराने के लिए कहा। देश के 23 राज्यों में कोविड की जांच कम हो रहा है। वहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जांच की रफ्तार बढ़ाने और कुल जांच में आरटी-पीसीआर की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कहा। इस समय भारत में प्रति दस लाख लोगों में 100 की जांच हो रही है। गुरुवार को देश में कुल 1,78,533 लोगों की जांच की गई।
राज्यों को इनफ्लुएंजा जैसी बीमारी और श्वास के गंभीर संक्रमण के मामलों पर नजर रखकर उन जगहों की पहचान करने के लिए कहा गया, जहां मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मंत्रालय ने राज्यों को जांच के पर्याप्त नमूने भी भेजने के लिए कहा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुलाई गई समीक्षा बैठक में असम, दिल्ली, मेघालय, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, ओडिशा, गुजरात, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, झारखंड और गोवा सहित विभिन्न राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने हिस्सा लिया।