सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी टीएचडीसी इंडिया ने छह पंप हाइड्रो पावर स्टोरेज परियोजना (PSP) के विकास के लिए महाराष्ट्र सरकार के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। कुल 6,790 मेगावाट क्षमता की परियोजनाओं पर 33,600 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश अनुमानित है। इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार ने एनटीपीसी, वेलस्पन न्यू एनर्जी, एनएचपीसी, रिन्यू हाइड्रो पावर, टीएचडीसी इंडिया, टोरेंट पावर, अदानी ग्रीन एनर्जी के बीच जलविद्युत उत्पादन के लिए पंप स्टोरेज परियोजना के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए ।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस समझौते से राज्य में कुल 1 लाख 88 हजार 750 करोड़ का निवेश और 62 हजार 550 नौकरियां पैदा होंगी। राज्य की कुल स्थापित क्षमता 46 हजार मेगावाट है, जिसमें से 40 हजार 870 मेगावाट पंप भंडारण क्षेत्र में अनुबंधित किया गया है, जो हरित ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य का एक बड़ा कदम है। राज्य ने पिछले दिनों सौर ऊर्जा के उत्पादन में महत्वपूर्ण पहल की है।
2030 तक राज्य में 50 प्रतिशत बिजली उत्पादन प्राकृतिक संसाधनों से होगा। प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करके टिकाऊ तरीके से ऊर्जा उत्पन्न की जा सकती है। राज्य के पश्चिमी घाट में विशेष जैव विविधता है। ऐसे कई स्थान हैं जहां ऊर्जा का उपयोग कोल्ड स्टोरेज के लिए किया जाएगा। इस समझौते को पूरा करने में सरकार और निजी क्षेत्र ने तत्परता से सहयोग किया है। इससे राज्य के लिए स्थायी बिजली उत्पादन और आर्थिक विकास में मदद मिलेगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव दीपक कपूर ने विभिन्न सात कंपनियों के तहत हुए समझौते के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि नेशनल थर्मल पावर कंपनी के तहत 9 हजार 78 करोड़ का निवेश होगा, 1 हजार 400 नौकरियां पैदा होंगी, 1 हजार 800 मेगावाट बिजली पैदा होगी। वेलस्पन न्यू एनर्जी कंपनी के तहत 5 हजार करोड़ का निवेश, 1 हजार 500 नौकरियां पैदा होंगी, 1 हजार 200 मेगावाट बिजली पैदा होगी।
एनएचपीसी लिमिटेड के तहत 44 हजार 100 करोड़ का निवेश, 7 हजार 350 रोजगार और 7 हजार 350 मेगावाट बिजली पैदा होगी। रिन्यू हाइड्रो पावर लिमिटेड के तहत 13 हजार 100 करोड़ का निवेश, 5 हजार रोजगार सृजन, 2 हजार 600 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जाएगा।
टहेरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड के तहत 33 हजार 622 करोड़ का निवेश, 6 हजार 300 नौकरियां पैदा होंगी और 6 हजार 790 मेगावाट बिजली पैदा होगी। टोरेंट पावर लिमिटेड के तहत 28 हजार करोड़ का निवेश, 13 हजार 500 रोजगार सृजन, 5 हजार 600 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जाएगा। अपर मुख्य सचिव डॉ. कपूर ने बताया कि अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के तहत 54 हजार 450 करोड़ का निवेश, 30 हजार नौकरियां और 9 हजार 900 मेगावाट बिजली पैदा होगी।
टीएसडीसी इंडिया के सीएमडी आरके विश्नोई ने कहा कि यह देश के ऊर्जा प्रणाली को आगे बढ़ाने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता का महत्वपूर्ण कदम है। इस पहल के माध्यम से टीएचटीसीआईएल को महाराष्ट्र राज्य में पंप स्टोरेज परियोजनाओं (पीएसपी) की अप्रयुक्त क्षमता का विकास करने में मदद मिलेगी।
कंपनी ने बयान में कहा कि समझौते का उद्देश्य कंपनी को केंद्र और राज्य दोनों सरकारों के मौजूदा नियमों, नीतियों और योजनाओं का पालन करते हुए सर्वेक्षण, जांच, विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने और समयबद्ध तरीके से परियोजनाएं स्थापित करने में सुविधा प्रदान करना है।
मालशेज घाट पंप भंडारण परियोजना (700 मेगावाट), अरुणा पंप भंडारण परियोजना (1,950 मेगावाट), खरारी पंप भंडारण परियोजना (1,250 मेगावाट), हंबरली बिरमानी पंप भंडारण परियोजना (1,000 मेगावाट), अरुणा कोलंब पंप भंडारण परियोजना (1,200 मेगावाट) और मोरवाडी मजारेवाड़ी पंप भंडारण परियोजना (690 मेगावाट) इन छह परियोजनाएं के लिए समझौता करार हुआ हैं।