त्योहारों के मौसम में कुल मिलाकर खर्च बढ़ने और जीएसटी दरों में कटौती के कारण बैंकों के क्रेडिट कार्ड से खर्च बढ़ा है। भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में क्रेडिट कार्ड से व्यय सालाना आधार पर 15 प्रतिशत बढ़ गया है।
प्रति कार्ड व्यय के मामले में एचडीएफसी बैंक सबसे ऊपर बना हुआ है, जबकि उसके बाद आईसीआईसीआई बैंक का स्थान है। क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले प्रमुख बैंकों में एचडीएफसी बैंक के प्रति कार्ड से व्यय सालाना आधार पर 2.8 प्रतिशत बढ़कर 23,959.8 रुपये हो गया है। एसबीआई कार्ड से खर्च सालाना आधार पर रिकॉर्ड 33.5 प्रतिशत बढ़कर 18,892.3 रुपये हो गया है। आईसीआईसीआई बैंक से प्रति कार्ड व्यय 27.4 प्रतिशत बढ़कर 22,817.6 रुपये हो गया है। वहीं ऐक्सिस बैंक के क्रेडिट कॉर्ड से प्रति कार्ड व्यय सालाना आधार पर 33.4 प्रतिशत बढ़कर 16,884.6 रुपये हो गया है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के क्रेडिट कॉर्ड से प्रति कार्ड व्यय में पिछले एक साल में तेज वृद्धि हुई है। केयरएज के विश्लेषकों का कहना है कि सरकारी बैंकों के प्रति क्रेडिट कार्ड व्यय में वृद्धि की वजह बड़े पीएसबी द्वारा डिजिटल और रिवॉर्ड पेशकश में वृद्धि है। विश्लेषकों ने रिपोर्ट में कहा है, ‘इसके अलावा पीएसबी के क्रेडिट कार्डों से अधिक व्यय की एक वजह इन बैंकों द्वारा ज्यादा आमदनी वाले ग्राहकों को अधिक क्रेडिट लिमिट दिया जाना है।
इसके अलावा रिवॉर्ड स्ट्रक्चर, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों के साथ साझेदारी और डिजिटल सक्रियता की वजह से भी क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में वृद्धि हुई है।’ विशेषज्ञों के अनुसार अर्थव्यवस्था में प्रति कार्ड खर्च सितंबर 2025 में सालाना आधार पर 15 प्रतिशत बढ़कर 19,107.6 रुपये हो गया, जिसकी वजह जीएसटी दर में संशोधन और त्योहारी सीजन के कारण महंगी खरीदारी है।