प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने बिहार दौरे में राज्य की महिला मतदाताओं का राजनीतिक समर्थन हासिल करने की पुरजोर कोशिश की। प्रधानमंत्री ने कहा कि आगामी 22 सितंबर से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) दरों में कटौती प्रभावी होने के बाद लोगों का घरेलू बजट काफी कम हो जाएगा।
प्रधानमंत्री के कहा कि जीएसटी में कमी के फैसले से रसोई में इस्तेमाल होने वाले सामान से लेकर स्टेशनरी, कपड़ा और जूते आदि सामान भी सस्ते हो जाएंगे। बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधान सभा चुनाव को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे को काफी तवज्जो दी जा रही है।
प्रधानमंत्री ने सोमवार को बिहार के लिए 40,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया। इनमें पूर्णिया में हवाई अड्डे की अंतरिम टर्मिनल बिल्डिंग का उद्घाटन भी शामिल है। प्रधानमंत्री ने पूर्णिया हवाई अड्डे से पहली व्यायवसायिक उड़ान को हरी झंडी भी दिखाई। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राष्ट्रीय मखाना बोर्ड अधिसूचित कर अपना वादा पूरा किया है।
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन पर ‘घुसपैठियों’ को शह देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये घुसपैठिए कानून से ऊपर थे, जिसका खमियाजा बिहार की महिलाओं को भुगतना पड़ा।
मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की प्रशंसा की और केंद्र और राज्य सरकार की महिला-केंद्रित योजनाओं का जिक्र किया। बिहार में 2010 से महिला मतदाताओं ने जदयू-भाजपा गठबंधन की जीत में अहम भूमिका निभाई है। मोदी ने कहा कि महिला मतदाताओं से राज्य में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को मिले समर्थन की बदौलत ही राजद और कांग्रेस सत्ता से बेदखल हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने देश के स्वतंत्रता संग्राम और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पूर्णिया के योगदान के बीच समानता बताई। उन्होंने कहा कि पूर्णिया के एक ‘बहादुर’ पुत्र ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि, प्रधानमंत्री ने उनका नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा भारतीय वायु सेना के उप-प्रमुख अवधेश कुमार भारती की तरफ था। भारती ने वायु संचालन महानिदेशक के रूप में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता में अपनी बहादुरी और कौशल का शानदार परिचय दिया था।
इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वह अब राजग छोड़ कर कहीं नहीं जाएंगे। उन्होंने राजद-कांग्रेस गठबंधन के साथ जाने खेद व्यक्त किया। उन्होंने अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं पर उन्हें गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि ‘उनमें से एक यहां बैठे हैं।’ उन्होंने केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ‘ललन’ की ओर इशारा किया, जिन्हें उन्होंने लगभग दो साल पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया था।
कुमार ने 2024 और 2025 के केंद्रीय बजटों में बिहार-केंद्रित योजनाओं के लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की। नीतीश कुमार ने राज्य सरकार की तरफ से हुईं कुछ महत्त्वपूर्ण घोषणाओं का भी उल्लेख किया, जिनमें 125 यूनिट बिजली निःशुल्क करना और सामाजिक सुरक्षा पेंशन में वृद्धि आदि शामिल हैं। उन्होंने महिलाओं से खड़े होकर प्रधानमंत्री का अभिवादन करने का आग्रह कर अपना भाषण समाप्त किया।
मोदी ने कहा कि रेल, हवाई अड्डों, बिजली और पानी से जुड़ी परियोजनाएं सीमांचल की आकांक्षाओं को पूरा करने का एक साधन साबित होंगी। उन्होंने पूर्णिया अंतरिम टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया और वहां से पहली व्यावसायिक उड़ान को हरी झंडी दिखाई।
उन्होंने चार रेलगाड़ियों को भी हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने मखाना क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 475 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि असम और पश्चिम बंगाल सहित सीमांचल और पूर्वी भारत को अवैध घुसपैठियों के कारण गंभीर जनसांख्यिकीय संकट का सामना करना पड़ा है। मोदी ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को हल करने के लिए लाल किले से ‘ जनसांख्यिकीय मिशन’ शुरू स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस-राजद गठबंधन एवं उनसे जुड़े लोग वोट-बैंक की राजनीति के लिए घुसपैठियों का बचाव कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने बिहार के लोगों की तुलना ‘बीड़ियों’ से कर उनका अपमान किया है। नीतीश के अलावा बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।