टाटा मोटर्स (Tata Motors) के कारोबार के दो हिस्सों में बंटने के बाद अब निवेशकों की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि पैसिव फंड्स इसका क्या असर दिखाएंगे। कंपनी ने अपने बिजनेस को दो प्रमुख शाखाओं में बांटा है। पहला हिस्सा पैसेंजर व्हीकल (PV) का है, जिसमें कारें, इलेक्ट्रिक गाड़ियां (EV) और जगुआर लैंड रोवर (JLR) में कंपनी की हिस्सेदारी शामिल है। यह हिस्सा अब Tata Motors PV (TMPV) के नाम से शेयर बाजार में ट्रेड कर रहा है। दूसरा हिस्सा कमर्शियल व्हीकल (CV) का है, जिसमें ट्रक, बसें और उनसे जुड़ा पूरा कारोबार आता है। यह नई कंपनी Tata Motors के नाम से जल्द ही शेयर बाजार में लिस्ट होने वाली है
टाटा मोटर्स की डिमर्जर योजना 1 अक्टूबर 2025 से लागू हो गई थी। इसके बाद कंपनी ने 14 अक्टूबर 2025 को रिकॉर्ड डेट तय की। इस दिन यह तय किया गया कि किन निवेशकों को नई कंपनी में शेयर (हिस्सेदारी) मिलेंगे। कंपनी के मुताबिक, नई कमर्शियल व्हीकल (CV) कंपनी की लिस्टिंग शेयर बाजार में जरूरी दस्तावेज जमा करने के 45 से 60 दिनों के अंदर होने की उम्मीद है।
ब्रोकरेज फर्म Nuvama Institutional Equities का मानना है कि TMPV को Nifty 50 और Sensex इंडेक्स से बाहर किए जाने की संभावना बहुत कम है। हालांकि, नई बनी कमर्शियल व्हीकल कंपनी को लिस्टिंग के कुछ दिन बाद, आम तौर पर तीन ट्रेडिंग सेशनों के भीतर, इंडेक्स से हटाया जा सकता है।
Nuvama के विश्लेषण के अनुसार, TMPV को इंडेक्स से बाहर करने की संभावना तभी बनती, अगर शेयर की कीमत में भारी गिरावट होती। उदाहरण के लिए, अगर 13 अक्टूबर 2025 को TMPV के शेयर में 40 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आती या 14 अक्टूबर (रिकॉर्ड डेट) को 45–50 प्रतिशत की गिरावट होती, तो यह Nifty 50 से बाहर हो सकता था। लेकिन बाजार में ऐसा कोई गिरावट देखने को नहीं मिली।
Sensex के मामले में मानदंड कुछ ढीले हैं। अगर TMPV के शेयर में 20 प्रतिशत या उससे अधिक की गिरावट होती, तो यह सेंसेक्स से बाहर होने के खतरे में आ सकता था, लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ।
Nuvama ने कहा है कि TMPV को MSCI और FTSE इंडेक्स से भी हटाया नहीं जाएगा। केवल इसके फ्री-फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन में बदलाव किया जाएगा। ब्रोकरेज ने यह भी अनुमान लगाया कि नई कमर्शियल व्हीकल कंपनी की मार्केट वैल्यू करीब 7.5 अरब डॉलर रहेगी। जो पिछली समान कंपनियों की तुलना में काफी ज्यादा है।
इस वजह से कंपनी को वैश्विक इंडेक्स में बने रहने या शामिल होने की पूरी संभावना है। कुल मिलाकर, टाटा मोटर्स का यह डिमर्जर निवेशकों के लिए नई संभावनाएं लेकर आया है, और फिलहाल इसके इंडेक्स से बाहर होने का कोई खतरा नजर नहीं आ रहा है।