facebookmetapixel
IndiGo करेगी ₹7,270 करोड़ का निवेश, अपनी सब्सिडियरी कंपनी से करेगी विमानों का अधिग्रहणसावधान! साइबर ठग लोगों को RBI का अधिकारी बनकर भेज रहे हैं वॉइसमेल, सरकार ने किया सचेतREITs को मार्केट इंडेक्स में शामिल करने की तैयारी, निवेश को मिलेगी नई उड़ान; सेबी लाएगी आसान नियमविदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं? जानें इसके लिए कैसे मिलता है लोन और क्या-क्या है जरूरीक्या सोना अब और टूटेगा? जानिए क्यों घट रही हैं कीमतें47% चढ़ सकता है सर्विस सेक्टर कंपनी का शेयर, ब्रोकरेज ने BUY रेटिंग के साथ शुरू की कवरेजGroww Q2 Results: दमदार तिमाही से शेयर 7% उछला, मुनाफा 25% बढ़ा; मार्केट कैप ₹1 लाख करोड़ के पारNifty-500 में रिकॉर्ड मुनाफा, लेकिन निफ्टी-100 क्यों पीछे?Sudeep Pharma IPO: ग्रे मार्केट में धमाल मचा रहा फार्मा कंपनी का आईपीओ, क्या निवेश करना सही रहेगा?Smart Beta Funds: क्या स्मार्ट-बीटा में पैसा लगाना अभी सही है? एक्सपर्ट्स ने दिया सीधा जवाब

मैक्वेरी ने निजी बीमा कंपनियों को किया डाउनग्रेड

इस साल के आम बजट में उच्च कीमत वाली जीवन बीमा पॉलिसियों से मिलने वाली रकम पर आयकर छूट सीमित कर दी गई है

Last Updated- June 09, 2023 | 10:53 PM IST
In a first, micro insurance premium in life segment tops Rs 10k cr in FY24 माइक्रो बीमा सेगमेंट ने FY24 में रचा इतिहास, पहली बार न्यू बिजनेस प्रीमियम 10,000 करोड़ के पार निकला

मैक्वेरी (Macquarie ) ने वृद्धि की चिंता का हवाला देते हुए निजी क्षेत्र की तीन बीमा कंपनियों एचडीएफसी लाइफ (HDFC Life), आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ (ICICI Prudential Life ) और एसबीआई लाइफ (SBI Life) को डाउनग्रेड कर आउटपरफॉर्म से न्यूट्रल कर दिया है। इसके साथ ही ब्रोकरेज ने तीनों कंपनियों के शेयर की कीमत का लक्ष्य 15-15 फीसदी से ज्यादा घटा दिया है।

मैक्वेरी कैपिटल के वित्तीय सेवा शोध प्रमुख (Head of Financial Services Research) सुरेश गणपति ने एक नोट में कहा है, अब हम वित्त वर्ष 23-26ई में नए कारोबार की वैल्यू (VNV) 9 से 15 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि‍ से बढ़ने को भविष्यवाणी कर रहे हैं, जो वित्त वर्ष 22-25ई में 16 से 22 फीसदी रहने की संभावना थी। अल्पावधि के लिहाज से उत्प्रेरक नहीं दिख रहे। जब तक कि वृद्धि ठीक-ठाक रफ्तार नहीं पकड़ती, क्षेत्र का प्रदर्शन पिछड़ेगा। मूल्यांकन का सहारा सीमि​त गिरावट बताता है।

तीनों कंपनियों के शेयर शुक्रवार को टूटे और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ सबसे ज्यादा 3.5 फीसदी टूटकर 495 रुपये पर टिका।

उन्होंने कहा, पिछले पांच वर्षों (वित्त वर्ष 18-23) में निजी क्षेत्र के VNV की सालाना चक्रवृद्धि रफ्तार 17 से 30 फीसदी रही है, जिसे मोटे तौर पर मार्जिन के रिकॉर्ड स्तर से सहारा मिला है और बड़ी कंपनियों के मामले में यह करीब 30 फीसदी रहा है जबकि पांच साल पहले 20 फीसदी से नीचे था। हमारा मानना है कि मार्जिन कमोबेश सर्वोच्च स्तर पर पहुंच चुका है और मुझे नहीं लगता कि यह इस चक्र में VNV में बढ़त को सहारा मिलेगा। इसके अतिरिक्त, हालिया कर बदलाव के चलते वृद्धि पर असर पड़ेगा।

Also read: म्युचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए आने वाले साल होंगे शानदार: संजीव बजाज

इस साल के आम बजट में उच्च कीमत वाली जीवन बीमा पॉलिसियों से मिलने वाली रकम पर आयकर छूट सीमित कर दी गई है। इसके तहत 5 लाख रुपये प्रीमियम वाली जीवन बीमा पॉलिसी से मिलने वाली आय को ही कराधान से छूट मिलेगी।

पिछले एक साल में बीमा शेयरों ने बेंचमार्क निफ्टी से करीब 13 फीसदी कमजोर प्रदर्शन किया है। इसके परिणामस्वरूप इस क्षेत्र की कंपनियों का मूल्यांकन एतिहासिक औसत से कम है। हालांकि मैक्वेरी का मानना है कि इन स्तरों पर बेहतर मूल्यांकन की खातिर नए कारोबार की रफ्तार 20 फीसदी से ज्यादा होनी चाहिए।

First Published - June 9, 2023 | 8:02 PM IST

संबंधित पोस्ट