पंजाब नैशनल बैंक के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी अशोक चंद्रा ने ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में कहा कि इस वित्त वर्ष में लगभग 20 प्रतिशत पूंजी और राजस्व व्यय को मिलाकर आधारभूत ढांचा व डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर खर्च किया जाएगा। बीते वित्त वर्ष में लगभग 62 से 63 प्रतिशत पूंजी व्यय और 19 से 20 प्रतिशत राजस्व व्यय आईटी व डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किया गया था।
चंद्रा ने बताया, ‘पिछले साल आईटी व डिजिटल को बेहतर बनाने के लिए 63 प्रतिशत से अधिक पूंजी व्यय और लगभग 20 प्रतिशत राजस्व व्यय किया गया।’ उन्होंने कहा, ‘115 करोड़ ग्राहकों के विश्वास के लिए ठोस डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता है और हम इसे देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’चंद्रा ने 24×7 ऑपरेशनल रिस्क कमांड सेंटर, रियल-टाइम अलर्ट के साथ ट्रांजैक्शन मॉनिटरिंग सिस्टम और म्यूल हंटर टूल (आरबीआई इनोवेशन हब के समन्वय से) सहित मजबूत फ्रेमवर्क पर जोर दिया। इसने 300 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी को रोकने में मदद की है।
इसके अलावा डिजिटल ऑपरेशंस को मदद करने के लिए गुड़गांव में प्राइवेट क्लाउड क्षमताओं वाला नया अत्याधुनिक डेटा सेंटर भी पाइपलाइन में है। सार्वजनिक क्षेत्र का पंजाब नैशनल बैंक डिजिटल युग की पीढ़ियों के लिए बैंकिंग के अनुभव का आधुनिकीकरण कर रहा है। बैंक ने कई पहल की हैं। इनमें 10 मिनट से कम समय में खाता ऑनबोर्डिंग, खुदरा व बिजनेस बैंकिंग के लिए पीएनबी वन मोबाइल ऐप, 3 इन 1 खाते की सुविधा जिसमें बचत + डीमेट + टैडिंग एक्सेस हैं।
चंद्रा ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) लागू करने का साधन है। प्रधानमंत्री जन धन योजना में कुल 56 करोड़ खाते हैं और इनमें से 44 करोड़ से अधिक खाते सार्वजनिक बैंकों में हैं।