देश का इलेक्ट्रिक दोपहिया बाजार साल 2025 में भी लगातार बढ़ता रहा तथा जनवरी से नवंबर के बीच कुल पंजीकरण बढ़कर 11.8 लाख का आंकड़ा पार कर गया, जो पिछले साल इसी अवधि में 10.7 लाख था।
अक्टूबर में त्योहारी तेजी बाद नवंबर के दौरान पंजीकरण में पिछल साल के मुकाबले तीन प्रतिशत की गिरावट आई। पिछले महीने की तुलना में यह गिरावट 17 प्रतिशत के साथ और भी ज्यादा रही। कुल मिलाकर पहले 11 महीने के दौरान वॉल्यूम में 10 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है और विश्लेषकों को उम्मीद है कि अधिक आधार की वजह से कैलेंडर वर्ष का समापन 8 से 10 प्रतिशत की वृद्धि के साथ होगा।
प्राइमस पार्टनर्स के सलाहकार अनुराग सिंह ने बताया कि दुलर्भ खनिज मैग्नेट की कमी से संबंधित उत्पादन की दिक्कतों ने कुछ महीनों से उद्योग को परेशान कर रखा है और उत्पादन के आंकड़ों पर इसका असर पड़ रहा है।
उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा ओला जैसी बड़ी कंपनियों का हाल के महीनों में कई वजहों से अच्छा वॉल्यूम नहीं रहा, जिससे उद्योग के कुल वॉल्यूम पर असर पड़ा है।’ उन्होंने कहा कि उनकी निजी राय में ईवी को पहले अपनाने वाले लोग अपनी गाड़ियां खरीद चुके हैं, इसलिए अब गैस-तेल इंजन वाली गाड़ियों को ज्यादा पसंद किया जा रहा है।
वाहन पोर्टल के 1 दिसंबर तक के आंकड़ों से पता चलता है कि 11 महीने की अवधि के दौरान पुराने ओईएम का साफ दबदबा रहा, जबकि नई कंपनियों की रफ्तार में तेजी से बदलाव देखा गया। वाहन के अंतिम आंकड़े एकत्रित किए जा रहे हैं और अंतिम आंकड़ों में कुछ बदलाव आ सकता है। जनवरी-नवंबर के दौरान टीवीएस मोटर बाजार की अग्रणी बनकर उभरी और 2,72,874 ई-दोपहिया वाहनों का पंजीकरण किया, जो सभी विनिर्माताओं में सबसे ज्यादा रहा।
कंपनी नवंबर में मासिक बिक्री के लिहाज से भी शीर्ष पर रही। बजाज ऑटो ने दूसरा स्थान बरकरार रखा और साल के पहले 11 महीने के दौरान 2,50,366 वाहनों का पंजीकरण किया। चेतक की अगुआई वाले उसके इलेक्ट्रिक पोर्टफोलियो की बढ़ती ताकत को और मजबूती मिली।
ईवी क्षेत्र की नए जमाने की माहिर कंपनियों में ओला इलेक्ट्रिक जनवरी और नवंबर के बीच 1,90,088 पंजीकरण के साथ तीसरे स्थान पर रही, हालांकि प्रतिस्पर्धियों से अंतर काफी कम हो गया। एथर एनर्जी 1,83,163 वाहनों के साथ उसके ठीक पीछे रही और नवंबर के आखिर तक दोनों के बीच 7,000 से भी कम वाहनों का अंतर रह गया।
नवंबर के आंकड़ों में मासिक आधार पर रैंकिंग में बड़ा बदलाव दिखा। उद्योग का कुल वाहन पंजीकरण 1,16,849 रहा, जो इस साल दर्ज किया गया दूसरा सबसे ज्यादा मासिक वॉल्यूम है। टीवीएस इस महीने 30,309 वाहनों के साथ सबसे आगे रही और इस तरह उसके पास लगभग 26 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी रही। इसके बाद 25,526 पंजीकरण के साथ बजाज दूसरे स्थान पर रही, जबकि एथर एनर्जी 20,323 पंजीकरण के साथ तीसरे नंबर पर रही।