अग्रिम कर संग्रह में दमदार वृद्धि के कारण सरकार का शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 16 मार्च 2025 तक 13.13 फीसदी बढ़कर 21.3 लाख करोड़ रुपये हो गया। आयकर विभाग द्वारा आज जारी आंकड़ों से यह पता चला है। चालू वित्त वर्ष में अब तक अग्रिम कर संग्रह 14.6 फीसदी बढ़कर 10.4 लाख करोड़ रुपये हो गया जो पिछले साल 9.11 लाख करोड़ रुपये रहा था। अग्रिम कर भुगतान की चौथी किस्त 15 मार्च को देय थी।
ईवाई इंडिया के पार्टनर (कर) असीम मोवार ने कहा, ‘कर राजस्व में वृद्धि को डिजिटलीकरण, बेहतर अनुपालन, कर कानूनों के सरलीकरण और औद्योगिक वृद्धि से बल मिला। चार हजार से अधिक सूचीबद्ध कंपनियों ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के लिए अपनी आय में एक साल की समान तिमाही के मुकाबले 6.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। उनके एबिटा में 11 फीसदी और कर पश्चात लाभ में 12 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।’
शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में गैर-कॉरपोरेट कर भी शामिल हैं। इस दौरान कॉरपोरेट कर 7.1 फीसदी बढ़कर 9.69 लाख करोड़ रुपये हो गया। प्रतिभूति लेनदेन कर 55.5 फीसदी बढ़कर 53,095 करोड़ रुपये हो गया। सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.5 फीसदी बढ़कर 25.9 लाख करोड़ रुपये हो गया जबकि रिफंड 32.5 फीसदी बढ़कर 4.6 लाख करोड़ रुपये हो गया।