RBI MPC Meet 2024: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने प्रमुख नीतिगत दर यानी रेपो रेट (RBI Repo Rate) में लगातार छठी बार कोई बदलाव नहीं किया है और इसे 6.5 प्रतिशत पर ही स्थिर रखा है। इसका मतलब है कि आपकी होम लोन, वाहन लोन या अन्य किसी कर्ज की मासिक किस्त (EMI) पहली की तरह ही रहेगी।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shakti Kant Das) ने गुरुवार को एमपीसी बैठक के नतीजों का ऐलान करते हुए कहा कि रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। उन्होंने कहा कि MPC की छह सदस्यी टीम ने 5-1 की सहमति से ब्याज दर को 6.5 प्रतिशत पर ही रखने का फैसला किया है।
बाजार के ज्यादातर एक्सपर्ट्स ने भी अनुमान जताया था कि आरबीआई के इस बार भी रेपो रेट में बदलाव की संभावना नहीं है। बिज़नेस स्टैंडर्ड के सर्वे में शामिल सभी 10 प्रतिभागियों ने भी ब्याज दरों के 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रहने की संभावना जताई थी।
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मॉनेटरी पॉलिसी ने मई, 2022 से फरवरी, 2023 के बीच 250 आधार अंक या 2.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ रीपो रेट को 6.5 फीसदी कर दिया था। उसके बाद अप्रैल, 2023 की बैठक में दर वृद्धि पर विराम लगा दिया गया था।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने आखिरी बार 8 फरवरी, 2023 को रेपो रेट को 25 आधार अंक (बीपीएस) या 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.50 फीसदी कर दिया था।
रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर भारत का केंद्रीय बैंक यानी भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) कमर्शियल बैंकों को ऋण देता है। मौजूदा रेपो रेट 6.50 फीसदी है।
बता दें कि रिजर्व बैंक महंगाई को नियंत्रण में करने के लिए ब्याज दरों में वृद्धि और कटौती करता है। यह मुद्रास्फीति ही है जिसे थामने के लिए सारी दुनिया के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी या कटौती करते रहते हैं।