वित्त वर्ष 2033 से 36 के बीच भारत 4,466 से 13,845 डॉलर प्रति व्यक्ति आमदनी के साथ उच्च मध्य वर्ग आय की श्रेणी में पहुंच सकता है। साथ ही वित्त वर्ष 2043 से 47 के दौरान भारत 15 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश बन सकता है। इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च ने सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
रेटिंग एजेंसी की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि वित्त वर्ष 2047 तक भारत को 30 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए वित्त वर्ष 2024 से वित्त वर्ष 2047 तक सालाना 9.7 फीसदी वृद्धि दर की जरूरत है।
हालांकि इंडिया रेटिंग्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2047 तक 30 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था तक पहुंचने का लक्ष्य आसान नहीं होगा। हाल की एक रिपोर्ट में रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने भी कहा कि भारत उच्च मध्य आय वर्ग वाला देश बन जाएगा और इसकी अर्थव्यवस्था का आकार करीब दोगुना होकर 7 लाख करोड़ डॉलर हो जाएगा।
क्रिसिल ने कहा है कि इसे उभरते हुए क्षेत्रों में निजी क्षेत्र के निवेश, सरकार की ओर से बुनियादी ढांचे पर लगातार किए जा रहे खर्च, चल रहे सुधारों, डिजिटलीकरण के कारण आई कुशलता और आवाजाही बेहतर होने से समर्थन मिलेगा।
इंडिया रेटिंग्स में वरिष्ठ निदेशक और प्रधान अर्थशास्त्री सुनील कुमार सिन्हा ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2024 के 3.6 लाख करोड़ डॉलर से भारत की अर्थव्यवस्था की आगे की यात्रा वास्तविक जीडीपी वृद्धि, महंगाई दर (जीडीपी डिफ्लेटर) और रुपये व डॉलर के विनिमय दर पर निर्भर होगी।’