फेयरफैक्स इंडिया होल्डिंग्स कॉर्पोरेशन ने IIFL फाइनैंस को नकदी मुहैया कराने का फैसला किया है। हाल ही में रिजर्व बैंक ने गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी IIFL द्वारा गोल्ड लोन देने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसे देखते हुए IIFL में 15.1 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली फेयरफैक्स इंडिया ने नकदी मुहैया कराने की घोषणा की है।
IIFL फाइनैंस ने एक बयान में कहा है, ‘रिजर्व बैंक के प्रतिबंध ने कंपनी के निवेशकों और ऋणदाताओं के बीच नकदी को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। इन चिंताओं के चलते फेयरफैक्स इंडिया ने पारस्परिक रूप से सहमत शर्तों पर और नियामकीय मंजूरी सहित लागू कानूनों के तहत 20 करोड़ डॉलर का नकदी समर्थन देने का फैसला किया है।’
IIFL फाइनैंस देश में गोल्ड लोन का कारोबार करने वाली शीर्ष दो कंपनियों में से एक है जिसका गोल्ड लोन पोर्टफोलियो 24,692 करोड़ रुपये का है। वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही तक के आंकड़ों के मुताबिक यह उसके कुल 77,444 करोड़ रुपये ऋण का 32 प्रतिशत है।
फेयरफैक्स इंडिया के चेयरमैन प्रेम वत्स ने कहा, ‘हम IIFL समूह की कंपनियों में दीर्घकालिक निवेशक रहे हैं और हमें निर्मल जैन और आर वेंकटरमन के नेतृत्व वाली कंपनी की मजबूत प्रबंधन टीम पर पूरा भरोसा है।’ वत्स ने आगे कहा, ‘हमें विश्वास है कि निर्मल और वेंकट आरबीआई के मानकों को पूरा करने और अनुपालन को पूरा करने के लिए सुधारात्मक कदम उठाएंगे।’
IIFL फाइनैंस के प्रबंध निदेशक निर्मल जैन ने मंगलवार को विश्लेषकों से बातचीत में कहा था कि कंपनी किसी तरह की नकदी की कमी का सामना नहीं कर रही है और गोल्ड लोन बिजनेस से लगातार कलेक्शन और रिकवरी रो रही है। जैन ने कहा, ‘मसले के समाधान होने तक हम पुनर्भुगतान से धन संग्रह जारी रखेंगे। हमारे पास पर्याप्त नकदी के साधन हैं और निकट भविष्य में कोई चुनौती नजर नहीं आ रही है।
हम न शाखाओं से अन्य उत्पाद बेचने की भी कोशिश करेंगे।’मंगलवार को IIFL के शेयर 20 प्रतिशत गिरे थे और लोवर सर्किट को छू गए थे। इसके शेयरों में बुधवार को 20 प्रतिशत और गिरावट आई है। IIFL फाइनेंस के प्रबंध निदेशक निर्मल जैन ने कहा, ‘ऐसे मौके पर फेयरफैक्स इंडिया और प्रेम द्वारा मदद देने की घोषणा हमारे लिए काफी प्रेरक साबित होगी। हम रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों का पूरी तरह पालन करने और नियामक के दिशानिर्देशों में मजबूत अनुपालन, जोखिम प्रबंधन और साफ सुथरी गतिविधियों के साथ कारोबार बढ़ाने को प्रतिबद्ध हैं।’