टाटा स्टील ने मंगलवार को मार्च तिमाही के लिए 1,705 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ की जानकारी दी। कंपनी ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि यह एक साल पहले के 9,756 करोड़ रुपये से 82 फीसदी कम है। ऑपरेशन से कंपनी का समेकित कुल राजस्व पिछले वर्ष की समान तिमाही में 69,323 करोड़ रुपये के मुकाबले 9% से ज्यादा घटकर 62,962 करोड़ रुपये रह गया।
टाटा स्टील बोर्ड ने 3.60 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के लाभांश (dividend) की घोषणा की है। कंपनी ने तिमाही के दौरान रखरखाव व बाकी चीजों पर 4,396 करोड़ रुपये और पूरे साल के लिए 14,142 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। कलिंगनगर में 5 MTPA विस्तार और पंजाब में 0.75 MTPA की EAF मिल लगाने का काम प्रगति पर है।
कंपनी का नेट कर्ज 3,900 करोड़ रुपये घटकर 67,810 करोड़ रुपये रह गया और तरलता (liquidity) 28,688 करोड़ रुपये के साथ मजबूत बनी हुई है। EBITDA का नेट कर्ज 2.07 गुना था।
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टाटा स्टील ने एक बयान में कहा, “यूरोप में, तिमाही दर तिमाही (तिमाही-दर-तिमाही) आधार पर मार्जिन व्यापक रूप से समान था, क्योंकि राजस्व में गिरावट से लागत में सुधार हुआ था।” स्टील की कीमतों में गिरावट और कोकिंग कोयले की बढ़ती कीमतों ने पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही से उद्योग के मुनाफे को निचोड़ा है। टाटा स्टील ने इस्तेमाल किए गए कच्चे माल की लागत में 6% की वृद्धि दर्ज की है।
कंपनी ने पिछले महीने कहा था, यूरोप में डिलीवरी वॉल्यूम 11% से अधिक गिर गया, लेकिन भारत में 0.6% बढ़ गया। तिमाही आय रिपोर्ट करने वाली प्रमुख इस्पात कंपनियों में टाटा स्टील पहली है। JSW स्टील 19 मई को नतीजे पेश करेगी।