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टियर-2 शहरों में घरों की सप्लाई में भारी गिरावट, किफायती मकानों की डिमांड सबसे ज्यादा प्रभावित

50 लाख से एक करोड़ कीमत वाले मकानों की आपूर्ति सबसे कम घटी, एक से दो करोड़ रुपये कीमत के मकानों की आपूर्ति और हिस्सेदारी दोनों बढ़ी।

Last Updated- June 12, 2025 | 4:29 PM IST
Real Estate

Housing supply 2025 Q1: भारत के प्रमुख 15 टियर-2 शहरों में इस साल की पहली तिमाही के दौरान मकानों की आपूर्ति में गिरावट दर्ज की गई है। इस अवधि में 50 लाख रुपये से कम कीमत के मकानों (किफायती ) की आपूर्ति में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। वहीं 50 लाख से एक करोड़ रुपये कीमत के मकानों की आपूर्ति में सबसे कम गिरावट आई है और कुल आपूर्ति में इनकी हिस्सेदारी भी बढ़ गई है। एक से दो करोड़ रुपये कीमत वाले मकानों की आपूर्ति और हिस्सेदारी दोनों में इजाफा हुआ है। इन 15 शहरों में शामिल 7 राज्यों की राजधानियों में मकानों की आपूर्ति में 43 फीसदी गिरावट देखने को मिली है।

प्रमुख 15 टियर-2 शहरों में 2025 की पहली तिमाही कितने मकानों की आपूर्ति हुई?

एनएसई पर सूचीबद्ध रियल एस्टेट डेटा विश्लेषक फर्म प्रॉपइक्विटी की रिपोर्ट के अनुसार 2025 की जनवरी-मार्च अवधि में देश के 15 प्रमुख टियर-2 शहरों में 30,155 मकानों की आपूर्ति हुई। यह पिछले साल की समान अवधि में 45,901 मकानों की आपूर्ति से 35 फीसदी कम है। इन प्रमुख 15 टियर-2 शहरों में कोयम्बटूर को छोड़कर सभी शहरों में आपूर्ति में गिरावट दर्ज की गई है। प्रॉपइक्विटी के संस्थापक और सीईओ समीर जसूजा ने कहा कि डेवलपर के सतर्क रवैये और बदलती प्राथमिकताओं के कारण आपूर्ति में गिरावट आई है।

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किस शहर में आपूर्ति में आई सबसे अधिक और कम गिरावट?

प्रॉपइक्विटी की इस रिपोर्ट के अनुसार भुवनेश्वर में मकानों की आपूर्ति सबसे अधिक 72 फीसदी गिरकर 772 रह गई। आपूर्ति में सबसे कम 2 फीसदी गिरावट नासिक में देखी गई। इस शहर में इस साल की पहली तिमाही में 2,466 मकानों की आपूर्ति हुई। टियर-2 शहरों में सबसे बड़े रियल एस्टेट बाजार अहमदाबाद में मकानों की आपूर्ति 35 फीसदी घटकर 11,096 रह गई। उत्तर भारत के टियर-2 प्रमुख बाजार जयपुर में आपूर्ति 55 फीसदी घटकर 1,348, लखनऊ में भी 55 फीसदी घटकर 1,026  और भोपाल में 51 फीसदी घटकर 365 रह गई।

किफायती मकानों की आपूर्ति में बड़ी गिरावट

किफायती मकानों (50 लाख रुपये से कम कीमत) की आपूर्ति में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। प्रॉपइक्विटी की इस रिपोर्ट के अनुसार इस साल पहली तिमाही में 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले मकानों की आपूर्ति में 54 फीसदी गिरावट आई है और इनकी हिस्सेदारी भी सालाना आधार पर 33.01 फीसदी से घटकर 23.62 फीसदी रह गई। इस साल पहली तिमाही में इन मकानों की आपूर्ति 7,124 रही, जो पिछले साल की समान अवधि में हुई 15,420 मकानों की आपूर्ति से आधी से भी कम है।

पहली तिमाही में प्रतिशत के हिसाब से देखें तो आपूर्ति सबसे अधिक 73 फीसदी गिरावट 2 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के मकानों में देखी गई है। लेकिन इन मकानों की कुल आपूर्ति में हिस्सेदारी 5 फीसदी करीब ही है। राज्यों की राजधानियों पर नजर डालें तो 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले मकानों की आपूर्ति में 90 फीसदी गिरावट आई और राज्यों की राजधानियों पर नज़र डालें तो रु 50 लाख से कम कीमत वाली युनिट्स की आपूर्ति में 90 फीसदी गिरावट देखी गई है, वहीं रु 50 लाख- 1 करोड़ वाली युनिट्स की आपूर्ति 13 फीसदी गिरी है। हालांकि रु 1-2 करोड़ वाली युनिट्स की आपूर्ति 31 फीसदी बढ़ी है।

किस कीमत के मकानों की आपूर्ति में आई सबसे कम कमी?

कुल आपूर्ति में सबसे अधिक हिस्सेदारी रखने 50 लाख से एक करोड़ कीमत के मकानों की आपूर्ति में सबसे कम गिरावट देखने को मिली है। प्रॉपइक्विटी की रिपोर्ट के अनुसार 50 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये कीमत के मकानों की आपूर्ति में सबसे कम 12 फीसदी कमी दर्ज की गई है। इन मकानों की हिस्सेदारी में भी इजाफा हुआ है। इनकी हिस्सेदारी 35.85 फीसदी से बढ़कर 47.85 फीसदी हो गई है। जसूजा ने कहा कि वित्तीय रूप से सशक्त डेवलपर जिनकी बैलेंस शीट अच्छी है, वे अपना मुनाफा बढ़ाने के लिए प्रीमियम मकान लॉन्च करना चाहते हैं। यही कारण है कि इस साल पहली तिमाही में  50 लाख रुपये से कम कीमत वाले मकानों की आपूर्ति में लगातार कमी आ रही है, जबकि एक से दो करोड़ रुपये कीमत वाले मकानों की आपूर्ति का योगदान 18 फीसदी से बढ़कर 23 फीसदी हो गया है। इनकी आपूर्ति में 31 फीसदी इजाफा हुआ है। रीपो दर में हाल में की गई कटौती से होम लोन सस्ता होगा। जिससे टियर-2 शहरों में 50 लाख से दो करोड़ रुपये कीमत वाले मकानों को बढ़ावा मिलेगा। सरकार भी टियर-2 शहरों में विकास और बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर रही है। इससे भी इन शहरों में मकानों की मांग बढ़ने की उम्मीद है।

नई आपूर्ति (इकाइयों में)
City Q1-2024 Q1-2025 % change
Ahmedabad 17108 11096 -35%
Gandhi Nagar 4825 4356 -10%
Surat 5439 3309 -39%
Nashik 2509 2466 -2%
Vadodara 2790 2149 -23%
Jaipur 2997 1348 -55%
Coimbatore 475 1077 127%
Lucknow 2256 1026 -55%
Nagpur 1432 1036 -28%
Bhubaneshwar 2804 772 -72%
Goa 587 444 -24%
Bhopal 738 365 -51%
Mangalore 753 269 -64%
Kochi 437 225 -49%
Trivandrum 751 217 -71%
45901 30155 -35%

 

First Published - June 12, 2025 | 4:29 PM IST

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