भारत के दो बड़े DTH सर्विस प्रोवाइडर, Bharti Airtel और Tata Group, अपने डायरेक्ट-टू-होम (DTH) बिजनेस को मिलाने की बातचीत कर रहे हैं। अगर यह डील हो जाती है, तो Airtel का Bharti Telemedia और Tata Group का Tata Play एक ही कंपनी बन सकते हैं।
बाजार में मचा हलचल, लेकिन कंपनियां चुप
Airtel ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कहा, “हम Tata Play और Bharti Telemedia के विलय को लेकर आपसी बातचीत कर रहे हैं। फिलहाल यह प्रक्रिया शुरुआती दौर में है और सभी पक्षों की सहमति के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।”
हालांकि, इस नए गठजोड़ की सही संरचना कैसी होगी, इस पर अभी Tata Play और Airtel ने कोई टिप्पणी नहीं की है।
DTH कंपनियों की हालत खराब, क्यों हो रहा है विलय?
भारत में DTH कंपनियों की हालत कुछ खास अच्छी नहीं है। लोग अब OTT प्लेटफॉर्म (Netflix, Amazon Prime, Hotstar) की ओर शिफ्ट हो रहे हैं, जिससे DTH का सब्सक्राइबर बेस लगातार गिर रहा है।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, DTH के एक्टिव यूजर्स 62.17 मिलियन (जून 2024) से घटकर 59.91 मिलियन (सितंबर 2024) रह गए हैं।
फिर भी Airtel Digital TV की ग्रोथ जारी
जहां ज्यादातर DTH कंपनियों के सब्सक्राइबर कम हो रहे हैं, वहीं Airtel Digital TV लगातार नए ग्राहक जोड़ रहा है।
Bharti Airtel के वाइस-चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गोपाल विट्टल ने बताया, “पिछली तिमाही में हमने 29,000 नए ग्राहक जोड़े हैं। हमारी सिंपल प्राइसिंग, शानदार कंटेंट और टेक्नोलॉजी पर ध्यान देने से हमें बाजार में फायदा मिल रहा है।”
क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?
विशेषज्ञों का कहना है कि DTH इंडस्ट्री के लिए यह विलय बेहद जरूरी हो गया है। एक मीडिया कंसल्टेंट ने कहा, “DTH के यूजर्स लगातार कम हो रहे हैं, इसलिए इस इंडस्ट्री के लिए एक मजबूत गठजोड़ की जरूरत है।”
हालांकि, उनका यह भी मानना है कि इस विलय से Dish TV या छोटे रीजनल ऑपरेटरों पर तुरंत असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने आगे कहा, “अगर Airtel और Tata Play एक हो जाते हैं, तो वे फाइबर इन्फ्रास्ट्रक्चर, एडवांस सेट-टॉप बॉक्स जैसी टेक्नोलॉजी में निवेश कर सकते हैं और ग्राहकों को कुछ नया दे सकते हैं।”
क्या कहता है भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI)?
अगर Airtel और Tata Play एक हो जाते हैं, तो यह DTH बाजार की सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी। इसीलिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) इस डील की गहन समीक्षा करेगा।
लूथरा एंड लूथरा फर्म के पार्टनर GR भाटिया का कहना है, “CCI शायद इस मर्जर को मंजूरी दे दे, लेकिन कुछ शर्तों के साथ। मुमकिन है कि कंपनियों को कुछ बिजनेस सेगमेंट बेचने पड़ें, कीमतों पर कैप लगाया जाए, या फिर कस्टमर सर्विस को लेकर कुछ नियम लागू किए जाएं।”
क्या Tata Play का नाम बदल जाएगा?
एक इंडस्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि अगर यह मर्जर हो जाता है, तो Tata Play, Airtel Digital TV के बिजनेस स्ट्रक्चर में शामिल हो सकता है और इसका नया ब्रांड नाम भी रखा जा सकता है।