Tata Group की कंपनी एयर इंडिया ने ईरान और इजराइल के बढ़ते तनाव के मद्देनजर इजराइल के लिए अपनी सारी उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं। PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि अब तेल अवीव के लिए दिल्ली से (Delhi to Tel Aviv) एयर इंडिया की फ्लाइट रोक दी गई है।
बता दें कि एयरलाइन ने 7 अक्टूबर, 2023 को भारत और इजराइल के बीच अपनी उड़ान सेवा बंद कर दी थी, क्योंकि उस दौरान इजराइल और हमास के बीच जंग (Israel-hamas war) काफी तेज हो गई थी और सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाना पड़ा था। बाद में फिर से 3 मार्च 2024 को कंपनी ने दिल्ली से तेल अवीव के लिए उड़ान सेवा शुरू की मगर आज फिर से इसे अस्थायी तौर पर सस्पेंड करना पड़ा।
गौरतलब है कि ईरान और इजराइल के बीच हमले काफी तेज हो गए हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने आज इजराइल और अमेरिका को चेतावनी दी है कि अगर उसके द्वारा इजराइली क्षेत्र पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले के जवाब में कोई कार्रवाई की गई, तो उसका गलत खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। ऐसा ईरान की तरफ से तब आया है जब इजराइल ने कहा कि ‘अभियान अभी खत्म नहीं हुआ है’।
दोनों कट्टर दुश्मन देशों के बीच युद्ध छिड़ने और इसमें अमेरिका को भी शामिल किए जाने से खतरा औऱ भी बढ़ सकता है क्योंकि अमेरिका ने कहा कि वह ईरान के साथ संघर्ष नहीं चाहता है, लेकिन अपनी सेना और इजराइल की रक्षा करने में वह संकोच नहीं करेगा।
गौरतलब है ईरान ने शनिवार रात यानी 13 अप्रैल को इजराइल पर 200 से ज्यादा प्रोजेक्टाइल लॉन्च किए, जिनमें दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलें, क्रूज मिसाइलें और ड्रोन शामिल थे। ऐसे में इजरायल से आने-जाने वाली और भी उड़ानें निलंबित होने की संभावना है।
एयर इंडिया के अलावा Tata Group की ही एयरलाइन कंपनी विस्तारा (Vistara) ने ईरानी हवाई क्षेत्र (Iranian airspace) से बचने की घोषणा की है और यात्रियों (passengers) और चालक दल (crew) की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने यूरोप और अमेरिका जाने वाली फ्लाइटों के लिए लंबे मार्ग अपना रही हैं। ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के कारण भारतीय एयरलाइंस यूरोप और मध्य पूर्व (Middle East) के लिए हवाई मार्ग बदल रही हैं।
इसके अलावा स्विस इंटरनेशनल एयर लाइन्स (Swiss International Air Lines ) ने भी अगली सूचना तक यानी अस्थायी तौर पर ही तेल अवीव से आने-जाने वाली उड़ानें सस्पेंड कर दी है। जर्मन कैरियर लुफ्थांसा (Lufthansa) के स्वामित्व वाली कंपनी ने कहा कि उसके सभी विमान ईरान, इराक और इजराइल के हवाई क्षेत्रों से बच रहे थे, जिससे भारत और सिंगापुर से उड़ानों में देरी हो रही थी।