टेमासेक समर्थित मणिपाल हॉस्पिटल्स और मलेशिया की दिग्गज आईएचएच, कनाडाई पेंशन फंड ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान बोर्ड (ओटीपीपी) से पुणे की 1,200 बिस्तरों वाले सह्याद्रि हॉस्पिटल्स के अधिग्रहण की दौड़ में हैं। मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार यह सौदा 3,500 करोड़ रुपये का हो सकता है।
ओटीपीपी ने कुछ समय पहले प्रस्तावित बिक्री प्रक्रिया शुरू करने के लिए बैंकरों को नियुक्त किया था। हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक प्रस्ताव नहीं आया है, लेकिन घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने कहा कि बोली लगाने की प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है। एक सूत्र ने कहा, औपचारिक बोली जमा कराने आदि के लिए प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी, जिसमें कुछ सप्ताह लग सकते हैं।
शुरुआती पूछताछ हो चुकी है। सूत्रों ने कहा कि अस्पताल का मूल्य उसके एबिटा से लगभग 14-15 गुना होने की संभावना है और यह लगभग 3500-3600 करोड़ रुपये के आसपास होगा। समझा जाता है कि भारत में नेटवर्क का विस्तार कर रही टेमासेक समर्थित मणिपाल हॉस्पिटल्स और फोर्टिस में बहुलांश हिस्सा रखने वाली आईएचएच इस अधिग्रहण की दौड़ में है।
टेमासेक के प्रवक्ता ने कहा, टेमासेक अपनी निवेशित कंपनियों की ओर से कोई टिप्पणी नहीं करता है। इस संबंध में जानकारी के लिए मणिपाल हॉस्पिटल्स को भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला। आईएचएच और ओटीपीसी ने भी ईमेल का जवाब नहीं दिया।
ओटीपीपी के पास सह्याद्रि हॉस्पिटल्स में की 100 फीसदी हिस्सेदारी है, जिसके पास पुणे, अहमदनगर, नासिक आदि में सुविधाएं हैं। यहां ऑन्कोलॉजी के अलावा मां और बच्चे की देखभाल जैसी विशिष्टताएं भी हैं। हाल के वर्षों में अस्पताल श्रृंखला ने पूरे महाराष्ट्र में अपना विस्तार करने के लिए करीब 750 करोड़ रुपये का निवेश किया है। अस्पताल की वेबसाइट के अनुसार, इसके पास 11 अस्पताल, 2,000 चिकित्सक और 4,000 विशेषज्ञ कर्मचारी हैं।
यह मणिपाल हॉस्पिटल्स के लिए एकदम सही है, जिसने पूर्वी भारत में एएमआरआई हॉस्पिटल्स, मेडिका सिनर्जी के अलावा कोलंबिया एशिया नेटवर्क और दक्षिण में विक्रम हॉस्पिटल्स का अधिग्रहण किया है। सह्याद्रि पश्चिम भारत में उसे काफी जरूरी स्थान दे सकता है। इस बीच, आईएचएच भारत में 3 अग्रणी अस्पताल कंपनियों में शामिल होने की कोशिश कर रही है। यह अब भारत में फोर्टिस और ग्लेनईगल्स ब्रांड के तहत अस्पताल नेटवर्क का परिचालन करती है।