हिंदुस्तान जिंक ने बुधवार को अपने ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के लिए फ्लोर प्राइस 486 रुपये तय करने की घोषणा की। फ्लोर प्राइस बीएसई पर आखिरी बंद भाव 573 रुपये के मुकाबले 15.2 फीसदी कम है।
ओएफएस के जरिये प्रवर्तक वेदांत की योजना 3.17 फीसदी हिस्सेदारी यानी 13.37 करोड़ शेयर बेचने की है। आधार कीमत पर ओएफएस से प्रवर्तक को 6,500 करोड़ रुपये मिलेंगे।
यह शेयर बिक्री शुक्रवार को गैर-खुदरा निवेशकों के लिए होगी जबकि सोमवार को खुदरा निवेशकों के लिए, जिन्हें ओएफएस में 10 फीसदी आरक्षण मिला है। कुल 13.37 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे।
जून 2024 के आखिर में वेदांत के पास हिंदुस्तान जिंक की 64.92 फीसदी हिस्सेदारी थी, वहीं केंद्र सरकार के पास 29.54 फीसदी, जिसकी कीमत अभी 2.42 लाख करोड़ रुपये है। सकारात्मक नकदी वाली हिंदुस्तान जिंक देश में जस्ते की सबसे बड़ी उत्पादक है।
अनिल अग्रवाल की अगुआई वाली वेदांत और ब्रिटिश मूल कंपनी वेदांत रिसोर्सेस ने अपना कर्ज घटाने की कोशिश शुरू की है।
जून में वेदांत रिसोर्सेस की इकाई फिनसाइडर इंटरनैशनल देश में सूचीबद्ध वेदांत की 2.6 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 4,184 करोड़ रुपये जुटाए थे, जिसका इस्तेमाल कर्ज घटाने में किया गया। जून के आखिर में वेदांत का शुद्ध कर्ज 61,324 करोड़ रुपये था जबकि सकल कर्ज 78,016 करोड़ रुपये। 31 मार्च को वेदांत रिसोर्सेस का कर्ज करीब 6 अरब डॉलर था।
जुलाई में वेदांत ने पात्र संस्थागत नियोजन के जरिये 400 रुपये के भाव पर 19.31 करोड़ नए शेयर जारी कर 8,500 करोड़ रुपये जुटाए थे।
जुलाई के आखिर में ग्लोबल रेटिंग एजेंसी एसऐंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने वेदांत रिसोर्सेस की रेटिंग बढ़ाकर बी कर दी थी।