होटल (आतिथ्य) क्षेत्र की कंपनियां 850 करोड़ रुपये के कारोबारी अवसर का पूरा फायदा उठाने की तैयारी कर रही हैं, जो भारत की G-20 अध्यक्षता से तैयार होने वाला है।
आतिथ्य क्षेत्र का मानना है कि भारत में होने वाली G-20 की बैठकों के लिए आने वाले प्रतिनिधिमंडल से संबंधित यात्रा और उनकी ठहरने की जरूरतों को पूरा कर करीब 850 करोड़ रुपये की आय हासिल की जा सकती है। साथ ही इस दौरान भविष्य में वृद्धि के लिए मजबूत नींव रखी जा सकती है।
भारतीय होटल संघ के उपाध्यक्ष के बी काचरू ने बताया, ‘जिन शहरों में G-20 की बैठकें निर्धारित हैं, वहां मांग तेजी से बढ़ी है। इसके साथ ही 2022 की अंतिम तिमाही से प्रमुख व्यापारिक शहरों में पांच सितारा (5 star) होटलों के कमरों का किराया लगभग 20 प्रतिशत बढ़ा है। ये रुझान आने वाले महीनों में जारी रहने का अनुमान है।’
उन्होंने ईमेल से पूछे गए सवालों के जवाब में कहा, ‘इस आयोजन के लिए आने वाले प्रतिनिधिमंडल से संबंधित यात्रा और आवास संबंधी जरूरतों के लिए लगभग 850 करोड़ रुपये की कमाई होने की उम्मीद है। इसलिए इसका व्यवसाय की वृद्धि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ना तय है।’
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काचरू रैडिसन होटल ग्रुप के मानद चेयरमैन और प्रधान सलाहकार (दक्षिण एशिया) भी हैं। उन्होंने कहा कि राजस्व में वृद्धि के साथ ही इस क्षेत्र में रोजगार बढ़ने की काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने आगे जोड़ा कि आतिथ्य क्षेत्र (hospitality sector) के 5.5 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि G-20 अध्यक्षता वर्ष में भारत देशभर में 59 विभिन्न स्थानों में 200 से अधिक बैठकों की मेजबानी करेगा। इसमें 20 देशों के 1.5 लाख से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है।
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शैले होटल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्याधिकारी (CEO) संजय सेठी ने कहा, ‘भारत की अध्यक्षता में जी20 शिखर सम्मेलन से देश को काफी बढ़ावा मिलेगा।’ उन्होंने कहा कि इसके लाभ एक साल तक सीमित नहीं रहेंगे और इसका दीर्घकालिक प्रभाव देखने को मिलेगा।