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बांग्लादेश ने Adani Power को दिया झटका, बकाया पेमेंट पर जारी विवाद के बीच बिजली की खरीदारी आधी की

बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (BPDB) के अध्यक्ष मो. रेजाउल करीम ने कहा, "जब उन्होंने हमारी बिजली सप्लाई में कटौती की, तो हम हैरान और नाराज थे।"

Last Updated- December 02, 2024 | 7:33 PM IST
Bangladesh halves power buying from Adani Power amid payment dispute बांग्लादेश ने Adani Power को दिया झटका, बकाया पेमेंट पर जारी विवाद के बीच बिजली की खरीदारी आधी की

बांग्लादेश ने अपने पड़ोसी भारत की एक निजी पावर कंपनी, अदाणी पावर से खरीदी जाने वाली बिजली की मात्रा आधी कर दी है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी एक रिपोर्ट में सरकारी अधिकारियों के हवाले से बताया कि सर्दियों में कम मांग के चलते यह कदम उठाया गया है। इस बीच, दोनों पक्षों (बांग्लादेश और अदाणी पावर) के बीच सैकड़ों मिलियन डॉलर के बकाया को लेकर विवाद भी जारी है।

अदाणी पावर ने बकाया भुगतान में देरी के कारण 31 अक्टूबर से बांग्लादेश को बिजली की सप्लाई आधी कर दी। बांग्लादेश ने हाल ही में राजनीतिक उठापटक भी देखा। फिलहाल बांग्लादेश विदेशी मुद्रा संकट से जूझ रहा है। वहीं, दूसरी तरफ कुछ ही दिन पहले उद्योगपति गौतम अदाणी पर अमेरिकी अभियोजकों ने भारत में सौर बिजली के ठेके हासिल करने के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर की रिश्वत देने का आरोप लगाया है।

अदाणी ग्रुप ने अमेरिकी अधिकारियों के रिश्वतखोरी के आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें निराधार बताया और कहा कि समूह सभी कानूनों का अनुपालन करता रहा है। ग्रुप ने कहा कि वह इस मामले में सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करेगा।

अधिकारियों ने कहा कि इसके बाद बांग्लादेश ने अदाणी से कहा कि वह अभी केवल आधी बिजली की सप्लाई जारी रखे, हालांकि वह अपना पुराना बकाया चुकाता रहेगा।

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बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (BPDB) के अध्यक्ष मो. रेजाउल करीम ने कहा, “जब उन्होंने हमारी बिजली सप्लाई में कटौती की, तो हम हैरान और नाराज थे।” उन्होंने कहा, “सर्दियों की मांग अब कम है, इसलिए हमने उन्हें बताया है कि प्लांट की दोनों यूनिट चलाने की जरूरत नहीं है।”

अदाणी पावर झारखंड में 2 अरब डॉलर की लागत से बने पावर प्लांट से बिजली सप्लाई कर रहा है। यह प्लांट 800 मेगावाट की दो यूनिटों वाला है और 2017 में तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के साथ 25 साल के अनुबंध के तहत स्थापित किया गया था।

रॉयटर्स द्वारा देखे गए एक दस्तावेज के अनुसार, इस प्लांट ने नवंबर में केवल 41.82 प्रतिशत क्षमता पर काम किया, जो इस साल का सबसे निचला स्तर है। 1 नवंबर से एक यूनिट बंद है।

BPDB के दो अधिकारियों ने बताया कि पिछले सर्दियों में बांग्लादेश ने अदाणी से प्रति माह लगभग 1,000 मेगावाट बिजली खरीदी थी। उन्होंने कहा कि अदाणी ने बोर्ड से यह पूछा है कि सामान्य खरीदारी कब शुरू होगी, लेकिन अभी तक कोई ठोस जवाब नहीं मिला है।

अदाणी पावर के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी बांग्लादेश को बिजली सप्लाई जारी रखे हुए है, लेकिन बढ़ते बकाए के कारण प्लांट का संचालन अस्थिर हो रहा है। उन्होंने कहा, “हम BPDB और सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निरंतर बातचीत कर रहे हैं, उन्होंने आश्वासन दिया है कि हमारे बकाए जल्द ही चुकाए जाएंगे।”

करीम ने कहा कि बांग्लादेश पर अदाणी का लगभग 650 मिलियन डॉलर बकाया है और उसने पिछले महीने लगभग 85 मिलियन डॉलर और अक्टूबर में 97 मिलियन डॉलर का भुगतान किया है। अदाणी पावर के एक सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि बकाया बढ़कर लगभग 900 मिलियन डॉलर हो गया है, जिससे इसकी ऋण प्रोफ़ाइल को नुकसान पहुंचा है और फंड की लागत बढ़ने का जोखिम है।

बिजली और ऊर्जा मंत्री ने रविवार को रॉयटर्स को बताया कि बांग्लादेश अदाणी डील के तहत कीमतों में तेजी से कमी करना चाहता है, जब तक कि इसे अदालत द्वारा रद्द नहीं किया जाता है, जिसने इसकी जांच के लिए कहा है।

अदाणी पावर के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी के पास इस बात का कोई संकेत नहीं है कि बांग्लादेश पावर खरीद समझौते की समीक्षा कर रहा है।

रॉयटर्स द्वारा देखे गए एक सरकारी दस्तावेज के मुताबिक, अदाणी बांग्लादेश को सबसे अधिक दर पर बिजली सप्लाई करता है। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान अदाणी की प्रति यूनिट बिजली दर 14.87 टका रही, जबकि अन्य भारतीय आपूर्तिकर्ताओं का औसत 9.57 टका था।

बांग्लादेश में खुदरा बिजली की कीमत 8.95 टका प्रति यूनिट है, जिससे सालाना बिजली सब्सिडी बिल 320 बिलियन टका (2.7 बिलियन डॉलर) तक पहुंच गया है।

बांग्लादेश के पावर और ऊर्जा सलाहकार मोहम्मद फौजुल कबीर खान ने कहा, “चूंकि कीमतें ऊंची हैं, इसलिए सरकार को सब्सिडी देनी पड़ती है।” उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि बिजली की कीमतें, न केवल अदाणी की, बल्कि सभी आपूर्तिकर्ताओं की, खुदरा कीमतों के औसत से नीचे आएं।”

First Published - December 2, 2024 | 7:00 PM IST

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