मारुति सुजूकी इंडिया ने आज गुजरात में नया कार कारखाना बनाने की योजना का ऐलान किया। मारुति सुजूकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा कि करीब 35,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस संयंत्र की क्षमता सालाना 10 लाख कारों के उत्पादन की होगी।
उन्होंने कहा कि इस कारखाने के स्थल को अगले कुछ महीनों में अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। मारुति सुजूकी ने गुजरात वाइव्रेंट वैश्विक शिखर सम्मेलन के दौरान इस संबंध में राज्य सरकार के साथ समझौते पत्र पर हस्ताक्षर किए।
भार्गव ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘दोनों पक्ष इस निर्णय में तेजी लाने और संयंत्र के लिए स्थल का चयन करने की जरूरत बात रहे हैं। हमने 2028-29 तक 10 लाख कारों के उत्पादन क्षमता वाले इस कारखाने का निर्णय पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इसलिए हमें इस पर यथाशीघ्र काम शुरू करने की जरूरत है।’
उन्होंने कहा कि समझौते पत्र में दो अहम पहलू शामिल हैं। पहला गुजरात नया संयंत्र लगाने के लिए पसंदीदा स्थल माना गया है। दूसरा कंपनी के गुजरात में मौजूदा संयंत्र की उत्पादन क्षमता 7.50 लाख सालाना से बढ़ाकर 10 लाख साला किया जा रहा है और इसे नई उत्पादन लाइन शुरू करके किया जाएगा। विस्तार पर 3,200 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और नई उत्पादन लाइन का परिचालन 2025-27 में शुरू हो जाएगा।
यह पूछे जाने पर कि नए संयंत्र के लिए स्थल का चयन अगले कुछ महीनों में हो जाएगा तो भार्गव ने कहा, ‘जितना जल्दी हो, इसे अंतिम रूप दिया जाएगा और ऐसा अगले कुछ महीने में संभव है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं एक साल इंतजार नहीं कर सकता। हमें चंद महीनों में ही कारखाना स्थल पर निर्णय लेना है।’
समझौते पत्र में दुनिया की ‘उपयुक्त जमीन’ का उल्लेखन किए जाने के बारे में पूछने पर भार्गव ने कहा, ‘भारत में जमीन मिलना आसान नहीं है। आम लोगों से जमीन खीदना काफी जटिल सौदा होता है।
यही वजह है कि गुजरात सरकार के साथ समझौते पत्र में दुनिया की उपयुक्त जमीन शब्द का उपयोग किया गया है। हम ऐसी जमीन चाहते हैं जहां हम बिना किसी भय और अड़चन के काम कर सकें।’
शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में सुजूकी मोटर कंपनी के प्रेसिडेंट तोशिहिरी सुजूकी द्वारा दोनों निवेश की घोषणा की गई। सुजूकी मोटर कंपनी मारुति सुजूकी की प्रवर्तक कंपनी है।
नए कारखाने में इलेक्ट्रिक और पेट्रोल इंजन वाले वाहनों के उत्पादन में किस तरह बांटा जाएगा, पूछे जाने पर भार्गव ने बताया, ‘ईवी का उत्पादन अभी शुरू किया जाना है। इस पर बाजार की प्रतिक्रिया कैसी होगी इसे अगले दो से तीन साल में पता चलेगा।
खारखोदा संयंत्र में हम ईवी उत्पादन के लिए अतिरिक्त लाइन जोड़ सकते हैं। इसके साथ ही गुजरात के मौजूदा संयंत्र को जरूरत के हिसाब से हम ईवी उत्पादन में भी बदल सकते हैं।’ मारुति के पास गुजरात में एक और हरियाणा में दो कारखाने हैं जिनकी कुल उत्पादन क्षमता सालाना 22.5 लाख कारों की है।