हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) ने चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) तरुण गर्ग 1 जनवरी 2026 से प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (MD & CEO) का पदभार संभालेंगे। कंपनी ने बुधवार को एक्सचेज फाइलिंग में यह जानकारी दी। तरुण गर्ग हुंडई मोटर इंडिया का नेतृत्व करने वाले भारतीय होंगे। कंपनी 1996 से भारतीय बाजार में कारोबार कर रही है।
गर्ग की यह नियुक्ति कंपनी के वर्तमान एमडी उन्सू किम के 31 दिसंबर को दक्षिण कोरिया लौटने और हुंडई मोटर कंपनी में एक स्ट्रैटजिक रोल निभाने के फैसले के बाद की गई है।
SIAM (सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से अगस्त 2025 की अवधि में हुंडई ने भारत में 2,20,233 यूनिट्स बेचीं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 11.2% कम हैं।
शेयर बाजर को दी जानकारी में कंपनी ने बताया कि तरुण गर्ग, जो वर्तमान में कंपनी के Whole-time Director और COO के रूप में कार्यरत हैं, वे उन्सू किम का स्थान लेंगे और 1 जनवरी 2026 से कंपनी के MD और CEO बनेंगे। हालांकि, इसके लिए शेयरधारकों की मंजूरी जरूरी होगी। इस बीच, वे एमडी और सीईओ डेज़िग्नेट के रूप में काम करेंगे। कंपनी के बोर्ड ने उन्सू किम के योगदान और मार्गदर्शन की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया।
तरुण गर्ग ने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग और आईआईएम लखनऊ से एमबीए किया है। उनके पास ऑटोमोबाइल उद्योग में तीन दशकों से अधिक का अनुभव है।
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत मैनेजमेंट ट्रेनी के रूप में की थी और विभिन्न वरिष्ठ पदों पर कार्य किया- जैसे रिजनल सेल्स मैनेजर, कॉमर्शल बिजनेस हेड, नेशनल सेल्स एंड मार्केटिंग हेउ, और कार्यकारी निदेशक (मार्केटिंग, लॉजिस्टिक्स, पार्ट्स और एक्सेसरीज़)।
HMIL में अपने कार्यकाल के दौरान तरुण गर्ग ने कंपनी का मार्केट शेयर और प्रॉफिटेबिलिट को बेहतर बनाया। उन्होंने डिजिटल मार्केटिंग, प्रीमियम चैनल डेवलपमेंट, रूरल मार्केट में विस्तर और यूज्ड कार सेगमेंट में कई पहल की। गर्ग ने 9 कंपनी के मॉडलों में ADAS (Advanced Driver Assistance Systems) तकनीक शुरू की। साथ ही सेल्स क्वॉलिटी और प्रॉफिट मार्जिन में सुधार किया।
हुंडई ने कहा कि तरुण गर्ग की नियुक्ति कंपनी की लॉन्ग टर्म स्ट्रैटजी हिस्सा है, जिसमें भारत में मजबूत नींव पर काम करते हुए कंपनी को स्मार्ट मोबिलिटी सॉल्यूशन्स प्रोवाइडर के रूप में ट्रांसफॉर्म करना है।