facebookmetapixel
Stocks to Watch today: BPCL, पतंजलि, RR Kabel और टीटागढ़ रेल समेत कई शेयर फोकस मेंStock Market Today: एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख; भारतीय बाजार में सुस्त शुरुआत की आशंका₹31,000 करोड़ की निकासी के बाद लौटे वापस – विदेशी निवेशकों ने फिर थामा भारत का दामनपूरब का वस्त्र और पर्यटन केंद्र बनेगा बिहार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना में किया रोडशोब्रुकफील्ड की परियोजना को आरईसी से ₹7,500 करोड़ की वित्तीय सहायतादुबई की बू बू लैंड कर रही भारत आने की तैयारी, पहली लक्जरी बच्चों की मनोरंजन यूनिट जियो वर्ल्ड प्लाजा में!रवि कुमार के नेतृत्व में कॉग्निजेंट को मिली ताकत, इन्फोसिस पर बढ़त फिर से मजबूत करने की तैयारीलंबे मॉनसून ने पेय बाजार की रफ्तार रोकी, कोका-कोला और पेप्सिको की बिक्री पर पड़ा असरकैफे पर एकमत नहीं कार मैन्युफैक्चरर, EV बनाने वाली कंपनियों ने प्रस्तावित मानदंड पर जताई आपत्तिलक्जरी रियल एस्टेट को रफ्तार देगा लैम्बोर्गिनी परिवार, मुंबई और चेन्नई में परियोजनाओं की संभावनाएं

Automobile Market: एंट्री लेवल के वाहनों की बिक्री में गिरावट

कार, दोपहिया बिक्री ने नहीं पकड़ी रफ्तार

Last Updated- April 12, 2024 | 10:11 PM IST
SIAM: Retail sale in August

एंट्री लेवल वाली कारों और दोपहिया वाहनों की बिक्री अभी तक पूरी तरह नहीं सुधर पाई है तथा वैश्विक महामारी से पहले वाला शीर्ष स्तर पार करने से काफी दूर है। सायम के आज के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। छोटी यात्री कार श्रेणी की बिक्री पिछले साल की तुलना में लगभग 40 प्रतिशत घटकर 1.52 लाख रह गई। साल 2018-19 में भारत में करीब 4.71 लाख छोटी यात्री कारें बिकी थीं।

सामान्य आवागमन वाली मोटरसाइकिल श्रेणी (75-110 सीसी इंजन) में पिछले साल की तुलना में आठ प्रतिशत की वृद्धि के साथ 56.51 लाख वाहन बिक्री देखी गई। हालांकि यह अब भी साल 2018-19 की 84.22 लाख वाहन बिक्री के महामारी से पहले वाले शीर्ष स्तर से काफी कम है।

सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सायम) के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने संवाददाताओं को बताया कि बिक्री में इस लगातार गिरावट के दो प्राथमिक कारण हैं। एक, ग्रामीण अर्थव्यवस्था में धीमी रफ्तार से सुधार और दूसरा, ग्राहकों का ऊंची श्रेणी में वाहन खरीदने को प्राथमिकता देना।

उन्होंने बताया ‘शुरुआती स्तर वाली श्रेणी में, चाहे वह दोपहिया हो या यात्री वाहन, हम बिक्री में गिरावट देख सकते हैं। जो श्रेणी कुछ ऊंची हैं, वे ज्यादा तेजी से बढ़ रही हैं। ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पूरी तरह सुधार नजर नहीं आने की वजह से ऐसा हो सकता है।’

उन्होंने कहा ‘मॉनसून के मौजूदा परिदृश्य के साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था बेहतर ही होगी। इसलिए लगता है कि शुरुआती स्तर की बिक्री में भी सुधार होगा। हमें एक श्रेणी से दूसरी श्रेणी में जाने वाले कारक को भी ध्यान में रखना चाहिए। यह भी संभव है कि शुरुआती स्तर की श्रेणी से ऊंची श्रेणी में बहुत अधिक बदलाव हुआ हो।’

First Published - April 12, 2024 | 10:11 PM IST

संबंधित पोस्ट