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लेखक : शेखर गुप्ता

आज का अखबार, लेख

राष्ट्र की बात: मोदी के तीसरे कार्यकाल में सशर्त होगा शासन

मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में एक बदली हुई हकीकत यह है कि हम उस पुराने सामान्य दौर में लौट आए हैं जहां बहुमत होने के बाद भी लगातार बगावतों का सामना करना पड़ता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 सालों से सत्ता में हैं (इनमें से 13 वर्ष गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में) और […]

आज का अखबार, लेख

राष्ट्र की बात: RSS और BJP के बीच मतभेद की वास्तविकता

आरएसएस (RSS) और भाजपा (BJP) का इतिहास प्रेमियों के बीच होने वाली नोकझोंक का जैसा रहा है। यह सोचना कि आरएसएस भाजपा के नेतृत्व में कोई बदलाव लाएगा सही नहीं है। जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार के अहंकार को लेकर वक्तव्य देना शुरू किया तो उसके दिमाग में क्या […]

आज का अखबार, लेख

राष्ट्र की बात: हिंदू-मुस्लिम एकजुटता की राजनीति में वापसी

मुस्लिम वोट भाजपा (BJP) की सबसे बड़ी चिंता हैं। हालिया आम चुनाव में कमियों की तलाश शुरू भी हो चुकी है। बिना उत्तर प्रदेश में अपनी हालत सुधारे भाजपा की मुश्किलें और उसका पराभव लगातार बढ़ता जाने की आशंका है। इस आम चुनाव में सबसे कम चर्चित सुर्खी मुस्लिम मतों की ताकत की वापसी है। […]

लेख

राष्ट्र की बात- आम चुनाव का संदेश: खेल अभी जारी है

सच कहा जाए तो 2024 के आम चुनाव के नतीजों से जुड़ी सबसे बड़ी सुर्खी हमें उस समय मिली जब दोपहर के बाद नतीजों के रुझान स्पष्ट होने लगे और यह खबर आई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रबाबू नायडू को फोन किया है। उनके बाद शरद पवार ने नायडू और नीतीश कुमार दोनों को […]

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राष्ट्र की बात: चवालीस दिन के चुनाव से निकले 10 सबक

वर्ष 2024 का आम चुनाव एक उम्मीदवार वाला चुनाव था। मोदी इकलौते प्रत्याशी थे जिनके नाम पर भाजपा (BJP) ने वोट मांगे और वही इकलौते ऐसे विपक्षी थे जिन्हें भाजपा के प्रतिद्वंद्वी हराना चाहते थे। सन 1951-52 के बाद सबसे लंबी अवधि तक चलने वाला आम चुनाव के लिए मतदान ऐसे समय समाप्त हुआ है […]

आज का अखबार, लेख

राष्ट्र की बात: कांग्रेस के लिए अहम है अबकी बार 90 पार…

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्‌डी ने देश में हो रहे आम चुनावों को लेकर एक अलग संकेत दिया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की संभावित सीट की बात करने के बजाय कांग्रेस (Congress) पार्टी को मिलने वाली सीट पर ध्यान केंद्रित किया है। द प्रिंट को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि उनकी […]

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राष्ट्र की बात: अमर सिंह चमकीला, कनाडा और भविष्य के खतरे

अमर सिंह चमकीला (Amar singh Chamkila) की हत्या के कुछ सप्ताह पहले भी पंजाब में हर दूसरे दिन हत्याएं हो रही थीं, वह पूरा दौर आतंकी घटनाओं और हत्याओं का दौर था। आम चुनाव की बढ़ती सरगर्मी के बीच भला किसी को एक ओटीटी फिल्म के बारे में क्यों बात करनी चाहिए? भले ही वह […]

आज का अखबार, लेख

राष्ट्र की बात: चुनावी लड़ाई में आगे लेकिन मुद्दा तय करने में पीछे

लोक सभा चुनावों के प्रचार अभियान का तकरीबन आधा दौर पूरा हो चुका है और ऐसा लगता है, और मैं थोड़ी घबराहट के साथ ऐसा कह रहा हूं कि बहुत कम चीजें सामने आई हैं। घबराहट इसलिए कि मेरी दलील इस बात पर टिकी है कि इस अभियान में अग्रणी नजर आने वाले अभियान को […]

आज का अखबार, लेख

राष्ट्र की बात: लोक सभा चुनाव में छह राज्यों पर नजर

ये आम चुनाव कितने करीबी हो सकते हैं? अगर आप नरेंद्र मोदी या भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रशंसक हैं तो आप कहेंगे तो इन चुनावों में सबकुछ अनुमान के मुताबिक ही घटित होगा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को 400 सीटें मिलने की उम्मीद है। अगर आप विपक्ष के समर्थक हैं तो आप कह […]

आज का अखबार, लेख

राष्ट्र की बात: 44 साल बाद मोदी की नई भाजपा

सन 1977 में जनता पार्टी के रूप में जो प्रयोग हुआ था और जिसमें भारतीय जनसंघ का विलय हुआ था, उसकी नाकामी के बाद 6 अप्रैल, 1980 को जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थापना हुई तो लाल कृष्ण आडवाणी ने वादा किया था कि यह पार्टी अन्य राजनीतिक दलों से अलग होगी। वह ईस्टर […]

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