भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अगले 9 महीनों में ‘योनो 2.0’ लेकर आ रहा है। देश के सबसे बड़े बैंक ने कहा कि उसे फंसे कर्ज के मोर्चे पर फिलहाल कोई परेशानी नजर नहीं आ रही है।
एसबीआई के अध्यक्ष दिनेश खारा (SBI Chairman Dinesh Khara) ने बिजनेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई सम्मेलन के दौरान कहा, ‘हमारे कुल 48 करोड़ ग्राहक है जिनमें करीब 7 करोड़ योनो का इस्तेमाल करते हैं। प्रतिदिन एक करोड़ लोग इस प्लेटफार्म पर लॉग इन करते हैं। बैंक में होने वाले कुल लेनदेन में 97 प्रतिशत हिस्सा अब शाखाओं से बाहर यानी डिजिटल माध्यम से होते हैं।’
एसबीआई के योनो मोबाइल ऐप्लीकेशन के जरिए इसके 63 प्रतिशत बचत खाते और 35 प्रतिशत खुदरा परिसंपत्ति खाते योनो के माध्यम से खुल रहे हैं। बैंक डिजिटल पेशकश करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है और उसका उद्देश्य अपने ग्राहकों के लिए योनो को प्रमुख डिजिटल माध्यम के रूप में पेश करना है ।
इस साल सितंबर में एसबीआई ने कहा था कि वह योनो को दुनिया के 13 देशों तक ले जाना चाहता है। इस समय योनो 9 देश में अपनी सेवाएं दे रहा है। इस समय योनो का इस्तेमाल अमेरिका, सिंगापुर और ओमान जैसे देशों में हो रहा है। एसबीआई उन देशों में इसे ले जाना चाहता है जहां इसका खुदरा कारोबार मौजूद है।
खारा ने कहा, ‘तकनीक के मोर्चे पर लगातार सुधार करते रहना और ग्राहकों की उम्मीदों को पूरा करना आवश्यक है। हमें तकनीक में निवेश करने की जरूरत है क्योंकि हम भारतीय अर्थव्यवस्था के 20 प्रतिशत हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं। खुदरा बैंकिंग के विषय में खारा ने कहा कि यह लगता तो आसान है मगर इस कारोबार की गुणवत्ता पूंजी जुटाने ,ऋण आवंटन, नियंत्रण एवं दिन वसूली पर निर्भर करती है।’
उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) के मोर्चे पर उन्हें कोई खास चिंता दिखाई नहीं दे रही है। खारा ने कहा, ‘इसका कारण यह है की अर्थव्यवस्था के सभी वृहद संकेतक उत्साह बढ़ाने वाले हैं। हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि हमारा बहीखाता फंसे ऋणों के बोझ से मुक्त रहे।’
जून 2023 में एसबीआई का सकल एनपीए अनुपात 2.76 प्रतिशत रहा था, जिसमें सालाना आधार पर 115 आधार अंक की कमी आई है। बैंक का शुद्ध एनपीए अनुपात 0.71 प्रतिशत रहा।