मोबाइल कॉल के तीन दशक पूरे होने पर मोबाइल कारोबारी जश्न मनाने जा रहे हैं। इस दौरान दिल्ली में एक मोबाइल इतिहास प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इन वर्षों में मोबाइल उद्योग ने शुरुआती फीचर फोन से लेकर अत्याधुनिक एआई-सक्षम स्मार्टफोन तक का सफर तय किया है। भारत अब न केवल मोबाइल फोन का बड़ा उपभोक्ता देश है, बल्कि एक अहम निर्माता और निर्यातक देश भी बन रहा है। भारत से सालाना 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के मोबाइल फोन निर्यात किए जाते हैं और सालाना करीब 5 लाख करोड़ रुपये मूल्य के मोबाइल फोन निर्मित भी किए जा रहे हैं।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि भारत की डिजिटल यात्रा के एक ऐतिहासिक पड़ाव को याद करने के लिए कैट, ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन (एमरा ) और ऑर्गनाइज़्ड रिटेलर्स एसोसिएशन (ओरा) के संयुक्त तत्वावधान में 31 जुलाई 2025 को नई दिल्ली और कोलकाता में एक भव्य आयोजन किया जाएगा, जो भारत में मोबाइल टेलीफोनी के 30 वर्षों की यात्रा का उत्सव होगा।
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दिल्ली में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में एक विशेष “मोबाइल इतिहास प्रदर्शनी” लगाई जाएगी, जिसमें 1995 से 2025 तक के मोबाइल हैंडसेट्स की झलक देखने को मिलेगी। जिसमें शुरुआती फीचर फोन से लेकर अत्याधुनिक एआई-सक्षम स्मार्टफोन तक शामिल रहेंगे। प्रदर्शनी में 2G से 5G तक नेटवर्क के विकास और UPI, टेलीमेडिसिन, डिजिटल मनोरंजन, ई-कॉमर्स समेत विभिन्न क्षेत्रों में मोबाइल के नेतृत्व में आई क्रांतियों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। एक लाइव क्यूरेटेड प्रेजेंटेशन के माध्यम से मोबाइल फोन के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण में योगदान की यात्रा को भी दर्शाया जाएगा। इस अवसर पर दूरसंचार, रिटेल और टेक्नोलॉजी क्षेत्र के प्रमुख उद्योग विशेषज्ञ भी कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।
भारत की पहली मोबाइल कॉल कोलकाता में 31 जुलाई 1995 को की गई थी, जो मोदी टेल्स्ट्रा नेटवर्क (भारत के मोदी समूह और ऑस्ट्रेलिया की टेल्स्ट्रा का संयुक्त उपक्रम) पर आधारित 2G GSM प्रणाली और नोकिया हैंडसेट के माध्यम से संभव हुई थी। यह कॉल उस समय के केंद्रीय दूरसंचार मंत्री सुखराम और पश्चिम बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री ज्योति बसु के बीच हुई थी।
एमरा के राष्ट्रीय चेयरमैन कैलाश लख्यानी ने कहा कि इस ऐतिहासिक पल को कोलकाता में प्रतीकात्मक रूप से पुनः प्रस्तुत किया जाएगा, जो भारत की मोबाइल क्रांति के उद्गम स्थल को सम्मानित करेगा। लख्यानी ने बताया कि यह आयोजन तकनीक की परिवर्तनकारी शक्ति और देशभर के लाखों मोबाइल रिटेलर्स को एक समर्पित श्रद्धांजलि है। भारत का मोबाइल रिटेल परिदृश्य अब 100 वर्ग फुट की दुकानों से लेकर राष्ट्रीय चेन स्टोर्स तक पहुंच चुका है। प्रदर्शनी में रोजगार सृजन में मोबाइल रिटेलरों की भूमिका को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा।