केंद्र सरकार ने हाल के वर्षों में पूंजीगत व्यय (Capital expenditure) में काफी इजाफा किया है। यह इजाफा आंशिक तौर पर महामारी के कारण मची उथलपुथल के बाद अर्थव्यवस्था की सहायता करने के लिए किया गया। बढ़ा हुआ पूंजीगत व्यय देश के अधोसंरचना और लॉजिस्टिक क्षेत्र के बीच के अंतर को भी पाटना चाहता है […]
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सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र लगातार दबाव में बना हुआ है। इसे बाजार की घटनाओं, दूसरी तिमाही के नतीजों और आय अनुमान में कटौती के साथ-साथ नौकरियां देने के रुझानों में भी महसूस किया जा सकता है। कंपनियों के प्रबंधन सतर्क हैं और वित्त वर्ष 2024-25 में मांग में सुधार की उम्मीद है। क्षेत्रीय विश्लेषकों ने […]
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पंजाब से बिहार तक जाने वाले 1,337 किलोमीटर लंबे ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (EDFC) का काम पूरा हो चुका है और आगामी 1 नवंबर को उसके संभावित उद्घाटन को उत्सव के रूप में देखा जा रहा है। यह कॉरिडोर पंजाब, हरियाणा के अलावा उत्तर प्रदेश से होता हुआ बिहार तक गया है और निश्चित रूप […]
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मोरक्को के मराकेश में आयोजित जी20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की बैठक एक साझा घोषणापत्र के साथ संपन्न हुई। यह अपने आप में राहत की बात है क्योंकि नई दिल्ली में आयोजित जी20 देशों के नेताओं की शिखर बैठक से पहले के महीनों में यह संगठन एक खास किस्म की […]
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भारतीय रिजर्व बैंक समय-समय पर उपभोक्ताओं और कारोबारों के विचारों के जो सर्वेक्षण करता है वे अक्सर वृद्धि, मुद्रास्फीति तथा शेष वृहद-आर्थिक आंकड़ों की तुलना में कहीं अधिक जानकारीपरक होते हैं। उसके ताजा सर्वेक्षणों के निष्कर्षों में कारोबारी और वित्तीय विचार व्यापक तौर पर आर्थिक विस्तार को लेकर आशावाद दिखाते हैं जिसके पीछे अच्छे स्थिरता […]
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आने वाले वर्ष यानी 2024 के मध्य तक या उससे आगे भी राजनीतिक और भूराजनीतिक अनिश्चितताएं निवेशकों के सामान्य आर्थिक विचारों पर हावी रहेंगी। वैश्विक वित्तीय बाजार भी इजरायल और हमास के बीच छिड़े संघर्ष के कारण अप्रत्याशित अस्थिरता के दौर के लिए तैयार हैं। इसके चलते ईंधन आपूर्ति को लेकर नए सिरे से आशंकाएं […]
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महामारी के कारण हुई उथलपुथल के बाद जब सुधार की प्रक्रिया शुरू हुई तब से वैश्विक अर्थव्यवस्था (Global Economy) भी निरंतर मुद्रास्फीति संबंधी दबावों का सामना कर रही है। इसके परिणामस्वरूप बड़े केंद्रीय बैंकों ने दशकों में सबसे तेज गति से मौद्रिक नीति को सख्त किया है। इससे मुद्रास्फीति संबंधी दबाव कम करने में मदद […]
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सोमवार को जारी सालाना सावधिक श्रम शक्ति सर्वे (पीएलएफएस) के जुलाई-जून 2022-23 के आंकड़े दिखाते हैं कि समग्र बेरोजगारी की दर 3.2 फीसदी के साथ छह वर्षों के निचले स्तर पर पहुंच गई है। अन्य चीजों के समान रहते बेरोजगारी दर में गिरावट और श्रम शक्ति भागीदारी दर में इजाफा यह बताता है कि अर्थव्यवस्था […]
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गाजा पट्टी से संचालित फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास ने दक्षिणी इजरायल में असाधारण स्तर पर हमला किया जिसने पूरी दुनिया को हिला दिया। अभी भी यह पता नहीं है कि हमले में कितने इजरायली (तथा अन्य देशों के नागरिक) मारे गए और कितने बंधक बनाए गए हैं। मरने वालों की तादाद सैकड़ों में है। एक […]
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दुनिया के केंद्रीय बैंक वर्तमान समय में असहज स्थिति का सामना कर रहे हैं। विशेषकर, कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौतीपूर्ण स्थिति और इसके पश्चात सुधार का सिलसिला शुरू होने के बाद केंद्रीय बैंकों के लिए परिस्थितियां गंभीर हो गई हैं। अधिकांश विकसित अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रास्फीति पिछले कुछ दशकों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। […]
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