मशहूर किताब ‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक और बिटकॉइन के बड़े समर्थक रॉबर्ट कियोसाकी ने एक बार फिर अमेरिकी डॉलर पर निशाना साधा है। कियोसाकी ने डॉलर को ‘नकली’ करार देते हुए लोगों को चेतावनी दी है कि उसमें बचत करना जोखिम भरा हो सकता है। कियोसाकी ने अपने हालिया एक्स पोस्ट में एक कहानी शेयर की, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे एक परिवार अपनी जिंदगी भर की कमाई डॉलर में रख रहा है, न कि सोने, चांदी या बिटकॉइन में।
उन्होंने इस पोस्ट को मजेदार अंदाज में ‘डॉन्ट टीच पिग्स टू सिंग’ का टाइटल दिया, जिसका मतलब है कि कुछ लोग नई चीजें सीखने को तैयार ही नहीं होते।
कियोसाकी ने अपने पोस्ट में एक दोस्त और उसके पति की कहानी बताई, जो अपनी सारी बचत स्थानीय बैंक में डॉलर के रूप में रखते हैं। उन्होंने अपनी दोस्त को समझाने की कोशिश की कि डॉलर की कीमत लगातार गिर रही है, जिससे उनकी बचत की वैल्यू भी कम हो रही है। लेकिन उनकी दोस्त ने उनकी सलाह को नजरअंदाज कर दिया। कियोसाकी ने बताया कि जब वे 20 साल के थे, तब से अब तक अमेरिकी डॉलर ने अपनी खरीदने की ताकत का 95% हिस्सा खो दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि हाल के दिनों में खाने-पीने की चीजों की कीमतें बढ़ रही हैं, लेकिन लोग इस बढ़ती महंगाई और अपनी बचत की घटती वैल्यू के बीच का कनेक्शन समझ नहीं पा रहे।
बिटकॉइन को लेकर कियोसाकी का बड़ा दावा
कियोसाकी लंबे समय से बिटकॉइन के समर्थक रहे हैं और उनका मानना है कि 2030 तक यह दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक मिलियन डॉलर प्रति कॉइन तक पहुंच सकती है। 1 जुलाई को अपने एक ट्वीट में उन्होंने बताया कि उन्होंने एक और बिटकॉइन खरीदा है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि बिटकॉइन में इतना बड़ा दांव लगाने में वे गलत भी हो सकते हैं, लेकिन अगर बिटकॉइन वाकई एक मिलियन डॉलर तक पहुंच गया तो वे ‘हारे हुए’ नहीं बनना चाहते।
कियोसाकी ने कहा कि अगर उनकी यह निवेश गलत साबित हुआ तो भी वे 100,000 डॉलर का नुकसान सह सकते हैं। उनके मुताबिक, नुकसान से सीख मिलती है, जो अनुभव और समझदारी के रूप में ‘अनमोल’ हो सकती है।
कियोसाकी ने अपनी किताबों में भी बार-बार यह बात दोहराई है कि “बचत करने वाले हारते हैं।”
उनका मानना है कि लोग अपनी मेहनत की कमाई को ऐसे एसेट्स में लगाएं, जो समय के साथ उनकी वैल्यू बढ़ाएं, जैसे कि बिटकॉइन, सोना या चांदी। उनकी यह सलाह एक बार फिर चर्चा में है, क्योंकि वे लगातार लोगों को पारंपरिक बचत के तरीकों से हटकर सोचने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।