आजकल नई कारों के दाम आसमान छू रहे हैं और पुरानी कारों की डिमांड भी कम नहीं हो रही है। ऐसे में अब बहुत से लोग एक कम चर्चित लेकिन तेजी से पॉपुलर हो रहे रास्ते की तरफ मुड़ रहे हैं। यह रास्ता है बैंक द्वारा जब्त की गाड़ियों की नीलामी। इन नीलामियों में कारें और बाइक्स अक्सर मार्केट वैल्यू से काफी सस्ते, कभी-कभी आधे से भी कम दाम पर मिल जाती हैं। अब ज्यादातर बैंक ऑनलाइन नीलामी कर रहे हैं, जिससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी, आसान और प्रतिस्पर्धी हो गई है।
बैंक किसी गाड़ी को कब जब्त करती है?
जब कोई कर्जदार अपनी गाड़ी की EMI देना बंद कर देता है, तो बैंक या NBFC उस गाड़ी को कब्जे में ले लेते हैं ताकि बकाया लोन वसूल कर सकें। ज्यादातर ऐसी गाड़ियां अच्छी हालत में होती हैं क्योंकि EMI बंद होने तक मालिक उनका अच्छे से रख-रखाव करता रहता है। जब्त करने के बाद बैंक इन्हें सार्वजनिक नीलामी में बेचते हैं और कोई भी व्यक्ति इसमें हिस्सा ले सकता है।
इसमें बैंक का मकसद सिर्फ लोन की वसूली होता है, मुनाफा कमाना नहीं, इसलिए ये गाड़ियां आम पुरानी कारों के मुकाबले काफी कम कीमत पर मिल जाती हैं।
ऑनलाइन नीलामी क्यों हो रही है पॉपुलर?
ऑनलाइन होने से बिचौलिये खत्म हो गए हैं और प्रक्रिया बहुत आसान हो गई है। खरीदार अब ये सब कर सकते हैं:
- पूरे देश में सैकड़ों लिस्टिंग देख सकते हैं,
- बैंक द्वारा डाली गई सारी डिटेल्स चेक कर सकते हैं,
- एजेंट को कमीशन नहीं देना पड़ता,
- रियल टाइम में नीलामी ट्रैक कर सकते हैं, पूरी पारदर्शिता के साथ।
बैंक जिन प्लेटफॉर्म का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं उनमें Foreclosureindia, eAuction India, Autobse, और Bankeauctions.com शामिल हैं। इन पर मॉडल, साल, फ्यूल टाइप और शहर के हिसाब से फिल्टर भी लगाए जा सकते हैं।
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स्टेप बाय स्टेप: बैंक की जब्त गाड़ी कैसे खरीदें?
- सही प्लेटफॉर्म चुनें ऐसा भरोसेमंद पोर्टल चुनें जो कई बैंकों की जब्त संपत्ति लिस्ट करता हो। देख लें कि नोटिस साफ हों, इंस्पेक्शन की डिटेल्स दी गई हों और शहर के हिसाब से फिल्टर हों।
- सर्च करें और शॉर्टलिस्ट करें नीलामी नोटिस ध्यान से पढ़ें। जरूरी डिटेल्स होती हैं:
- रिजर्व प्राइस
- गाड़ी की कंडीशन
- पार्किंग या यार्ड का लोकेशन
- कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स उपलब्ध हैं इसी मॉडल की मार्केट वैल्यू दूसरे यूज्ड कार पोर्टल पर चेक कर लें, ताकि बोली लगाते वक्त सही अंदाजा रहे।
- गाड़ी का मुआयना करें बैंक निर्धारित तारीखों में फिजिकल इंस्पेक्शन की इजाजत देते हैं। टेस्ट ड्राइव नहीं करा सकते, इसलिए चेक करें:
- इंजन की आवाज और लीकेज
- टायरों का घिसाव
- इंटीरियर की हालत
- सर्विस और इंश्योरेंस हिस्ट्री (अगर उपलब्ध हो)
- कोई दिखने वाली खराबी तो नहीं अपने भरोसेमंद मैकेनिक को साथ ले जाना सबसे अच्छा रहता है।
- रजिस्टर करें और EMD जमा करें अकाउंट बनाएं, KYC डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें। बोली लगाने के लिए अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट (EMD) जमा करना पड़ता है। अगर बोली नहीं जीती तो पूरा EMD वापस मिल जाता है।
- नीलामी के दिन स्मार्ट बोली लगाएं आखिरी मिनटों में बोली बहुत तेज हो जाती है। अपना अधिकतम बजट पहले से तय कर लें और उससे ऊपर न जाएं। इंटरनेट कनेक्शन मजबूत रखें और दूसरों की बिड पर नजर रखें।
- फाइनल पेमेंट करें बोली जीतने पर बैंक बहुत कम समय देते हैं। समय पर पेमेंट न की तो बोली कैंसिल हो सकती है। पेमेंट के बाद आपको चाबी, सेल सर्टिफिकेट, NOC और फॉर्म 35 जैसे डॉक्यूमेंट्स मिल जाते हैं।
- RTO में नाम ट्रांसफर कराएं बैंक से मिले सभी डॉक्यूमेंट्स लेकर अपने लोकल RTO जाएं। ट्रांसफर पूरा होते ही गाड़ी पूरी तरह आपकी हो जाएगी।
पहली बार खरीदने वालों के लिए टिप्स
- मार्केट वैल्यू अच्छे से रिसर्च कर लें।
- कोई पेंडिंग चालान या बकाया तो नहीं, चेक करें।
- बैंक द्वारा दिए गए सभी डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई कर लें।
- फाइनल पेमेंट के लिए पैसे पहले से तैयार रखें।
- बोली के समय पूरी तरह अलर्ट रहें।
First Published - November 25, 2025 | 6:58 PM IST
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