US Elections: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों पर अब अनिश्चितता के बादल पूरी तरह से छट चुके हैं। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ‘ऐतिहासिक’ जीत दर्ज कर एकदफा फिर से राष्ट्रपति बनने के लिए पूरी तरह से तैयार है। जीत के बाद डोनाल्ड ट्रंप जनवरी 2025 में कार्यभार संभालेंगे। बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर स्पष्टता और बर्गेन बाइंग (bargain buying) के चलते भारतीय शेयर बाजार में तेज उछाल देखने को मिला।
आज इंट्राडे ट्रेड में, बेंचमार्क इंडेक्स BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी 50 1 प्रतिशत से अधिक बढ़कर क्रमशः 24,450 और 80,300 के स्तर तक पहुंच गए। इस दौरान निर्यात आधारित सेक्टर्स के इंडेक्स, जैसे कि निफ्टी आईटी इंडेक्स (Nifty IT index) 4 प्रतिशत बढ़कर 42,050 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी फार्मा इंडेक्स (Nifty Pharma index) 1.2 प्रतिशत बढ़ा।
Client Associates के इन्वेस्टमेंट रिसर्च और सलाहकार निदेशक नितिन अग्रवाल ने बताया कि ट्रंप के नेतृत्व में रिपब्लिकन सरकार अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अधिक संरक्षणवादी रुख और ऊंचे टैरिफ के माध्यम से व्यापार की दिशा में बदलाव ला सकती है।
बता दें कि क्लाइंट एसोसिएट्स (CA) भारत की सबसे बड़ी मल्टी-फैमिली वेल्थ मैनेजमेंट फर्म है, जिसका AUM 6 अरब डॉलर से अधिक है।
नितिन अग्रवाल ने अपने एक नोट में बताया कि ट्रंप के कार्यकाल के दौरान एक प्रमुख लक्ष्य अमेरिकी व्यापार घाटे (US trade deficit) को कम करना था, जिसके लिए आयात पर टैरिफ बढ़ाने पर जोर दिया गया। हालांकि, इन उपायों से व्यापार घाटा कम हो सकता है, लेकिन इसके कारण महंगाई बढ़ने और आयातित वस्तुओं के महंगे होने की संभावना है, जिससे अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती में देरी हो सकती है।
नोट में कहा गया है कि भारत के लिए, इस तरह के नीतिगत बदलाव के परिणाम दोहरे हो सकते हैं। सबसे पहले, फार्मास्यूटिकल्स और आईटी जैसे कुछ सेक्टर्स को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। भारतीय जेनेरिक दवा निर्माताओं को अमेरिका में अपने निर्यात पर बढ़े हुए टैरिफ का सामना करना पड़ सकता है, जिससे फार्मास्युटिकल उद्योग प्रभावित होगा। वहीं, आईटी क्षेत्र में भी मांग में कमी आ सकती है, क्योंकि ट्रेड वॉर (trade war) और आर्थिक मंदी अमेरिकी में खर्च कम कर सकते हैं।
इस पृष्ठभूमि में, हम यहां आपके लिए कुछ प्रमुख भारतीय इंडेक्सों के लिए चार्ट के आधार पर आगे की ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी के बारे में जानकारी दे रहे है…
Nifty IT
Current Level: 42,085
Upside Potential: 10.7%
Support: 40,900
Resistance: 43,730; 44,830; 45,725
निफ्टी आईटी इंडेक्स, अन्य बेंचमार्क इंडेक्स और अपने समकक्षों के विपरीत, 100-DMA (डेली मूविंग एवरेज) से नीचे नहीं गया है और इसे इस लेवल पर सपोर्ट मिला है। इंडेक्स में वापसी हुई है और फिलहाल, यह अपने 50-DMA पर 42,190 के लेवल पर रेजिस्टेंस का ट्रायल कर रहा है। चार्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें
आगे बढ़ते हुए, जब तक इंडेक्स 40,900 के लेवल से ऊपर बना रहेगा, निफ्टी आईटी इंडेक्स के लिए रुझानों में मजबूती बने रहने की संभावना है। ऊपर की ओर, इंडेक्स संभावित रूप से 46,600 के स्तर तक बढ़ सकता है, जिसमें अंतरिम रेजिस्टेंस 43,730, 44,830 और 45,725 के लेवल के आसपास होने की संभावना है।
Nifty Pharma
Current Level: 22,960
Upside Potential: 8.9%
Support: 22,309; 21,450
Resistance: 23,560; 23,770; 24,300
निफ्टी फार्मा इंडेक्स, अपने 20-WMA (वीकली मूविंग एवरेज) से ऊपर बने रहने में कामयाब रहा है, जो दिसंबर 2023 में ब्रेकआउट के बाद से इंडेक्स का एक प्रमुख मूविंग एवरेज है। 20-WMA अब 22,309 पर है, जिसके नीचे 21,450 पर मुख्य समर्थन है। जब तक ये सपोर्ट लेवल कायम रहते हैं, तब तक फार्मा इंडेक्स में पॉजिटिव रुझान बना रह सकता है। चार्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें
ऊपर की ओर, निफ्टी फार्मा इंडेक्स 25,000 के स्तर तक जा सकता है; जबकि 23,560, 23,770 और 24,300 के लेवल पर बीच-बीच में रेजिस्टेंस मिल सकता है।