भारतीय शेयर बाजार एक बार फिर रफ्तार पकड़ने को तैयार है। ब्रोकरेज फर्म एक्सिस सिक्योरिटीज ने कुछ चुनिंदा दिग्गज कंपनियों पर अपनी रिपोर्ट जारी की है, जिसमें निवेशकों को शानदार रिटर्न की उम्मीद जताई गई है। इन कंपनियों में Bajaj Finance, SBI, Bharti Airtel, Lupin, Hero MotoCorp, HDFC Bank, D-Mart, Shriram Finance, Varun Beverages, Prestige Estates और Max Healthcare शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ये कंपनियां मजबूत फंडामेंटल्स, स्पष्ट ग्रोथ स्ट्रैटेजी और बेहतर मैनेजमेंट के कारण आने वाले महीनों में बाजार को नई दिशा दे सकती हैं। तो आइए, एक-एक कर जानते हैं किन शेयरों पर एक्सिस सिक्योरिटीज को सबसे ज्यादा भरोसा है, और क्यों।
CMP: ₹881 | Target: ₹1,100 | Upside: 25%
भारत की सबसे बड़ी NBFC में शामिल Bajaj Finance अब नई उड़ान भरने को तैयार है। गिरती ब्याज दरों से कंपनी को फंड जुटाने में राहत मिल रही है, जिससे Net Interest Margin (NIM) में 10 बेसिस पॉइंट का सुधार FY26 में देखा जा सकता है। MSME और टू-व्हीलर लोन सेगमेंट में हल्का दबाव जरूर है, लेकिन कंपनी ₹219 करोड़ के लोन पहले ही रिस्ट्रक्चर कर चुकी है और Q2 में और ₹150 करोड़ की तैयारी है।
कर्नाटक जैसे राज्यों में राजनीतिक असर से थोड़ा वॉल्यूम कम हुआ है, लेकिन कंपनी के पास LAP, गोल्ड लोन, ट्रैक्टर फाइनेंस और अफोर्डेबल हाउसिंग जैसे सेगमेंट्स में बड़ी संभावनाएं हैं। Rajeev Jain के Vice Chairman बनने से लीडरशिप में नई मजबूती दिख रही है।
CMP: ₹797 | Target: ₹1,025 | Upside: 29%
देश का सबसे बड़ा बैंक SBI हमेशा से भरोसेमंद विकल्प रहा है, और अब भी ये ग्रोथ की रफ्तार बनाए रखने के लिए तैयार है। FY25 में भले ही कॉरपोरेट लोन में थोड़ी प्रीपेमेंट देखने को मिली, लेकिन FY26 में बैंक 12–13% की क्रेडिट ग्रोथ का लक्ष्य लेकर चल रहा है। Xpress क्रेडिट और 6.5 लाख नए सैलरी अकाउंट जैसे कदम, बैंक की रिटेल मजबूती को और बढ़ा रहे हैं। 70% लोन MCLR या फिक्स्ड रेट से लिंक्ड होने के कारण बैंक को कॉस्ट प्रेशर से राहत मिलती है। SMA-2 में सुधार और क्रेडिट कॉस्ट सिर्फ 50–60 bps बताता है कि SBI की बैलेंस शीट पूरी तरह मजबूत है।
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CMP: ₹1,914 | Target: ₹2,330 | Upside: 22%
Airtel सिर्फ टेलीकॉम नहीं, एक डिजिटल इकोसिस्टम बन चुका है। ₹245 का ARPU इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा है और कंपनी का लक्ष्य ₹300 तक ले जाना है। 75% ग्राहक अब 4G यूज़र हैं, और औसतन हर यूज़र 25.1 GB डेटा इस्तेमाल कर रहा है। कंपनी की “हंटिंग स्ट्रैटेजी” के जरिए होम ब्रॉडबैंड में तेजी, एंटरप्राइज़ सर्विसेज में विस्तार और अफ्रीका बिजनेस में मजबूती से इसका मुनाफा बढ़ रहा है। टॉवर सेल और स्टेक मोनेटाइजेशन से नकदी का प्रवाह भी बढ़िया बना हुआ है।
CMP: ₹1,929 | Target: ₹2,500 | Upside: 30%
Lupin ने Q4FY25 में 14% सालाना ग्रोथ और 200 बेसिस पॉइंट का मार्जिन सुधार दर्ज करके यह साबित कर दिया है कि कंपनी अब मजबूत रफ्तार पकड़ चुकी है। अमेरिका में कंपनी की बिक्री $245 मिलियन तक पहुंच गई है, जो इसके जेनेरिक बिजनेस की रिकवरी के साथ-साथ इनोवेटिव दवाओं की ओर बढ़ते फोकस को दर्शाता है। खासतौर पर Spiriva और Xyway जैसी दवाओं की लॉन्चिंग से Lupin ने अमेरिकी मार्केट में अपनी पैठ को और गहरा किया है। वहीं, भारत में भी Lupin की पकड़ लगातार मजबूत होती जा रही है, जहां क्रॉनिक थैरेपी सेगमेंट में इसकी मौजूदगी खासकर डायबिटीज़, हृदय रोग और श्वसन संबंधी बीमारियों के इलाज में काफी प्रभावशाली बन चुकी है। Eli Lilly के साथ मिलकर लॉन्च की गई इंसुलिन दवाओं की रेंज ने Lupin को भारत में एक नई पहचान दी है। इसकी वजह से अब ज्यादा से ज्यादा डॉक्टर इसकी दवाएं लिख रहे हैं, जिससे कंपनी की पकड़ घरेलू बाजार में और मजबूत हो गई है।कुल मिलाकर, अमेरिका में नई दवाओं की लगातार लॉन्चिंग और भारत में मजबूत थैरेपी पोर्टफोलियो की मदद से Lupin तेजी से एक ग्लोबल फार्मा लीडर बनने की राह पर है।
CMP: ₹2,018 | Target: ₹2,300 | Upside: 14%
HDFC Ltd के साथ ऐतिहासिक मर्जर के बाद बना HDFC Bank अब भारत का सबसे बड़ा निजी बैंक बन चुका है, जिसकी 9,000 से ज्यादा शाखाएं और ₹36 लाख करोड़ से अधिक की बैलेंस शीट इसे देश के बैंकिंग सेक्टर का असली दिग्गज बनाती हैं। मर्जर के बाद बैंक ने खुद को न सिर्फ री-पोजिशन किया है, बल्कि अपने लक्ष्य भी और ऊंचे रखे हैं। FY26 में बैंक का फोकस सिस्टम के अनुरूप ग्रोथ पर रहेगा, लेकिन FY27 से इसका इरादा सिस्टम को पीछे छोड़ देने का है। हालांकि इस समय नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIMs) पर थोड़ा दबाव बना हुआ है, लेकिन मैनेजमेंट को भरोसा है कि H2FY26 से हालात में सुधार होगा क्योंकि हाई-कॉस्ट बॉन्ड्स का रोलओवर होगा और CASA में रिकवरी दिखेगी।
सबसे अहम बात यह है कि HDFC Bank की कर्ज वसूली की क्षमता बेहद मजबूत है और इसकी बैलेंस शीट पर स्ट्रेस न के बराबर है। ग्रोस NPA और नेट NPA का स्तर इंडस्ट्री में सबसे बेहतर है। साथ ही, HDFC Securities, HDFC Life, HDB Financial जैसी सहायक कंपनियां भी बैंक की समग्र कमाई में मजबूत योगदान देती हैं, जिससे यह बैंक सिर्फ रिटेल या कॉर्पोरेट बैंकिंग तक सीमित न रहकर एक फुल-स्केल फाइनेंशियल पावरहाउस बन चुका है। ऐसे में जब भी मार्केट में स्थिरता लौटेगी, HDFC Bank जैसी मजबूत नींव वाली कंपनियां सबसे पहले रिबाउंड करेंगी।
CMP: ₹631 | Target: ₹750 | Upside: 19%
Shriram Finance का मर्जर अब इसे एक पूरी तरह से सेवाएं देने वाली बड़ी NBFC बना चुका है, जो अब सिर्फ ट्रक लोन ही नहीं, बल्कि खेती के औजारों, पैसेंजर गाड़ियों और छोटे कारोबारों (MSME) को भी लोन देती है। पहले यह कंपनी सिर्फ कुछ खास सेगमेंट पर फोकस करती थी, लेकिन अब इसका कामकाज ज्यादा बड़ा और फैला हुआ हो गया है। कंपनी का लक्ष्य है कि FY26 तक उसका कुल लोन (AUM) हर साल 15% की रफ्तार से बढ़े, जो गांवों और छोटे शहरों में बढ़ती मांग को देखते हुए मुमकिन लगता है।
हाल ही में Q1 में इसके मुनाफे के मार्जिन (NIMs) में थोड़ी गिरावट आई है, लेकिन कंपनी इसे सुधारने की प्लानिंग कर रही है। इसके लिए वह अपने पास रखे हुए अतिरिक्त कैश को ज्यादा लोन देने में लगाएगी, जिससे मुनाफा बढ़ेगा। अच्छी बात ये है कि कंपनी की लोन वसूली की स्थिति भी ठीक बनी हुई है। बुरे लोन (GNPA और NNPA) काबू में हैं और FY26 में इसकी क्रेडिट कॉस्ट 2% से कम रहने का अनुमान है, यानी कंपनी लोन देने से जुड़ा रिस्क अच्छे से संभाल रही है। कुल मिलाकर, मर्जर के बाद Shriram Finance अब एक ऐसी कंपनी बन गई है जो अलग-अलग तरह के ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए पूरे भारत में अपने काम को और मजबूत बना रही है।
CMP: ₹4,267 | Target: ₹4,810 | Upside: 13%
Avenue Supermarts, यानी D-Mart, अब भारत के रिटेल सेक्टर में एक मजबूत नाम बन चुका है। इसके पास अभी 418 स्टोर्स हैं और साथ ही इसका ऑनलाइन प्लेटफॉर्म D-Mart Ready भी तेजी से बढ़ रहा है। FY26 की पहली तिमाही में कंपनी की सेल्स में 18% की सालाना ग्रोथ देखने को मिली, जो दिखाता है कि कंपनी की ग्रोथ अब भी तेज रफ्तार से जारी है। इसका मुनाफा मार्जिन (EBITDA) 7–8% के आसपास बना हुआ है, जो महंगाई के इस दौर में अच्छी बात है। D-Mart का बिजनेस मॉडल बहुत खास है।
यह कम मुनाफे में ज्यादा सामान बेचकर फायदा कमाता है, और यही इसकी सबसे बड़ी ताकत है। अब कंपनी उत्तर भारत जैसे उन इलाकों में विस्तार करने जा रही है जहां अभी इसकी ज्यादा मौजूदगी नहीं है, लेकिन वहां बहुत अच्छा मौका है। आने वाले कुछ सालों में कंपनी करीब 1,800 नए स्टोर खोलने की योजना बना रही है। इसके अलावा, D-Mart अपने कपड़े और अन्य सामान (जनरल मर्चेंडाइज़) वाले बिजनेस को और बेहतर बनाने में जुटा है ताकि मुनाफा और बढ़ सके।
जहाँ दूसरी ई-कॉमर्स कंपनियां खर्च और लॉजिस्टिक्स की दिक्कतों से परेशान हैं, वहीं D-Mart Ready का कम खर्च वाला ऑनलाइन मॉडल कंपनी को मुनाफे की ओर ले जा रहा है। कुल मिलाकर, D-Mart ने खुद को एक ऐसी कंपनी के रूप में साबित किया है जो कम खर्च में ज्यादा फायदा कमाने पर फोकस करती है और आने वाले समय के लिए पूरी तरह तैयार है।
CMP: ₹4,261 | Target: ₹5,030 | Upside: 18%
Hero MotoCorp की सबसे बड़ी ताकत उसकी गांवों में मजबूत पकड़ और सस्ती बाइक्स के सेगमेंट में दशकों से बना उसका भरोसा है। कंपनी की Splendor+ XTEC 2.0 जैसी नई तकनीक और बढ़िया माइलेज वाली बाइक्स उसके पुराने ग्राहकों को और मजबूती से जोड़े रखती हैं। लेकिन अब Hero सिर्फ पेट्रोल बाइक्स तक ही सीमित नहीं है। उसने इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेगमेंट में भी जोश के साथ एंट्री ली है। उसका Vida ब्रांड और हाल ही में Euler Motors में की गई हिस्सेदारी यह दिखाती है कि कंपनी आने वाली पीढ़ियों की ग्रीन मोबिलिटी में भी अहम भूमिका निभाना चाहती है।
वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का एक्सपोर्ट 43% बढ़ा है, जिससे साफ है कि उसका विदेशी बाजार भी तेजी से फैल रहा है। वहीं भारत में EV सेगमेंट में इसकी 7% हिस्सेदारी इस ओर इशारा करती है कि कंपनी भविष्य में इस सेक्टर में भी बड़ी जगह बना सकती है। Hero का फोकस आम लोगों की जरूरतों पर है। जहां किफायती कीमत, भरोसेमंद परफॉर्मेंस और माइलेज के साथ अब इलेक्ट्रिक मोबिलिटी भी जुड़ गई है। शहरों और गांवों, दोनों में कंपनी की मौजूदगी, उसकी तकनीक के साथ तालमेल और बदलते समय के हिसाब से चलने की क्षमता, इसे आने वाले वक्त में एक मजबूत और भरोसेमंद निवेश का मौका बनाती है।
CMP: ₹523 | Target: ₹590 | Upside: 13%
PepsiCo के बॉटलिंग और डिस्ट्रीब्यूशन पार्टनर के रूप में काम करने वाली Varun Beverages (VBL) भारत में 90% से ज्यादा वॉल्यूम देती है, जिससे देश के FMCG सेक्टर में इसकी मौजूदगी बेहद मजबूत बन गई है। हाल ही में भारत में थोड़ी सुस्ती देखने को मिली है, लेकिन कंपनी ने अपनी इंटरनेशनल स्ट्रैटेजी से इस असर को संतुलित किया है।
साउथ अफ्रीका, मोरक्को और डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) जैसे विदेशी बाजारों में कंपनी ने डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज की है, जिससे इसके अंतरराष्ट्रीय पैर भी मजबूत हो रहे हैं। Sting जैसे हाई मार्जिन एनर्जी ड्रिंक्स और Tropicana जैसी हेल्दी ड्रिंक्स की बढ़ती मांग ने कंपनी के प्रोडक्ट मिक्स को और ज्यादा मुनाफे वाला बना दिया है। साथ ही, स्नैक सेगमेंट में एंट्री और देशभर में नए ग्रीनफील्ड प्लांट्स लगाने से VBL की उत्पादन क्षमता और भविष्य की ग्रोथ स्केल भी बढ़ रही है। कंपनी न केवल शहरों में बल्कि गांवों में भी तेजी से अपनी डिस्ट्रीब्यूशन पहुंच बढ़ा रही है, जिससे इसकी ब्रांड मौजूदगी हर तबके तक पहुंच रही है। बेहतर सप्लाई चेन, मौसम के हिसाब से रणनीति बनाने की समझ, और लगातार मार्जिन सुधार की कोशिशें VBL को एक मजबूत और टिकाऊ FMCG कंपनी बनाती हैं, जो आने वाले वर्षों में भारत की कंज्यूमर ग्रोथ स्टोरी का अहम हिस्सा बनने जा रही है।
CMP: ₹1,246 | Target: ₹1,450 | Upside: 16%
दिल्ली-NCR और मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में मजबूत उपस्थिति के साथ Max Healthcare तेजी से भारत की अग्रणी प्राइवेट हॉस्पिटल चेन बनती जा रही है, जिसकी ग्रोथ न सिर्फ मौजूदा ऑपरेशनल स्ट्रेंथ बल्कि भविष्य की योजनाओं से भी स्पष्ट झलकती है। कंपनी फिलहाल 2,900 से अधिक ऑपरेशनल बेड्स का संचालन कर रही है और अगले तीन वर्षों में 3,000 नए बेड्स जोड़ने की आक्रामक योजना इसे हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में और भी मजबूत बनाएगी। इसका ₹77,100 का ARPOB (Average Revenue Per Occupied Bed) और 75% का ऑक्यूपेंसी रेट दर्शाता है कि कंपनी न सिर्फ अधिकतम संसाधनों का उपयोग कर रही है, बल्कि मजबूत मुनाफा भी कमा रही है।
Gurgaon, Saket और Lucknow जैसे हाई-डिमांड टियर-1 लोकेशन्स में नए सुपर-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल्स खोलकर Max न केवल अपनी पहुंच बढ़ा रही है, बल्कि हाई-मार्जिन और एडवांस्ड मेडिकल सर्विसेस को भी ज्यादा लोगों तक पहुंचा रही है। कंपनी मेडिकल टूरिज्म, डिजिटल हेल्थ और क्लिनिकल रिसर्च जैसे हाई-वैल्यू क्षेत्रों में भी तेजी से आगे बढ़ रही है, जो इसे Apollo और Fortis जैसे पारंपरिक प्रतिस्पर्धियों की तुलना में अधिक इनोवेटिव और फ्यूचर-रेडी बनाता है। रणनीतिक लोकेशन, उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं, और व्यापक विस्तार योजनाएं मिलकर Max Healthcare को एक ऐसी कंपनी बनाती हैं जो ना सिर्फ देश की शहरी आबादी की मेडिकल जरूरतों को कुशलता से पूरा कर रही है, बल्कि निवेशकों के लिए भी एक भरोसेमंद और तेज़ी से बढ़ती हेल्थकेयर ग्रोथ स्टोरी बनती जा रही है।
CMP: ₹1,627 | Target: ₹1,900 | Upside: 17%
Prestige Group अब भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में उन चुनिंदा नामों में शुमार हो गया है, जो हर डिमांड साइकल को न सिर्फ समझते हैं, बल्कि उसका लाभ उठाकर खुद को नए मुकाम तक ले जाते हैं। FY26 की पहली तिमाही में ₹12,000 करोड़ की रिकॉर्ड प्री-सेल्स दर्ज करके कंपनी ने न केवल अपनी ब्रांड वैल्यू और मार्केट ट्रस्ट को फिर से साबित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि वह एक्सीक्यूशन और टाइमलाइन मैनेजमेंट में इंडस्ट्री में सबसे आगे है। आने वाले समय में ₹42,000 करोड़ की विशाल लॉन्च पाइपलाइन कंपनी के विकास की गति को और तेज करेगी, खासकर जब मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे टियर-1 शहरों में Prestige पहले से ही मजबूत पकड़ बना चुका है। इस पकड़ को और गहरा करने के लिए कंपनी न सिर्फ प्रीमियम रेजिडेंशियल सेगमेंट बल्कि मिक्स्ड यूज डेवलपमेंट्स, हाई-फुटफॉल मॉल्स और ग्रेड-A ऑफिस स्पेस जैसी हाई-वैल्यू कैटेगरीज में भी विस्तार कर रही है, जिससे इसका बिजनेस मॉडल न केवल डाइवर्सिफाइड है बल्कि लंबे समय तक टिकाऊ भी।
इसके साथ ही, कमर्शियल रियल एस्टेट से बढ़ती रेंटल इनकम कंपनी की बैलेंस शीट को स्थिरता प्रदान करती है और उसे बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान भी लचीला बनाए रखती है। तेजी से शहरीकरण की ओर बढ़ते भारत में Prestige की रणनीति बेहद स्पष्ट है—बेस्ट लोकेशन्स पर समय पर प्रोजेक्ट डिलीवरी, क्वालिटी कंस्ट्रक्शन और हर वर्ग के ग्राहक की जरूरतों के अनुरूप डिजाइन—जिसके बल पर यह कंपनी न केवल अपने खरीदारों के बीच भरोसे का प्रतीक बनी है, बल्कि लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए भी एक मजबूत ग्रोथ स्टोरी पेश कर रही है।
डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।