Stock Market Closing Bell: भारतीय शेयर बाजार गुरुवार (27 फरवरी) को बेहद सिमित दायरे में कारोबार करते हुए अंत में लगभग सपाट बंद हुए। वहीं, ब्रोडर मार्केट में भारी बिकवाली का दबाव देखा गया। मंथली डेरिवेटिव एक्सपायरी और इस सप्ताह के अंत में जीडीपी डेटा जारी होने से पहले निवेशक सावधानी बरत रहे हैं। निवेशक आर्थिक गतिविधियों में तेजी के संकेतों का इंतजार कर रहे हैं।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 100 से ज्यादा अंक चढ़कर 74,706 पर खुला। हालांकि, कुछ ही देर में यह सपाट स्तर पर गया। पूरे सेशन में सिमित दायरे में कारोबार करने के बाद सेंसेक्स 10.31 अंक या 0.01% की मामूली बढ़त लेकर 74,612 के स्तर पर लगभग सपाट बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ़्टी50 (Nifty50) भी आज मजबूती के साथ 22,613 अंक पर खुला। मगर खुलने के कुछ ही देर में यह लगभग सपाट स्तर पर आ गया। अंत में निफ़्टी 2.50 अंक या 0.01% की मामूली गिरावट लेकर 22,545 पर क्लोज हुआ।
टॉप गेनर्स
बाजार में सपाट चाल के बीच सेंसेक्स की 30 कंपनियों में बजाज फिनसर्व 2% से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ। बजाज फाइनेंस में भी 2% से ज्यादा की तेजी आई। संनफार्मा, जोमैटो, टाटा स्टील, नेस्ले इंडिया, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, टाइटन, भारती एयरटेल, रिलायंस और पावर ग्रिड हरे निशान में बंद हुए।
टॉप लूजर्स
दूसरी तरफ अल्ट्रा सीमेंट का शेयर 5% गिरकर बंद हुआ। इसके अलावा टाटा मोटर्स, महिंद्रा एन्ड महिंद्रा, कोटक बैंक, एनटीपीसी, एसबीआई, आईटीसी, मारुति के शेयर प्रमुख रूप से गिरावट में रहे।
हाई से 14% गिर चुका है निफ्टी
एनएसई (NSE) का निफ़्टी50 इंडेक्स सितंबर के अंत में रिकॉर्ड ऊंचाई से लगभग 14% गिर गया है और 1996 के बाद से अपनी सबसे लंबी मासिक गिरावट के दौर में है।
मंगलवार को कैसी थी बाजार की चाल?
पिछले ट्रेडिंग सेशन में मंगलवार को सेंसेक्स ने 5 दिन की गिरावट का दौर समाप्त किया और 147.71 अंक या 0.20 प्रतिशत बढ़कर 74,602.12 पर बंद हुआ। हालांकि, निफ्टी50 0.03 प्रतिशत गिरकर 22,547.55 पर बंद हुआ। वहीं, महाशिवरात्रि के अवसर पर बुधवार को घरेलू शेयर बाजार बंद रहे।
अगले एक साल में 15% तक रिटर्न दे सकते हैं सेंसेक्स और निफ्टी
जेफरीज में इक्विटी रणनीति के वैश्विक प्रमुख क्रिस वुड (Chris Wood) का मानना है कि अगर एफआईआई भारतीय बाजारों की तरफ लौटते हैं तो भारतीय फ्रंटलाइन इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी अगले 12 महीने के आउटलुक से मौजूदा स्तर से 10 से 15 प्रतिशत का रिटर्न दें सकते हैं।
क्रिस वुड ने नयी दिल्ली में आयोजित बिजनेस स्टैण्डर्ड के बीएस मंथन कहा, ”भारतीय बाज़ारों का वैल्यूएशन अपने पीक के दौरान बहुत ज्यादा था। लेकिन, विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली ने मुझे चौंका दिया है। जबकि एफआईआई की बिक्री का पहला चरण सस्ते चीनी बाजार की ओर फंड रोटेशन से जुड़ा हो सकती है। हालांकि, बिक्री का दूसरा दौर डीपसीक के आसपास सकारात्मक समाचार के चलते देखने को मिला।”