facebookmetapixel
सरकार की कर वसूली में तेजी, लेकिन रिफंड जारी करने में सुस्तीदूसरे चरण के लोन पर कम प्रावधान चाहें बैंक, RBI ने न्यूनतम सीमा 5 फीसदी निर्धारित कीभारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर जल्द सहमति की उम्मीद, ट्रंप बोले—‘हम बहुत करीब हैं’बीईई के कदम पर असहमति जताने वालों की आलोचना, मारुति सुजूकी चेयरमैन का SIAM के अधिकांश सदस्यों पर निशानाइक्जिगो बना रहा एआई-फर्स्ट प्लेटफॉर्म, महानगरों के बाहर के यात्रियों की यात्रा जरूरतों को करेगा पूरासेल्सफोर्स का लक्ष्य जून 2026 तक भारत में 1 लाख युवाओं को एआई कौशल से लैस करनाअवसाद रोधी दवा के साथ चीन पहुंची जाइडस लाइफसाइंसेजQ2 Results: ओएनजीसी के मुनाफे पर पड़ी 18% की चोट, जानें कैसा रहा अन्य कंपनियों का रिजल्टअक्टूबर में स्मार्टफोन निर्यात रिकॉर्ड 2.4 अरब डॉलर, FY26 में 50% की ग्रोथसुप्रीम कोर्ट के आदेश से वोडाफोन आइडिया को एजीआर मसले पर ‘दीर्घावधि समाधान’ की उम्मीद

BSE Share: डेरिवेटिव एक्सपायरी में बदलाव से BSE को झटका, शेयर 7% लुढ़का; टेक्निकल चार्ट दे रहा और गिरावट का संकेत

BSE Share Price: हाल के दिनों में बीएसई के शेयरों में बिकवाली का दबाव बढ़ा है। एनएसई ने इसे अतिरिक्त निगरानी उपाय (एएसएम) स्टेज-1 फ्रेमवर्क के तहत रखा है।

Last Updated- June 18, 2025 | 12:39 PM IST
BSE changes transaction fees for derivatives डेरिवेटिव के लिए बीएसई ने किया लेनदेन शुल्क में बदलाव

BSE Share Price: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में लिस्टेड बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के शेयर बुधवार (18 जून) को इंट्रा-डे के दौरान 7 प्रतिशत तक गिर गिरकर 2,500 रुपये के निचले स्तर तक पहुंच गए। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के दोनों स्टॉक एक्सचेंजों के डेरिवेटिव्स कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी डेट में बदलाव को मंजूरी देने के शेयर शेयर में गिरावट आई।

बाजार नियामक सेबी ने नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बीएसई को इक्विटी डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स के निपटान के दिन बदलने की इजाजत दे दी है। इस कदम का बाजार हिस्सेदारी के आयाम पर असर दिख सकता है। अब एनएसई में डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स मंगलवार को एक्सपायर होंगे जबकि अभी एक्सपायरी का दिन गुरुवार है। उधर, बीएसई के कॉन्ट्रैक्ट्स गुरुवार को एक्सपायर होंगे, जो अभी मंगलवार को होते हैं।

बाजार नियामक ने मई में एक सर्कुलर जारी कर एक्सपायरी को सप्ताह में केवल दो दिन तक सीमित कर दिया था और हर एक्सचेंज को एक दिन चुनने के लिए कहा था। मौजूदा एक्सपायरी के दिन 31 अगस्त तक प्रभावी रहेंगे। सितंबर से शुरू होकर दोनों एक्सचेंज अपने नए निर्धारित दिनों में बदलाव करेंगे।

हाल के दिनों में बीएसई के शेयरों में बिकवाली का दबाव बढ़ा है। एनएसई ने इसे अतिरिक्त निगरानी उपाय (एएसएम) स्टेज-1 फ्रेमवर्क के तहत रखा है। एएसएम के तहत आने वाले स्टॉक्स के लिए सौ प्रतिशत मार्जिन ब्लॉक करना अनिवार्य होता है और ऐसे स्टॉक्स को गिरवी भी नहीं रखा जा सकता।

यह भी पढ़ें…57% तक की जोरदार रैली को तैयार ये PSU Oil Stocks, क्रूड के दोबारा $65 पर लौटने की उम्मीद से बना BUY का मौका

BSE Share Technical Chart

बीएसई का शेयर 10 जून 2025 को अपने ऑल टाइम हाई लेवल 3,030 रुपये से अब तक लगभग 17.5 प्रतिशत गिर चुका है। बीएसई का शेयर बुधवार दोपहर 12 बजे 2,626 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा था और इसमें लगभग 74.41 लाख शेयरों का लेनदेन हुआ। टेक्नीकल चार्ट यह संकेत देता है कि इसमें आगे और गिरावट संभव है और यह वर्तमान स्तर से 19.4 प्रतिशत और नीचे गिरकर 2,130 रुपये तक जा सकता है।

बीएसई

करेंट प्राइस ₹2,643

नीचे की ओर जोखिम: 19.4%

सपोर्ट: ₹2,500; ₹2,359; ₹2,275

रेसिस्टेंस: ₹2,680; ₹2,924

जब तक शेयर ₹2,924 के स्तर से नीचे रहेगा, तब तक बीएसई शेयर में नकारात्मक रुझान के साथ कारोबार होने की संभावना है। वर्तमान में शेयर अपने 20-दिवसीय मूविंग एवरेज के आसपास रेसिस्टेंस का परीक्षण करता हुआ दिखाई दे रहा है, जो 2,680 पर है।

वहीं, मीडियम अवधि के चार्ट से संकेत मिलता है कि बीएसई शेयर की कीमत साप्ताहिक ट्रेंड लाइन सपोर्ट की ओर खिसक सकती है, जो मौजूदा स्तरों से ₹2,130 के स्तर तक 19.4 प्रतिशत की संभावित गिरावट का जोखिम दर्शाता है। शेयर के लिए इंटरमीडिएट सपोर्ट ₹2,500, ₹2,359 और ₹2,275 के स्तर के आसपास अनुमानित किया जा सकता है।

First Published - June 18, 2025 | 12:08 PM IST

संबंधित पोस्ट