अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में मंगलवार को 33 पैसे की बड़ी कमजोरी आई। आयातकों, खासकर तेल कंपनियों द्वारा अमेरिकी मुद्रा की खरीदारी पर जोर दिए जाने से रुपये में गिरावट को बढ़ावा मिला। रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 81.72 पर बंद हुआ जबकि सोमवार को उसका बंद भाव 81.39 था।
इस सप्ताह अब तक घरेलू मुद्रा में अमेरिकी डॉलर की तुलना में करीब 0.7 प्रतिशत की कमजोरी आई है, जिसके साथ ही पिछले कुछ दिनों के दौरान वह कमजोर प्रदर्शन करने वाली प्रमुख एशियाई मुद्राओं में शामिल हो गया है।
हालांकि इस कैलेंडर वर्ष में अब तक रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले करीब 1.2 प्रतिशत मजबूत हुआ है। डीलरों ने कहा कि भारतीय इक्विटी बाजारों से वैश्विक निवेश की निकासी से भी रुपये पर दबाव बढ़ा है।
इसके अलावा, बाजार धारणा अगले सप्ताह होने वाले प्रमुख घटनाक्रम से पहले अस्थिर बनी हुई है। इन घटनाक्रम में केंद्रीय आम बजट और अमेरिकी फेडरल का नीतिगत बयान शामिल है। एनएसडीएल के आंकड़े से पता चलता है कि एफपीआई ने जनवरी में अब तक भारतीय शेयरों में 2 अरब डॉलर की बिकवाली की है।