बेंचमार्क निफ्टी और सेंसेक्स अपने मौजूदा स्तर से 8 से 10 फीसदी और चढ़ सकता है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने 2024 के लिए इक्विटी बाजारों के अपने आउटलुक में ये बातें कही हैं। ब्रोकरेज ने कहा कि अगले साल बाजार की चाल एक जैसी नहीं रहेगी और वहां ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
आम चुनाव 2024 को लेकर बाजार की प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक और सीईओ धीरज रेली ने कहा कि चुनाव के नतीजों से ज्यादा चुनाव के बाद के तीन से चार महीनों में बाजार की चाल इसकी दिशा तय करेगी।
उन्होंने कहा, ‘अगर हम हर चीज का अनुमान पहले लगा लें और यह मानकर चलें कि मौजूदा सरकार को स्पष्ट बहुमत मिल जाएगा और निफ्टी 21,000 से 23,000 के स्तर पर चला जाता है तो चुनाव के बाद हमें सुस्त प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी, चाहे मौजूदा सरकार को जरूरत से ज्यादा बहुमत मिल जाए। हम तब बाजार में बहुत ज्यादा घटबढ़ नहीं देखेंगे या काफी गिरावट देखेंगे क्योंकि तब मुनाफावसूली होगी।’
रेली ने कहा कि बाजारों की प्रकृति हर चीज का अनुमान पहले से लगाने की होती है। हालांकि उच्च मूल्यांकन के कारण खरीदारी के मौके सीमित हैं। उन्होंने कहा, ‘अभी शेयर का चयन मुश्किल है। इस समय अच्छी गुणवत्ता वाली कंपनियों की उचित कीमत का पता लगाना कठिन है। हम मिडकैप व स्मॉलकैप में खासी तेजी देख रहे हैं। हमारा अभी भी मानना है कि लार्जकैप, बड़े बैकों में काफी वैल्यू है।’
रेली ने कहा, अगर ज्यादातर बैंकों के कदम से महंगाई का बेहतर प्रबंधन होता है और अगर फेड ब्याज दरों में कटौती करता है तो हमें चार कटौती देखने को मिलेगी, जो बाजारों के चेहरे पर ज्यादा खुशी लाएगी। फेड कितनी तेजी से दरें घटाता है और कितनी बार कटौती होती है, यह समान रूप से अहम है।
दरों में कटौती का विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का भारत में निवेश पर भी अहम असर दिखेगा। ब्रोकरेज ने कहा कि लार्जकैप बैंक, इंडस्ट्रियल व रियल एस्टेट, बिजली, ऑटो, फार्मा, ओएमसी, गैस आदि उसके पसंदीदा क्षेत्र हैं।