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बड़ौदा बीएनपी पारिबा MF ने उतारा बिजनेस कांग्लोमरेट फंड; ₹500 की SIP से बिजनेस घरानों में निवेश का मौका

NFO Alert: बड़ौदा बीएनपी परिबा का यह न्यू फंड ऑफर (NFO) 15 सितंबर 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला है

Last Updated- September 02, 2025 | 8:34 AM IST
Business Conglomerate Fund
Baroda BNP Paribas Business Conglomerates Fund एक ओपन एंडेड इक्विटी थीमैटिक फंड है। (प्रतीकात्मक फोटो)

NFO Alert: बड़ौदा बीएनपी परिबा म्युचुअल फंड का न्यू फंड ऑफर बड़ौदा बीएनपी परिबा बिजनेस कांग्लोमरेट फंड (Baroda BNP Paribas Business Conglomerates Fund) आज यानी 2 सितंबर 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। यह एक ओपन एंडेड इक्विटी थीमैटिक फंड है जो भारत के बड़े और कई पीढ़ी से चल रहे कारोबारी घरानों जैसे टाटा, बिड़ला, अंबानी, अदाणी, बजाज, महिंद्रा, जिंदल या गोदरेज आदि ग्रुपों में शामिल लिस्टेड कंपनियों में निवेश करने के लिए डिजाइन की गई है। बड़ौदा बीएनपी परिबा का यह न्यू फंड ऑफर (NFO) 15 सितंबर 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा।

₹500 की SIP से निवेश शुरू

NFO पीरियड के दौरान, बड़ौदा बीएनपी परिबा बिजनेस कांग्लोमरेट फंड में निवेशक मिनिमम ₹1,000 से निवेश शुरू कर सकते हैं, और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में आगे निवेश कर सकते हैं। इस NFO में SIP भी की जा सकती है। SIP के लिए मिनिमम निवेश ₹500 है।

इस स्कीम में कोई लॉक इन पीरियड नहीं है। यदि निवेश की 10% से ज्यादा यूनिट्स बेची जाती हैं, तो उन पर चार्ज लगेगा। अगर यह रिडेम्पशन 1 साल के भीतर किया जाता है, तो 1% एग्जिट लोड शुल्क देना होगा।

जीतेन्द्र श्रीराम और कुशांत अरोड़ा इस स्कीम के फंड मैनेजर्स हैं। इस फंड का बेंचमार्क BSE Select Business Groups TRI है।

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क्या है इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी?

स्कीम इन्फॉर्मेशन डॉक्यूमेंट (SID) के अनुसार, निवेश का मकसद हासिल करने के लिए यह फंड मुख्य रूप से उन इक्विटी और इक्विटी संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करेगी जो कांग्लोमेरेट थीम का हिस्सा हैं।

स्कीम अपने नेट एसेट का 80% निवेश उन कंपनियों में करेगी जो भारत में व्यापारिक कांग्लोमेरेट्स का हिस्सा हैं। स्कीम नेट एसेट का 20% तक उन कंपनियों में भी निवेश कर सकती है जो फंड की थीम का हिस्सा नहीं हैं। स्कीम अपनी नकदी जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने फंड का एक छोटा हिस्सा डेट, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स, REITs और InVITs में भी निवेश कर सकती है।

स्कीम का पोर्टफोलियो डायवर्स होगा और इसका ध्यान प्रमुख डायवर्सिफाइड कांग्लोमेरेट्स की कंपनियों में निवेश पर रहेगा। कांग्लोमेरेट्स को ऐसे समूह के रूप में पहचाना जाएगा जो भारत में आधारित हों, प्रमोटरों द्वारा नियंत्रित या नेतृत्व किए जाते हों, और जिनमें कम से कम दो लिस्टेड कंपनियां अलग-अलग सेक्टर या इंडस्ट्री में शामिल हों।

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निवेशकों के लिए प्रमुख फायदे

  • जाने माने ब्रांड तक पहुंच : भारत की सबसे सम्मानित और पहचानी जाने वाली कंपनियों में हिस्सा पाने का मौका।
  • सेक्टर्स की विविधता : एक ही निवेश से कई अलग-अलग इंडस्ट्री में एक्सपोजर।
  • प्रोफेशनल मैनेजमेंट : विशेषज्ञ हर ग्रुप में से सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बिजनेस चुनते हैं।
  • विकास और पुनर्गठन में भागीदारी : कंपनियों के विस्तार और वैल्‍यू-अनलॉकिंग, दोनों से लाभ।

बिजनेस कांग्लोमरेट फंड में किसे करना चाहिए निवेश?

फंड हाउस के मुताबिक, यह स्कीम उन निवेशकों के लिए बेहतर साबित हो सकती है जो लॉन्ग टर्म में कैपिटल ग्रोथ हासिल करना चाहते हैं और भारत के सबसे बड़े व्यापारिक घरानों में हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा रखते हैं। रिस्कोमीटर पर इस स्कीम को बहुत अधिक जोखिम (very high risk) की कैटेगरी में रखा गया है।

बिजनेस कांग्लोमरेट फंड भारत के सबसे बड़े व्यापारिक घरानों में हिस्सेदारी खरीदने का एक बेहतर और किफायती तरीका हो सकते हैं। ये म्युचुअल फंड योजनाएं उन व्यापारिक समूहों (कॉन्ग्लोमरेट्स) में निवेश करती हैं, जिनका कारोबार अर्थव्यवस्था के कई अलग-अलग सेक्टर में फैला होता है।


(डिस्क्लेमर: यहां NFO की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

First Published - September 2, 2025 | 8:34 AM IST

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