डीएसपी म्युचुअल फंड ने हाल में डीएसपी बिजनेस साइकल फंड लॉन्च किया था। उसकी नई फंड पेशकश (एनएफओ) सबस्क्रिप्शन के लिए 27 नवंबर, 2024 को खुली थी और 11 दिसंबर, 2024 को बंद हुई। इसके साथ ही डीएसपी उन 16 फंडों की सूची में शामिल हो गया है जो कुल मिलाकर 33,325.4 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का प्रबंधन करते हैं।
निवेश रणनीति
बिजनेस साइकल फंड विभिन्न क्षेत्र, थीम और बाजार पूंजीकरण वाले शेयरों में मौजूद अवसरों को भुनाने के लिए दो चरण वाले दृष्टिकोण को अपनाते हैं। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड के निवेश रणनीति प्रमुख चिंतन हरिया ने कहा, ‘पहले चरण में टॉप-डाउन दृष्टिकोण के तहत मुद्रास्फीति, आर्थिक वृद्धि और राजकोषीय घाटा जैसे व्यापक आर्थिक संकेतकों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
इससे यह निर्धारित किया जाता है कि चक्र के खास चरणों में किन क्षेत्रों का प्रदर्शन बेहतर हो सकता है। दूसरे चरण में विभिन्न वित्तीय मानदंडों पर व्यापक विश्लेषण के बाद पहचान किए गए क्षेत्रों से अलग-अलग शेयरों का चयन किया जाता है।’ ये फंड आर्थिक चक्र के चरण को देखते हुए किसी खास क्षेत्र के शेयरों के लिए अपने आवंटन में भी बदलाव करते हैं। ऐसे फंड आम तौर पर निफ्टी या बीएसई 500 से संबंधित लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में निवेश करते हैं।
लचीला व गतिशील नजरिया
बिजनेस साइकल फंड का लक्ष्य अपने पोर्टफोलियो को आर्थिक चक्र के विभिन्न चरणों के साथ जोड़कर रिटर्न को अधिकतम करना है। ऐक्सिस म्युचुअल फंड के फंड मैनेजर आशिष नाइक ने कहा, ‘ये फंड विभिन्न चरणों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों, जैसे मंदी के दौरान उपभोक्ता वस्तु या तेजी के दौरान रियल एस्टेट एवं वित्तीय क्षेत्र- में निवेश के जरिये अधिक से अधिक रिटर्न हासिल करने का प्रयास करते हैं।’ ऐसे फंड कमोडिटी जैसे मूल्य वृद्धि के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों में निवेश के जरिये महंगाई के प्रति सुरक्षा भी प्रदान करते हैं। नाइक ने कहा कि ऐसे फंड मंदी के दौरान सुरक्षा के लिए हेजिंग की रणनीति पर भी अमल करते हैं।
समय संबंधी जोखिम
बिजनेस साइकल फंड की सफलता आर्थिक चक्रों के सटीक आकलन पर निर्भर करती है। मगर यह एक जटिल और अनिश्चित कार्य है। चेरुवु ने कहा, ‘किसी आर्थिक चक्र के चरण का आकलन गलत होने से रिटर्न में नुकसान हो सकता है।’ बहुत केंद्रित हो जाने का जोखिम भी चिंता का कारण होता है। नाइक ने कहा, ‘खास आर्थिक चक्रों के दौरान इस प्रकार के फंड कुछ ही क्षेत्रों में केंद्रित हो सकते हैं। ऐसे में उन क्षेत्रों का प्रदर्शन कमजोर रहने पर जोखिम बढ़ जाता है।’
फ्लेक्सीकैप फंड से अलग
बिजनेस साइकल फंड आम तौर पर टॉप-डाउन रणनीति पर आधारित होते हैं। ऐसे फंड अक्सर क्षेत्र बदलने के लिए वृहद आर्थिक रुझानों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। मगर फ्लेक्सीकैप फंड बॉटम-अप रणनीति पर आधारित होते हैं। हरिया ने कहा, ‘बिजनेस साइकल फंड चक्रीय अवसरों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। मगर फ्लेक्सीकैप फंड का उद्देश्य वृहद आर्थिक चक्रों से प्रभावित हुए बिना विभिन्न क्षेत्रों एवं बाजार पूंजीकरण वाले शेयरों में निवेश के जरिये दीर्घकालिक वृद्धि हासिल करना है।’
किसे करना चाहिए निवेश
बिजनेस साइकल फंड अनुभवी निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं। हरिया ने कहा, ‘वे उन लोगों के लिए उपयुक्त हैं जो वृहद आर्थिक रणनीति के साथ अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाना चाहते हैं।’ उतार-चढ़ाव से बचने और स्थिरता पसंद करने वाले नए निवेशकों को इससे दूर रहना चाहिए। निवेशक के मुख्य पोर्टफोलियो में डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड (पैसिव एवं ऐक्टिव) को भी शामिल होना चाहिए। हरिया ने कहा कि बिजनेस साइकल फंड मध्यम अवधि अवसरों को भुनाने वाली रणनीति का हिस्सा हो सकता है। चेरुवु ने कहा कि इन फंडों के लिए आवंटन को इक्विटी पोर्टफोलियो के 10 से 30 फीसदी तक सीमित रखें।