उत्तर प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग के बढ़ते चलन और फिल्म सिटी के निर्माण के बीच पहली बार सांस्कृतिक पर्यटन को समर्पित व दुनिया भर में प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय शार्ट फिल्म महोत्सव (आईएफएफसी) का आयोजन वाराणसी में होने जा रहा है। यह आईएफएफसी का छठा संस्करण है जिसमें दुनिया भर के तमाम देशों व भारत में सांस्कृतिक पर्यटन पर बनी शार्ट फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। आईएफएफसी के पिछले साल के आयोजन में 11 देशों की 2436 शार्ट फिल्मों का प्रदर्शन किया गया था। इसी साल दिसंबर के पहले सप्ताह में होने वाले इस महोत्सव के आयोजन में उत्तर प्रदेश सरकार का पर्यटन विभाग सहयोगी की भूमिका में होगा।
इस शार्ट फिल्म महोत्सव की आयोजक संस्था इंडियन इन्फोटेनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन (आईआईएमसी) के प्रमुख व देश-दुनिया के जाने माने शार्ट फिल्म मेकर देवेन्द्र खंडेलवाल ने बताया कि वाराणसी के सांस्कृतिक पर्यटन की दृष्टि से महत्व को देखते हुए इस बार यहां आयोजन करने का फैसला किया गया है। उनका कहना है कि इस फिल्म महोत्सव से न केवल उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थलों का दुनिया भर में प्रचार होगा व उनके प्रति लोगों में आकर्षण बढ़ेगा बल्कि इस प्रदेश की अनूठी संस्कृति के बारे में भी लोग जानेंगे। उन्होंने कहा कि वाराणसी में महोत्सव के आयोजन से दुनिया भर के फिल्मकारों के बीच उत्तर प्रदेश में शूटिंग करने लायक जगहों की जानकारी पहुंचेगी और प्रदेश में फिल्म निर्माण को रफ्तार मिलेगी।
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खंडेलवाल ने बताया कि शार्ट फिल्म महोत्सव के अब तक हुए पांच संस्करण खासे सफल रहे हैं और इसने भारत के शॉर्ट फिल्म बनाने वालों को प्रोत्साहित करने का काम किया है। खंडेलवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार का पर्यटन विभाग इस अंतरराष्ट्रीय शार्ट फिल्म महोत्सव के आयोजन में प्रमुख सहयोगी की भूमिका में है। शार्ट फिल्म महोत्सव में विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाएंगे और उत्तर प्रदेश में बनी फिल्मों के लिए एक अलग खंड होगा।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकारी की नयी फिल्म नीति के तहत प्रदेश में शूट होने वाली फिल्मों को खास रियायतें व अनुदान दिया जा रहा है। साथ ही प्रदेश में शूटिंग करने पर भी तमाम सहूलियत दी जा रही हैं।