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मुंबई में कायम रहेगी हीरे की चमक, महाराष्ट्र सरकार ने दिया जवाब

राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन विपक्षी दलों ने सूरत डायमंड बोर्स का जिक्र करते हुए सवाल उठाया कि हीरा उद्योग मुंबई से गुजरात शिफ्ट हो रहा है।

Last Updated- December 21, 2023 | 8:21 PM IST
The shine of diamonds will remain in Mumbai

हीरा कारोबार मुंबई से सूरत पलायन कर जाने के विपक्ष के आरोपों का महाराष्ट्र सरकार ने जवाब दिया। सरकार की तरफ से दावा किया गया कि मुंबई से एक भी हीरा व्यापारी सूरत नहीं गया है। देश का 97 फीसदी हीरा निर्यात मुंबई से हो रहा है। महाराष्ट्र सरकार जल्द ही नवी मुंबई में दुनिया का सबसे बड़ा हीरा पार्क स्थापित करेगा ।

राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन विपक्षी दलों ने सूरत डायमंड बोर्स का जिक्र करते हुए सवाल उठाया कि हीरा उद्योग मुंबई से गुजरात शिफ्ट हो रहा है।

विपक्ष के आरोप का जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि सूरत में छत्रपति शिवाजी महाराज के समय से ही हीरे का कारोबार है। मुंबई में भारत डायमंड बोर्स की शुरुआत 2013 में ही चुकी है और अब सूरत में सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन किया गया है। दोनों डायमंड बोर्स के काम करने के तरीके में अंतर है। सूरत में उत्पादन होता है और हमारे पास उत्पादन और निर्यात होता है। भले ही सूरत में एक नया एक्सचेंज शुरू किया गया है, लेकिन हमारी तरफ से एक भी उद्योग वहां स्थानांतरित नहीं हुआ है।

फड़णवीस ने कहा कि हमारे यहां हीरा उद्योग बढ़ रहा है। हम अकेले मुंबई से 38 अरब डॉलर मूल्य के जेम्स एंड ज्वेलरी निर्यात करते हैं। जो देश के कुल निर्यात का 75 फीसदी है। इसमें सूरत की हिस्सेदारी 12 फीसदी है। जबकि जयपुर की हिस्सेदारी 3.12 फीसदी है। सरकार के प्रयासों से मुंबई से हीरा निर्यात सूरत से कई गुना बढ़कर 97 फीसदी हो गया है। जबकि सूरत का निर्यात फिलहाल घटकर 2.57 फीसदी पर आ गया है।

जेम्स एंड ज्वेलरी के लिए मुंबई शहर में एक आधुनिक पार्क बनाया जा रहा है। इसके लिए नवी मुंबई के महापे इंडस्ट्रियल इस्टेट में 30 एकड़ जमीन दी जायेगी। इस दौरान यूएई और भारत सरकार के बीच एक समझौता हुआ। इसके मुताबिक मुंबई में एक बड़ा प्रोडक्शन प्लांट लगाया जाएगा।

मालाबार गोल्ड मुंबई में हीरा उद्योग में 1700 करोड़ का निवेश कर रही है और तुर्की डायमंड, तनिष्क भी निवेश करने जा रहा है। मालाबार गोल्ड कंपनी अपना मुख्यालय मुंबई में बना रही है। इसका मुख्य लाभ महाराष्ट्र और मुंबई को होगा। टर्किश डायमंड बोर्स ने भी मुंबई आने की पुष्टि की है। हमारे प्रधानमंत्री ने 2030 तक हीरा व्यापार को 75 मिलियन डॉलर तक ले जाने की घोषणा की है।

दूसरे राज्य भी कोशिश करेंगे लेकिन मुंबई पर इसका कोई असर नहीं है। मुंबई का मुकाबला कोई नहीं कर सकता, इसलिए इस डर को दूर कर दीजिए कि मुंबई के उद्योग सूरत चले जाएंगे। फड़णवीस ने कहा कि मुंबई से हीरा उद्योग पलायन कर रहा है यह बात को हवा कैसे मिली, इसकी वजह पिछली सरकार की नीतियां थी ।

कोविड-19 काल में भारत डायमंड बोर्स कह रहा था कि हमें निर्यात करने दीजिए, लेकिन तब एमवीए सरकार ने उन्हें खुलने नहीं दिया। परिणामस्वरूप, 2020-21 में हमारा निर्यात 94 प्रतिशत गिर गया। जबकि 2 फीसदी निर्यात करने वाला सूरत 7 फीसदी पर आ गया। मैंने उस समय खुद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा था। लेकिन उन्होंने बहुत देर से निर्यात करने की अनुमति दी। 8 महीने तक हमारे यहां से निर्यात बंद रहा। कोरोना खत्म होने के बाद 2022-2023 और 2023-2024 में मुंबई में ये 97.13 फीसदी हो गई है।

First Published - December 21, 2023 | 8:21 PM IST

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