नवी मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान भीषण गर्मी से 12 लोगों की मौत के बाद सवाल उठ रहे हैं। खारघर इलाके के सेंट्रल पार्क में आयोजित महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार के दौरान हजारों की भीड़ जुटी थी। प्रचंड गर्मी और लू की वजह से तकरीबन सवा सौ लोग बीमार हो गए हैं। 24 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल पर बदइंतजामी को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद थे।
रविवार को सुबह 11 बजे आयोजित महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह में महाराष्ट्र के दूरदराज के इलाकों से हजारों लोग पहुंचे थे। इसके अलावा मध्य प्रदेश, कर्नाटक और गुजरात से भी लोग आए थे। लोग कई घंटे तक तेज धूप के नीचे खड़े थे। आयोजकों की ओर से भीड़ को धूप से बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किये गए थे। सीधे धूप की चपेट में आकर 120 से ज्यादा लोग बीमार पड़े, जिसमें कल ही 11 लोगों की जान चली गई, जबकि आज एक व्यक्ति ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। गर्मी और लू लगने से इस कार्यक्रम में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में आठ महिलाएं भी शामिल हैं। शवों को परिवार वालों के हवाले कर दिया गया है। रायगढ़ जिला सूचना अधिकारी के अनुसार, खारघर के आसपास पांच अस्पतालों में 44 लोगों को भर्ती कराया गया था। इनमें से 20 का अब भी इलाज चल रहा है और अन्य को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।
पनवेल निगम आयुक्त गणेश देशमुख ने कहा कि सभी शवों की पहचान कर ली गई है और डॉक्टरों द्वारा पोस्टमार्टम किया गया है। शवों को अंतिम संस्कार के लिए उनके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया है। पनवेल नगर निगम के उपायुक्त विठ्ठल डाके ने कहा कि कमोठे के एमजीएम अस्पताल में आठ मरीजों का इलाज जारी है, जबकि एक व्यक्ति दूसरे अस्पताल में भर्ती है।सभी मरीजों की हालत स्थिर है। बाकी मरीजों को छुट्टी दे दी गई है। नवी मुंबई पुलिस की आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि कोई भगदड़ नहीं हुई। अत्यधिक गर्मी के कारण कई महिलाएं बेहोश हो गईं और ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए भीड़ के बीच मोटरसाइकिल पर बिठाकर चिकित्सा सहायता केंद्रों तक पहुंचाया । घटनास्थल के सबसे नजदीकी मौसम विज्ञान केंद्र ने अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था।
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने इस बात की जांच की मांग की है कि नवी मुंबई में दोपहर के समय जब तापमान बहुत अधिक होता है तो महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह का आयोजन कैसे किया गया। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने रविवार को कार्यक्रम में आध्यात्मिक नेता और समाज सुधारक अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया। धर्माधिकारी के पौधारोपण अभियान, रक्तदान और चिकित्सा शिविरों के साथ-साथ आदिवासी क्षेत्रों में नशामुक्ति कार्यों के कारण राज्य में बड़े पैमाने पर अनुयायी हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके कहा कि कल के महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह में शामिल हुए लोगों की मौत से मुझे गहरा दुख हुआ है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं उन लोगों के ठीक होने की प्रार्थना करता हूं जिनका वर्तमान में इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मौतों को बहुत दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया था और कहा था कि मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
श्रमिक संघ के नेता श्रीरंग बारगे ने कहा कि राज्य सरकार को पता होगा कि धर्माधिकारी के बड़ी संख्या में अनुयायी हैं और कार्यक्रम में लाखों लोग आ सकते हैं तो पानी, छाया की व्यवस्था क्यों नहीं की गयी। कांग्रेस ने महाराष्ट्र में पुरस्कार समारोह के दौरान भीषण गर्मी की चपेट में आने से 12 लोगों की मौत पर दुख जताते हुए इसे गैर इरादतन हत्या का मामला करार दिया और कहा कि राज्य की भारतीय जनता पार्टी-शिवसेना सरकार इसकी जिम्मेदारी ले तथा जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।
नवीं मुंबई के खारघर में 306 एकड़ में फैले इंटरनेशनल कॉरपोरेट पार्क में रविवार सुबह खुले में पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया था जिसमें धर्माधिकारी के लाखों समर्थक इस भव्य कार्यक्रम में पहुंचे थे। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने धर्माधिकारी को महाराष्ट्र महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार प्रदान किया। इस कार्यक्रम लिए लोग सुबह से ही आने लगे थे और यह कार्यक्रम करीब साढ़े 11 बजे शुरू हुआ एवं एक बजे तक चला। इनमें से कई लोग तो शनिवार को ही आ गये थे।