महाराष्ट्र में भारी राजनीतिक उलटफेर के बाद अब सबकी निगाहें राज्य मंत्रिमंडल विस्तार पर हैं। महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द ही होने वाला है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होने के एक दिन बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार और राज्य के मंत्री छगन भुजबल ने उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस से मिलकर विभागों के आवंटन पर चर्चा की। फड़णवीस और शिंदे इस पर पहले ही चर्चा कर चुके हैं। माना जा रहा है कि 10 जुलाई तक महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा।
कल रविवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली उनके साथ आठ अन्य नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी। खबर है कि 10 जुलाई तक मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया जाएगा।
महाराष्ट्र में नियमों के मुताबिक, अधिकतम 43 मंत्री हो सकते हैं। इनमें से 29 सीटें भर चुकी है बाकी की 14 सीटों का फैसला होना है। अब देखना दिलचस्प होगा कि मंत्रिमंडल में किसको जगह मिलती है।
गौरतलब है कि साल 2022 के जून में शिवसेना (शिंदे गुट) और भाजपा ने साथ मिलकर सरकार गठन किया था । उस समय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली थी। इसके बाद 9 अगस्त, 2022 को शिंदे कैबिनेट का पहला विस्तार हुआ था और 18 विधायकों ने मंत्री के रूप में शपथ ली थी, जिसमें शिवसेना के शिंदे गुट और भाजपा से 9-9 विधायक शामिल थे।
मुख्यमंत्री अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा भी जोरों पर है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया कि इसमें सिर्फ सौदेबाजी चल रही थी कि अजित पवार को क्या मिलेगा। हमारी जानकारी के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष के फैसले यानी एकनाथ शिंदे समेत 16 शिवसेना के विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मदद से शिंदे को मुख्यमंत्री पद से हटाकर पवार को यह पद देने का वादा किया गया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को 11 अगस्त तक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 16 विधायकों की अयोग्यता पर फैसला लेना है। ऐसा ना करने पर एमवीए उच्चतम न्यायालय जाएगा।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने दावा किया कि शिंदे अवश्य ही मुख्यमंत्री का पद खो देंगे। उन्होने कहा कि शरद पवार द्वारा पांच जुलाई को बुलाई गई राकांपा की बैठक हो जाने दीजिए। फिर हम साथ में बैठकर आगे का मार्ग तय करेंगे। उद्धव ठाकरे ने कल अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है। हम सब साथ रहेंगे। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मैं राज्य के दौरे पर निकला हूं और कार्यकर्ताओं को प्रेरित करूंगा। कुछ नेताओं ने जो किया है, उससे उन्हें निराश नहीं होना चाहिए।
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष माधव भंडारी ने कहा कि भविष्य में घटनाक्रम कैसा होगा, इस बारे में बोलना जल्दबाजी होगी। हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा। महाराष्ट्र के मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता गिरीश महाजन ने विभागों के बंटवारे के बारे में कहा कि यह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का विशेषाधिकार है। अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल और अन्य नेताओं ने फडणवीस से मुलाकात की। वे इस पर चर्चा करेंगे और निर्णय लेंगे।
गौरतलब है कि अजित पवार पूर्व में जल संसाधन विभाग, बिजली और वित्त विभाग का प्रभार संभाल चुके हैं। अभी यह तीनों विभाग फड़णवीस के पास हैं। इसके अलावा वह गृह विभाग का प्रभार भी संभाल रहे हैं।