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2024 में मध्य प्रदेश बना धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन का सबसे बड़ा केंद्र, बीते साल 13.41 करोड़ लोग घूमने पहुंचे MP

मध्य प्रदेश में 2024 में 13.41 करोड़ पर्यटक पहुंचे, जिनमें धार्मिक स्थलों पर सबसे ज्यादा भीड़ रही। उज्जैन, खजुराहो और ग्वालियर प्रमुख आकर्षण केंद्र बनकर उभरे।

Last Updated- June 16, 2025 | 11:08 PM IST
प्रसिद्ध खजुराहो मंदिर | फाइल फोटो

Madhya Pradesh tourism: अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों तथा प्राकृतिक और वन्य जीव संपदा से संपन्न मध्य प्रदेश में वर्ष 2024 में रिकॉर्ड 13.41 करोड़ पर्यटक आए। यह संख्या 2023 के मुकाबले तकरीबन 20 फीसदी अधिक है। इनमें धार्मिक पर्यटकों की संख्या सबसे अधिक है और कुल 7.32 करोड़ पर्यटक धार्मिक शहर उज्जैन पहुंचे।

इसी अवधि में करीब 1.67 लाख विदेशी सैलानियों ने भी मध्य प्रदेश की सैर की। विदेशी पर्यटकों के मामले में खजुराहो 33,131 पर्यटकों के साथ अव्वल रहा। बांधवगढ़ में 29,192, कान्हा में 19,148 ओरछा में 13,960 और पन्ना में 12,762 पर्यटक पहुंचे। वहीं पेंच में 11,272 और ग्वालियर में 10,823 विदेशी पर्यटक आए।

पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि 13.41 करोड़ पर्यटकों का आगमन इस बात का प्रमाण है कि  मध्य प्रदेश न केवल देश में बल्कि विश्व स्तर पर भी पर्यटन मानचित्र पर मजबूती से उभर रहा है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि शासन की दूरदर्शी नीतियों, अधोसंरचना विकास और स्थानीय समुदायों की भागीदारी की वजह से हासिल हुई है।

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पिछले साल 22 फीसदी ज्यादा पर्यटक पहुंचे

वर्ष 2024 में प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर 10.7 करोड़ पर्यटक आए जो वर्ष 2023 की तुलना में 22 फीसदी अधिक थे। प्रदेश के शीर्ष 10 पर्यटन स्थलों में 6 धार्मिक स्थल हैं। उज्जैन में सर्वाधिक 7.32 करोड़ पर्यटक आए। वर्ष 2023 में यहां 5.28 करोड़ पर्यटक पहुंचे थे। एक साल में उज्जैन आने वाले पर्यटकों की संख्या करीब 40 फीसदी बढ़ी। वहीं चित्रकूट में 2023 के 90 लाख की तुलना में 2024 में एक करोड़ पर्यटक पहुंचे।

प्रदेश की ऐतिहासिक धरोहरों ने 2024 में 80 लाख से अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया, जो 2023 के 64 लाख की तुलना में 25 फीसदी अधिक हैं। 2024 में ग्वालियर में पर्यटकों की संख्या में 3 गुना वृद्धि देखी गई और वहां 9 लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे, जो 2023 में 3.69 लाख थे। खजुराहो (4.89 लाख), भोजपुर (35.91 लाख) और महेश्वर (13.53 लाख) में भी पर्यटकों ने समृद्ध विरासतों का भ्रमण किया।

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यूनेस्को ने हाल ही में भोजपुर मंदिर को को अपनी टेंटेटिव सूची में शामिल किया है। मध्य प्रदेश में अब 3 स्थायी और 15 टेंटेटिव सूची में कुल 18 यूनेस्को धरोहरें हैं। स्थायी सूची में खजुराहो के मंदिर समूह, भीमबेटका की गुफाएं और सांची स्तूप शामिल हैं। इसके अलावा प्रदेश के 12 राष्ट्रीय उद्यानों, 25 वन्यजीव अभयारण्यों और नौ टाइगर रिजर्व में भी लाखों की तादाद में पर्यटक पहुंचे।

First Published - June 16, 2025 | 11:03 PM IST

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