अहमदाबाद के पास एयर इंडिया की एक उड़ान में हुई दुर्घटना के बाद, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने देशभर में सिविल एविएशन सेक्टर में सुरक्षा, हवाई यात्रियों की सुविधा और एयरलाइनों के प्रदर्शन की व्यापक समीक्षा शुरू की है। Ministry of Civil Aviation प्रवक्ता ने बताया कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू किन्जारपु ने एयरपोर्ट निदेशकों और एयरलाइन अधिकारियों के साथ कई उच्चस्तरीय बैठकें की हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंस में देशभर के सभी एयरपोर्ट निदेशकों से सीधे संवाद करते हुए मंत्री ने निर्देश दिए कि :
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने एयर इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के साथ तीन प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें संचालन की निरंतरता बनाए रखना, यात्रियों से पारदर्शी और जिम्मेदार संवाद सुनिश्चित करना और यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोपरि रखना को शामिल किया गया।
अधिकारियों ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को सूचित किया गया कि मध्य-पूर्व में अस्थिर स्थिति, रात के समय यूरोप में उड़ानों पर प्रतिबंध और सुरक्षा जांच के कारण एयर इंडिया की विमान उपलब्धता प्रभावित हुई है। इसके चलते एयर इंडिया अस्थायी रूप से अपनी उड़ानों में कटौती करेगी, पुनर्निर्धारण करेगी और इसकी सूचना मीडिया के माध्यम से साझा करेगी। प्रभावित यात्रियों को पुनः बुकिंग या पूर्ण धनवापसी का विकल्प दिया जाएगा। एयर इंडिया को निर्देश दिया गया कि जमीनी स्तर पर समन्वय मजबूत करें, यात्रियों को उड़ान में देरी/रद्दीकरण की स्पष्ट और सहानुभूतिपूर्ण जानकारी दें, और कस्टमर सेवा टीमों को प्रशिक्षित करें।
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स्पाइसजेट, इंडिगो और अकासा एयरलाइंस के वरिष्ठ प्रबंधन के साथ बैठकों में विमान बेड़े के प्रदर्शन, सुरक्षा निरीक्षण, यात्री अनुभव और एयरलाइन की संवाद रणनीति की समीक्षा की गई। यह निर्णय लिया गया कि एयरलाइनों के साथ संचालन से जुड़ी नियमित समीक्षा बैठकें संस्थागत रूप से जारी रहेंगी, जिससे समन्वय बेहतर हो सके।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा, “भारतीय नागरिक उड्डयन की पहचान वर्षों से यात्रियों की सुरक्षा और स्थिर संचालन रही है। हमें इस विश्वास को बनाए रखना है और सभी हितधारकों को एकजुट होकर कार्य करना होगा।”
उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार सुरक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और यात्रियों की सुरक्षा व सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
एयर इंडिया की दुर्घटनाग्रस्त उड़ान AI171 की जांच का नेतृत्व एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) कर रहा है। 12 जून 2025 से बहु-अनुशासनात्मक जांच टीम ने कार्य शुरू कर दिया है। NTSB (अमेरिका) और विमान निर्माता कंपनियों की टीमें भी ICAO प्रोटोकॉल के तहत जांच में सहयोग कर रही हैं।
कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह दावा किया गया है कि ब्लैक बॉक्स विदेश भेजा जा रहा है। इस पर मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि ब्लैक बॉक्स के विश्लेषण का स्थान AAIB तय करेगा, और इसमें सभी तकनीकी, सुरक्षा और गोपनीयता से जुड़े पहलुओं की समीक्षा की जाएगी। मीडिया से अपील की गई है कि वे अटकलें लगाने से बचें और जांच प्रक्रिया को गंभीरता से पूरा होने दें।
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