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हर 10 में से 4 रूफटॉप सोलर आवेदन हुए खारिज, सिबिल स्कोर बना बड़ी वजह

घर की छतों पर सौर बिजली संयंत्र लगाने को बढ़ावा देने और 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान करने के लिए फरवरी 2024 में करीब 75,021 करोड़ रुपये आवंटन के साथ योजना शुरू की गई थी।

Last Updated- September 25, 2025 | 8:55 AM IST

PM Surya Ghar Free Electricity Scheme:  सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSBs) ने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत फरवरी 2024 में इसकी शुरुआत से अगस्त 2025 तक प्राप्त कुल 8,03,515 आवेदनों में से 3,05,667 आवेदन खारिज कर दिए हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि 38.03 प्रतिशत आवेदनों को अस्वीकार कर दिया गया है।

घर की छतों पर सौर बिजली संयंत्र लगाने को बढ़ावा देने और 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान करने के लिए फरवरी 2024 में करीब 75,021 करोड़ रुपये आवंटन के साथ योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत सरकारी बैंकों ने कुल 447,736 आवेदन स्वीकार कर लगभग 8,417.5 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। सरकारी बैंकों के अलावा निजी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां भी इस योजना के तहत ऋण को मंजूरी देती हैं।

इस साल अगस्त में केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा संसद में दिए गए जवाब में बताया कि राष्ट्रीय पोर्टल पर कुल 58 लाख आवेदन आए और इस साल 31 जुलाई तक इस योजना के तहत 16 लाख परिवारों को रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन का लाभ मिला है। सरकारी पोर्टल के मुताबिक योजना के तहत 16 लाख रूफटॉप संयंत्र लगाए गए हैं, जबकि 61 लाख आवेदन मिले थे।

वरिष्ठ बैंकर ने कहा, ‘अस्वीकृति दर अधिक होने की प्रमुख वजह सिबिल स्कोर है। आवेदकों का न्यूनतम 680 या उससे अधिक का सिबिल स्कोर होना आवश्यक है। इस मानदंड के कारण तमाम आवेदक बाहर हो गए, क्योंकि कुछ आवेदकों ने पहले ही कई योजनाओं में कर्ज ले रखा है और उन्हें चुकाया नहीं है। इसकी वजह से उनके सिबिल स्कोर में गिरावट आती है।’सार्वजनिक क्षेत्र के एक और बैंकर ने कहा कि कभी कभी वेंडर उधारी लेने वालों को उचित सूचना देने में विफल रहते हैं।

First Published - September 25, 2025 | 8:53 AM IST

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