केनरा बैंक के नेतृत्व वाला बैंकों का समूह मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लिमिटेड (एमएमओपीएल) के 1,226.13 करोड़ रुपये के गैर निष्पादित ऋण की बिक्री के लिए 28 नवंबर को होने वाले स्विस चैलेंज के लिए निविदा आमंत्रित कर रहा है। इस स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) का संयुक्त स्वामित्व रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) के पास है।
ऋणदाताओं ने इस ऋण के लिए 1,063 करोड़ रुपये का आरक्षित मूल्य तय किया है। यह मूल्य मिलने वाली एंकर नीलामी पर आधारित है और इससे 86 फीसदी ऋण की वसूली होनी है। ऋण प्राप्त करने में रुचि रखने वाली संस्थाओं के लिए निविदा का आरक्षित मूल्य ऋण के 5 फीसदी से अधिक और पूर्ण नकद आधार पर होना चाहिए।
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह के हिस्से रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के पास एमएमओपीएल में 74 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी है और शेष 26 फीसदी हिस्सेदारी एमएमआरडीए के पास है। एमएमआरडीए महाराष्ट्र सरकार का निकाय है। इस पर मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र में दीर्घावधि योजना और रणनीतिक परियोजनाओं को लागू करने के लिए अलावा क्षेत्र में आधारभूत ढांचे के लिए ऋण मुहैया कराने की जिम्मेदारी है।
एमएमओपीएल वर्सोवा-अंधेरी-घाटकोपर गलियारे को मेट्रो रेल सेवा से जोड़ता है। यह देश में पहली सार्वजनिक और निजी सहभागिता पर आधारित परियोजना है। एमएमओपीएल की जिम्मेदारी सड़क के ऊपर बिछाई गई यानी एलीवेटेड 12 किलोमीटर लंबे मेट्रो मार्ग के डिजाइन, वित्त मुहैया कराने, निर्माण, संचालन और रखरखाव की है। मेट्रो के इस रूट पर 12 स्टेशन हैं। एमएमओपीएल को ऋण मुहैया कराने वाले बैंकों के समूह में भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और आईडीबीआई बैंक शामिल हैं।
इस मेट्रो परियोजना को घरेलू ऋणदाताओं के अलावा इंडियन इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनैंस कंपनी (यूके) ने भी धन मुहैया कराया है जिसने बाह्य वाणिज्यिक उधारी के जरिये सावधि ऋण दिया है। हालांकि सावधि ऋण उस उधारी का हिस्सा नहीं है जिसे घरेलू ऋणदाता बेचने की कोशिश कर रहे हैं। इन ऋणों की बिक्री के लिए आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स ऐंड सिक्यूरिटीज को प्रक्रिया परामर्शदाता नियुक्त किया गया है।