भारतीय कामगारों की कौशल पर आधारित अंतरराष्ट्रीय आवाजाही बढ़ाने और उसे प्रोत्साहित करने के लिए श्रम, कपड़ा व कौशल विकास पर बनी संसद की स्थायी समिति ने अपनी ताजा रिपोर्ट बुधवार को संसद में पेश की। समिति ने कौशल विकास एवं उद्यमशीलता (NSDE) मंत्रालय से सभी 30 स्किल इंडिया इंटरनैशनल सेंटर (SIIC) मार्च 2024 तक चालू करने को कहा है।
समिति ने रिपोर्ट में कहा है, ‘समिति ने पाया कि 2023-24 के बजट में 30 स्किल इंडिया इंटरनैशनल सेंटर स्थापित करने की घोषणा की गई थी, जिसका मकसद कौशल आधारित अंतरराष्ट्रीय आवाजाही को बढ़ावा देना है। अब तक सिर्फ 2 केंद्र ही चालू हो सके हैं, एक वाराणसी में है और एक भुवनेश्वर में। समिति चाहती है कि प्राथमिकता के आधार पर कदम उठाए जाएं और शेष स्किल इंडिया इंटरनैशनल सेंटर्स को मार्च 2024 तक परिचालन में लाया जाए।’
इसके तहत अब तक कुल 992 उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया है। वहीं प्री डिपार्चर ओरिएंटेशन ट्रेनिंग (पीडीओटी) सहित 4,215 उम्मीदवारों को एसआईआईसी द्वारा सफलतापूर्वक तैनात किया गया है।
इसके अलावा समिति ने यह भी सुझाव दिया है कि कौशल मंत्रालय को विदेश मंत्रालय के साथ तालमेल मजबूत करना चाहिए, जिससे विदेश में 35 लाख से ज्यादा संभावित नौकरियों का लाभ उठाया जा सके, जिसे कौशल मंत्रालय द्वारा कराए गए वैश्विक कौशल अंतर अध्ययन द्वारा चिह्नित किया गया है। इसमें कहा गया है, ‘मंत्रालय को विदेश मंत्रालय के साथ अपना तालमेल मजबूत करना चाहिए, जिससे आव्रजन के मसले पर ज्यादा नजदीकी से काम किया जा सके और मोबिलिटी पार्टनरशिप एग्रीमेंट (एमपीए) हो सकें।’